मुंबई नाव हादसा- चश्मदीद बोले- लाइफ जैकेट नहीं थी:टक्कर से पहले नेवी की बोट स्टंट कर रही थी; नेवी बोट ड्राइवर के खिलाफ केस
मुंबई
मुंबई नाव हादसे का नया वीडियो सामने आया है। इसमें समुद्र में डूब रहे लोगों को चीखते-चिल्लाते देखा जा सकता है।
मुंबई में बुधवार को हुए नाव हादसे को लेकर नई जानकारी सामने आई है। गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही बोट में सवार एक चश्मदीद ने कहा-
बोट में करीब 100 लोग थे। हममें से किसी ने भी लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी। अचानक नेवी की स्पीडबोट हमारी बोट से आकर टकराई, जिसके बाद हमारी बोट डूबने लगी। हमने कई लोगों को पानी से बाहर निकालने की कोशिश की। करीब 25 मिनट बाद नेवी ने हमें रेस्क्यू किया।
एक अन्य चश्मदीद ने इस घटना का वीडियो भी बनाया। उन्होंने कहा- टक्कर से पहले नेवी की स्पीडबोट स्टंट कर रही थी। इसलिए मैंने रिकॉर्डिंग की।
मुंबई पुलिस ने बताया कि हादसे में नेवी के 4 कर्मियों और बोट पर सवार 9 सिविलियंस की मौत हुई। 80 लोगों की क्षमता वाली नीलकमल बोट में 20 बच्चों समेत करीब 110 यात्री सवार थे। टक्कर मारने वाली नेवी बोट के ड्राइवर के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
घटना का एक और वीडियो गुरुवार को सामने आया। इसमें नेवी समुद्र में डूब रहे लोगों को रेस्क्यू करते दिख रही है। डूब रहे लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। वीडियो में उन्हें चीखते और चिल्लाते हुए सुना जा सकता है।
रेस्क्यू की 3 तस्वीरें…
बोट डूबने के बाद यात्रियों के रेस्क्यू की तस्वीर।
स्थानीय नाविकों ने भी लोगों के रेस्क्यू में मदद की।
कोस्ट गार्ड की बोट पर लोगों को रेस्क्यू करते कर्मचारी।
रेस्क्यू में जुटे लोग बोले- पहले महिलाओं-बच्चों को बचाया, वहां लोग रो रहे थे
- टूरिस्ट बोट के ड्राइवर ने बताया कि हम घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंंचे। पलटी हुई नाव पर सवार लोग मदद के लिए हाथ हिला रहे थे। हमने 16 लोगों को बचाया और उन्हें गेटवे ऑफ इंडिया तक सुरक्षित पहुंचाया। मैंने जीवन में कभी ऐसी घटना नहीं देखी।
- रेस्क्यू में जुटे मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के आरिफ बामने ने कहा- जब हम रेस्क्यू के लिए पहुंचे तो देखा कि लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। कुछ लोग रो रहे थे। हमने पहले महिलाओं और बच्चों को बचाया। मदद के लिए चिल्लाने वालों में तीन से चार विदेशी भी थे। हमने लगभग 20-25 लोगों को बचाया। एक छोटी बच्ची बेहोश थी। उसके फेफड़ों में पानी घुस चुका था। हमने उसके चेस्ट पर प्रेशर डाला, जिसके बाद उसने फिर से सांस लेना शुरू किया।
नेवी ने कहा- कैप्टन स्पीडबोट पर नियंत्रण खो बैठा नौसेना ने X पर पोस्ट करके बताया कि नेवी की स्पीडबोट इंजन ट्रायल पर थी। कैप्टन बोट पर से नियंत्रण खो बैठा और यह नीलकमल नौका से टकरा गई। नेवी और सिविल जहाजों ने लोगों का रेस्क्यू करके अस्पतालों में पहुंचाया।
नीलकमल बोट को नेवी की एक स्पीडबोट ने टक्कर मारी।
नौसेना ने 11 बोट, 4 हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया जानकारी के मुताबिक, नौसेना, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT), तटरक्षक बल, यलोगेट पुलिस स्टेशन 3 और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत और बचाव कार्य को अंजाम दिया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना की 11 बोट, मरीन पुलिस की 3 बोट और कोस्ट गार्ड की 1 बोट लगी। 4 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे। यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया वापस लाया गया। जहां से उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
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