वृक्षारोपण अभियान से हरित परिसर की दिशा में कदम: महाविद्यालय ने पर्यावरण सुरक्षा का लिया संकल्प
बीकानेर : राजकीय महाविद्यालय गंगाशहर – राजकीय महाविद्यालय गंगाशहर ने पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। महाविद्यालय परिसर को हरा-भरा बनाने की दिशा में आज एक वृहद वृक्षारोपण अभियान आयोजित किया गया। यह अभियान रिमझिम बारिश के बीच आयोजित हुआ, जिसने इस आयोजन को और भी खास बना दिया।
इस वृक्षारोपण अभियान का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बबिता जैन की देखरेख में हुआ। इस कार्यक्रम में महावीर इंटरनेशनल की रीजनल डेप्युटी डायरेक्टर श्रीमती भारती गहलोत का सहयोग विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा। बीकाणा वीरा केंद्र के माध्यम से महाविद्यालय में 100 पौधे लगाए गए, जिनमें अशोक, नीम, नीम बटेरन, गुलमोहर, खेजड़ी और सदाबहार जैसे विभिन्न छायादार और बगीचे वाले पौधे शामिल थे।
बीकाणा वीरा केंद्र की अध्यक्ष श्रीमती श्रुति बोथरा ने बताया कि यह पौधों की विविधता न केवल महाविद्यालय परिसर को हरा-भरा बनाने में सहायक होगी, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि 60 पौधों का रोपण महाविद्यालय की चार दिवारी के साथ-साथ किया गया, जिससे कि परिसर को एक हरित और सुंदर रूप दिया जा सके।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना और छात्रों को प्लास्टिक की थैली का बहिष्कार कर कपड़े की थैली के प्रयोग के लिए प्रेरित करना था। इस दिशा में सभी छात्रों ने एकजुट होकर संकल्प लिया और प्लास्टिक के खिलाफ जन जागरूकता फैलाने की दिशा में कदम बढ़ाया।
वृक्षारोपण कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्रों जयप्रकाश नाई, जितेंद्र मेघवाल, जय नारायण, करनजीत चांवरिया, केशव तावनियां और रघुवीर पंचारिया ने सक्रिय भागीदारी की। इसके अतिरिक्त, क्षेत्रीय निवासी श्री राजू जी ने भी इस अभियान में सहयोग प्रदान किया।
कार्यक्रम के संचालन में महाविद्यालय के श्री मोहित शर्मा, महेश लोहिया, संतोष बेद, रौनक सोलंकी और वीरेंद्र तोमर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने वृक्षारोपण के साथ-साथ पर्यावरण जागरूकता से संबंधित गतिविधियों का नेतृत्व किया और इसे सफलतापूर्वक पूरा किया।
इस वृक्षारोपण अभियान ने न केवल महाविद्यालय को हरा-भरा बनाया, बल्कि विद्यार्थियों और क्षेत्रीय निवासियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक भी किया। महाविद्यालय प्रशासन और सभी सहयोगी संस्थाओं की इस महत्वपूर्ण पहल के लिए प्रशंसा की जाती है, जो एक स्वच्छ और हरित भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
Add Comment