
मोहब्बत का अनमोल सच
मोहब्बत मिलती नहीं बार-बार,
चाहे हों दुनिया में चेहरे हजार।
मोती भी मिलते हैं बस एक बार,
लहरें चाहे उठें समंदर में बेशुमार।
विश्वास टूट जाए तो लौटकर नहीं आता,
कितने ही वादे कर लो—मन फिर भी समझ नहीं पाता।
जीत भी मिलती है केवल एक दफा,
अगर करते रहो कोशिशें दिल से—हजार बार।
— उदय झा













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