जरूरत की खबर- मानसून में स्विमिंग पूल में नहाना खतरनाक:आंख, कान और नाक में इन्फेक्शन का डर, 6 बातों का रखें ख्याल
मानसून आ चुका है और देश के तकरीबन सभी राज्यों और शहरों में इस वक्त जमकर बारिश हो रही है। बारिश की फुहारें और ठंडी हवा सबको भाती हैं, लेकिन इसके बाद की उमस से मन खराब हो जाता है। यही वजह है कि इन दिनों स्विमिंग पूल और वाटर पार्क में नहाने के लिए लोगों की भीड़ लग जाती है। यह मौसम वाटर डिजीज यानी जलजनित बीमारियां भी लेकर आता है।
इस मौसम में हैजा, टाइफाइड, गैस्ट्रोएंटेराइटिस, डायरिया जैसी जलजनित बीमारियां हो सकती हैं। जलजनित बीमारी मुख्य रूप से दूषित पानी के पेट में जाने के कारण होती है। इसके अलावा भी बारिश के मौसम में ऐसी जगह नहाने के कई जोखिम हैं।
इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि बरसात के मौसम में स्विमिंग पूल में नहाना सेफ है या नहीं? साथ ही जानेंगे कि-
- स्विमिंग पूल में नहाने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स का खतरा है?
- स्विमिंग पूल में नहाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है?
एक्सपर्ट: डॉ. अकबर नकवी, फिजिशियन (नई दिल्ली)
सवाल – मानसून के समय स्विमिंग पूल में नहाने से किस तरह की बीमारियां होने का खतरा रहता है?
जवाब- डॉ. अकबर नकवी कहते हैं कि मानसून के मौसम में पब्लिक स्विमिंग पूल में नहाने से बचना चाहिए क्योंकि बारिश के पानी की वजह से स्विमिंग पूल के पानी में बैक्टीरिया या वायरस पनपने का खतरा बढ़ जाता है। इससे स्किन इन्फेक्शन, डायरिया जैसी हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
सवाल- बारिश के मौसम में स्विमिंग पूल में नहाने से आंख, कान या नाक को कैसे नुकसान पहुंच सकता है?
जवाब- डॉ. अकबर नकवी बताते हैं कि बारिश के पानी की वजह से स्विमिंग पूल का पानी दूषित होने की संभावना अधिक होती है, जिससे आंख, कान या नाक में भी इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
आंखों में जलन या सूजन होना
स्विमिंग पूल के दूषित पानी की वजह से आंखों में इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आंख से पानी बहना, आंख का लाल होना, सूजन होना या आंखों में खुजली की समस्या हो सकती है। इसके अलावा केमिकल कंजंक्टिवाइटिस (Chemical conjunctivitis) जैसी बीमारी भी हो सकती है। यह बीमारी बैक्टीरिया या वायरल के संक्रमण की वजह से होती है।
आमतौर पर केमिकल कंजंक्टिवाइटिस स्विमिंग पूल में नहाने से होता है क्योंकि पूल के पानी में क्लोरीन मिलाया जाता है, जिससे आंखें लाल हो जाती हैं।
कान में पानी जाने से इन्फेक्शन का खतरा
स्विमिंग पूल में नहाते समय कान में पानी जाना आम बात है। चूंकि बारिश के समय स्विमिंग पूल का पानी दूषित होने का खतरा रहता है।
दूषित पानी से बाहरी कान और इयर कैनाल में सूजन, जलन या संक्रमण हो सकता है। इसे स्वीमर्स ईयर या ओटाइटिस एक्सटर्ना (Otitis Externa) भी कहा जाता है, जो स्विमिंग के बाद कान में जमा पानी की वजह से होता है। इसमें कान में नम वातावरण के कारण बैक्टीरिया या फंगस बढ़ने का खतरा रहता है।
नाक में राइनाइटिस का खतरा
दूषित पानी के नाक में जाने से राइनाइटिस (Rhinitis) का खतरा बढ़ जाता है। यह एक तरह की एलर्जी होती है। इसके लक्षणों में नाक में खुजली होना, छींक आना या नाक बहना शामिल है।
सवाल- मानसून के मौसम में स्विमिंग पूल में नहाने के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
जवाब- नियमित तौर पर जिन स्विमिंग पूल में पानी की रिफिलिंग की जाती है और निर्धारित मात्रा में क्लोरीन मिलाया जाता है, वहां पर ही स्विमिंग करने जाना चाहिए।
नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि मानसून के समय स्विमिंग पूल में नहाते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
सवाल- बारिश के मौसम में स्विमिंग पूल में नहाना क्यों सुरक्षित नहीं है?
जवाब- बारिश के मौसम में स्विमिंग पूल में नहाने से हेल्थ प्रॉब्लम्स के अलावा कई और खतरे भी हैं। नीचे दिए पॉइंट्स से इसे समझिए।
आकाशीय बिजली का खतरा
मानसून के समय आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। पानी बिजली का अच्छा चालक होता है। यही वजह है कि बारिश के दौरान तालाब, नदी या स्विमिंग पूल में नहाते समय आकाशीय बिजली गिरने का खतरा रहता है। अगर बारिश के समय आपके क्षेत्र में बिजली की गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई दे रही है तो स्विमिंग पूल में नहाना सुरक्षित नहीं है।
बारिश से पूल के पानी की क्वालिटी पर असर
बारिश का पानी स्विमिंग पूल के पानी की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। दरअसल बारिश का pH लेवल थोड़ा अम्लीय होता है। इसलिए बहुत ज्यादा बारिश का पानी स्विमिंग पूल के पानी के केमिकल बैलेंस को बिगाड़ सकता है। भारी बारिश के बाद पूल के पानी के pH लेवल की जांच करना जरूरी है।
पानी में विजिबिलिटी की कमी
तेज बारिश की वजह से स्विमिंग पूल में दृश्यता यानी विजिबिलिटी कम हो सकती है, जिससे स्विमिंग पूल का तल देखना कठिन हो जाता है। इससे पानी में दुर्घटना होने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए ऐसे मौसम में पानी में उतरने से पहले सावधानी बरतना जरूरी है।
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