साड़ी स्पोर्ट्स डे: भारतीय महिलाओं की शक्ति और योग्यता का उत्सव
नोएडा: भारत की संस्कृति और सौभाग्यता का प्रतीक साड़ी अब खेल और फिटनेस की दुनिया में कदम रख रही है। 29 सितंबर को रंगसाड़ी की संस्थापिका डॉ. निधि बंसल द्वारा आयोजित किया जा रहा देश का पहला “साड़ी स्पोर्ट्स डे” एक ऐतिहासिक घटना के रूप में उभर रहा है। इस कार्यक्रम के तहत, महिलाओं को साड़ी पहनकर विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा, जिसमें मेनुपोज़ योग, सेल्फ डिफेंस टेक्नीक्स, और अन्य कई खेल शामिल हैं।
साड़ी स्पोर्ट्स डे का आयोजन महिलाओं को उनके स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से किया गया है। रंगसाड़ी की इस अनूठी पहल ने “कैसी धाकड़ है” के तहत, देकाथलों के साथ मिलकर यह कार्यक्रम आयोजित किया है। इस दिन महिलाएं अपनी बहादुरी और सामर्थ्य को साड़ी में प्रदर्शित करेंगी, जो एक नई दिशा में खेल और फिटनेस को प्रस्तुत करने का एक प्रयास है।
कार्यक्रम की विशेषता यह है कि यह न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देगा, बल्कि साड़ी को एक खेल और फिटनेस परिधान के रूप में प्रस्तुत करेगा। विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेकर महिलाएं अपनी फिटनेस और साड़ी के साथ खेल की संगति को साबित करेंगी।
साड़ी स्पोर्ट्स डे के आयोजन के साथ ही एक और बड़ी खबर सामने आई है: रंगसाड़ी की यह नवीनतम पहल को नेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराया जाएगा। यह रिकॉर्ड भारतीय महिलाओं की शक्ति और समर्पण को मान्यता देने के साथ-साथ साड़ी को एक आधुनिक खेल परिधान के रूप में स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर “खिलाड़ी इन साड़ी” के नारे के साथ सभी प्रतिभागियों और दर्शकों का उत्साहवर्धन किया जाएगा। यह नारा इस बात का प्रतीक होगा कि महिलाएं साड़ी में भी खेल के मैदान में उतरी हैं और अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है। इस कार्यक्रम को Raymond (G-18 Sec-18) और Chatore Nukkad द्वारा सहयोग प्राप्त है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर भाग लेकर महिलाएं न केवल अपनी व्यक्तिगत योग्यता और स्वास्थ्य को साबित करेंगी, बल्कि यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति और आधुनिक फिटनेस की एक नई धारा को भी प्रस्तुत करेगा। साड़ी स्पोर्ट्स डे निश्चित रूप से एक यादगार और प्रेरणादायक घटना बनेगा, जो साड़ी और भारतीय महिलाओं की ताकत को नए आयाम देगा।
Add Comment