US

रूस में MI-8T हेलिकॉप्टर लापता:क्रू मेंबर समेत 22 लोग सवार थे: झील में गिरने की आशंका

TIN NETWORK
TIN NETWORK
FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

रूस में MI-8T हेलिकॉप्टर लापता:क्रू मेंबर समेत 22 लोग सवार थे: झील में गिरने की आशंका

भारतीय समय के मुताबिक हेलिकॉप्टर को 9 बजकर 30 मिनट पर बेस पर लौटना था, लेकिन वह वापस नहीं आया। - Dainik Bhaskar

भारतीय समय के मुताबिक हेलिकॉप्टर को 9 बजकर 30 मिनट पर बेस पर लौटना था, लेकिन वह वापस नहीं आया।

रूस का MI-8T हेलिकॉप्टर उड़ान के दौरान लापता हो गया है। इसके हादसे का शिकार हो जाने की आशंका है। हेलिकॉप्टर जिस वक्त लापता हुआ, उस वक्त उसमें तीन क्रू मेंबर समेत कुल 22 लोग सवार थे।

इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी के मुताबिक रूस की एयर ट्रांसपोर्ट एजेंसी ने कहा कि हेलिकॉप्टर ने कामचटका इलाके में वाचकाझेट्स ज्वालामुखी के पास एक साइट से 25 किमी दूर स्थित निकोलेवका के लिए उड़ान भरी थी। IRA ने सूत्रों के हवाले से बताया कि हेलिकॉप्टर झील में गिर गया। ये मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग से पर्यटकों को लेकर जा रहा था।

MI-8T हेलिकॉप्टर को 1960 के दशक में डिजाइन किया गया था। इसमें दो इंजन लगे हैं।

MI-8T हेलिकॉप्टर को 1960 के दशक में डिजाइन किया गया था। इसमें दो इंजन लगे हैं।

हेलिकॉप्टर की तलाश में एक अन्य एयरक्राफ्ट भेजा गया
भारतीय समय के मुताबिक हेलिकॉप्टर को 9 बजकर 30 मिनट पर बेस पर लौटना था, लेकिन लौटकर नहीं आया। क्रू मेंबर्स से संपर्क करने की कोशिश की गई, मगर इसका कोई फायदा नहीं हुआ। बचावकर्मी लापता हेलिकॉप्टर की तलाश में जुट गए हैं।

हेलिकॉप्टर की खोज के लिए एक अन्य एयरक्राफ्ट को भेजा गया है, जिस इलाके में हेलिकॉप्टर लापता हुआ, वहां बूंदाबांदी और कोहरा देखा गया।

मॉस्को से 6000 किमी दूर हादसा
कामचटका मॉस्को से 6,000 किमी पूर्व और अलास्का से करीब 2,000 किमी पश्चिम में स्थित है। ये इलाका अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है, इसलिए यहां काफी टूरिस्ट पहुंचते हैं। यहां लगभग 160 ज्वालामुखी हैं और उनमें से 29 अभी भी सक्रिय हैं।

50 से ज्यादा देश करते हैं इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल
MI-8T, Mil mi-8 हेलिकॉप्टर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया वर्जन है। इसे पहली बार 60 के दशक में डिजाइन किया गया था। 1967 में पहली बार इसे रूसी सेना के लिए इस्तेमाल में लाया गया। इसकी कीमत 15 मिलियन डॉलर (125 करोड़ रुपए) है।

MI-8T दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले हेलिकॉप्टर में से एक है। रूस इसके 17 हजार से ज्यादा यूनिट्स बना चुका है। भारत, चीन, ईरान समेत 50 से भी ज्यादा देश इसका इस्तेमाल करते हैं। इसका इस्तेमाल सिविल और मिलिट्री दोनों में होता है।

भारत ने पहली बार 1971 में सोवियत संघ (रूस) से MI-8 हेलिकॉप्टर खरीदा था। अगले साल इसे सेना का हिस्सा बनाया। भारत ने 1971 से 1988 के बीच 107 हेलिकॉप्टर खरीदे थे। हालांकि अब इसे चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है।

MI-8T पहले भी कई बार हादसे का शिकार हो चुका है। इस महीने की शुरुआत में 16 लोगों को ले जा रहा एक MI-8T हेलिकॉप्टर रूस के पूर्वी इलाके में हादसे का शिकार हो गया था।

विमान हादसों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…

नेपाल में प्लेन क्रैश, 18 लोगों की मौत:मरम्मत के बाद टेस्टिंग के लिए उड़ान भरी थी; अचानक झुका, पलटा और आग लग गई

नेपाल की राजधानी काठमांडू में बुधवार सुबह एक विमान क्रैश हो गया है। प्लेन में सवार 19 लोगों में से 18 की मौत हो गई है। वहीं घायल पायलट कैप्टन एम. शाक्य को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया है। प्लेन काठमांडू से पोखरा जा रहा था।

रूसी मिलिट्री प्लेन क्रैश में 74 की मौत:रूस ने कहा- यूक्रेन ने एयरक्राफ्ट पर मिसाइल दागी, अपने ही लोगों को मार गिराया

रूस में बुधवार को हुए प्लेन क्रैश में 74 लोग मारे गए। बेलगोरोद इलाके में हुए इस क्रैश में मारे गए लोगों 65 यूक्रेनी कैदी और 9 रूसी क्रू मेंबर थे। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। क्रैश के कई घंटे बाद रूस की डिफेंस मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा- यूक्रेन की तरफ से दागी गई मिसाइल एयरक्राफ्ट से टकराई। 

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

About the author

THE INTERNAL NEWS

Add Comment

Click here to post a comment

error: Content is protected !!