*श्रीडूंगरगढ़: क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले में एसओजी की बड़ी कार्रवाई, एक आरोपी गिरफ्तार*
बीकानेर। जिले के श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र से क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के मामले में एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है। राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप (एसओजी) ने इस मामले में शीतलनगर निवासी विनेश पूनिया को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह मामला करोड़ों रुपये के क्रिप्टो करेंसी घोटाले से जुड़ा हो सकता है, जिसमें कई और नाम सामने आने की आशंका जताई जा रही है।
*क्रिप्टो करेंसी के बढ़ते अपराध*
तकनीकी विकास के साथ-साथ क्रिप्टो करेंसी से जुड़े अपराधों का दायरा तेजी से बढ़ रहा है। डिजिटल करेंसी के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह सक्रिय हो चुके हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग, बिटकॉइन और अन्य डिजिटल करेंसी की आड़ में निवेशकों को बड़े मुनाफे का लालच देकर ठगी की जा रही है। श्रीडूंगरगढ़ का यह मामला भी ऐसे ही घोटालों का हिस्सा हो सकता है, जिसकी तह तक जाने के लिए एसओजी ने व्यापक जांच शुरू कर दी है।
*कार्रवाई का पूरा विवरण*
एसओजी के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी विनेश पूनिया को गहन निगरानी और तकनीकी जांच के बाद गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि पूनिया ने फर्जी वादों के जरिए निवेशकों को क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने के लिए प्रेरित किया और बड़ी संख्या में लोगों से पैसा एकत्र किया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस घोटाले में लाखों रुपये की ठगी हुई है, जबकि कुछ सूत्र इसे करोड़ों में होने का दावा कर रहे हैं।
*संभावित गिरोह और अन्य आरोपी*
एसओजी के अधिकारियों ने बताया कि विनेश पूनिया अकेले इस अपराध में शामिल नहीं है। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान अन्य संभावित आरोपियों के नाम सामने आए हैं। पुलिस को संदेह है कि यह एक संगठित गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जो राजस्थान के अन्य जिलों में भी सक्रिय है।
*तकनीकी अपराधों की चुनौती*
क्रिप्टो करेंसी जैसे डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल ठगी और धोखाधड़ी के लिए बढ़ रहा है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अपराधी तकनीकी साधनों का उपयोग कर ऐसे अपराधों को अंजाम देते हैं, जिससे उनके ठिकाने और पहचान का पता लगाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। ऐसे मामलों में जागरूकता की कमी भी लोगों को शिकार बनाती है।
*आगे की जांच और कार्रवाई*
एसओजी ने फिलहाल आरोपी विनेश पूनिया को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। यह पता लगाया जा रहा है कि इस घोटाले में कितनी धनराशि शामिल थी और किन-किन लोगों को ठगा गया है। इसके अलावा, यह भी जांच का विषय है कि क्या इस गिरोह का नेटवर्क राज्य के बाहर भी फैला हुआ है।
*अधिकारियों की अपील*
एसओजी अधिकारियों ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी तरह के डिजिटल निवेश या क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी से सतर्क रहें। निवेश करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें और केवल विश्वसनीय माध्यमों पर ही भरोसा करें।
इस मामले की जांच में एसओजी की टीम के साथ-साथ साइबर क्राइम विशेषज्ञों की मदद भी ली जा रही है। आने वाले दिनों में इस घोटाले के और भी कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी की जाएगी और इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा।
(अभी और जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।)
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