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रिलेशनशिप- इन 10 कारणों से टूटते हैं रोमांटिक रिश्ते:साइकोलॉजी एक्सपर्ट से जानिए रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए क्या करें

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रिलेशनशिप- इन 10 कारणों से टूटते हैं रोमांटिक रिश्ते:साइकोलॉजी एक्सपर्ट से जानिए रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए क्या करें

भागदौड़ भरी जिंदगी में एक बदलाव यह भी आया है कि आजकल रिश्ते तेजी से टूटने लगे हैं। दुनिया भर में तलाक के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं।

भारत जैसे देश में जहां तलाक के केस न के बराबर होते थे, वहां भी मिलने-बिछड़ने का चलन आया है। रोमांटिक रिश्तों का टूटना तो अब बड़ी खबर भी नहीं मानी जाती है।

लेकिन ऐसा क्यों होता है। प्यार करने वाले या शादी के बंधन में बंधे दो लोग इतनी आसानी से अलग क्यों हो जाते हैं।

अमेरिका की नॉर्थ कैरोलाइना यूनिवर्सिटी में साइकोलॉजी की प्रोफेसर सारा एल्गो ने लंबी स्टडी के बाद इसके कुछ कारण बताए हैं। अगर इनसे बचा जाए तो रिश्ते में टूट की आशंका काफी हद तक कम भी हो सकती है।

आज रिलेशनशिप कॉलम में रिश्ते टूटने की प्रमुख वजहों को जानेंगे।

रिश्ता टूटने की सबसे बड़ी वजह ‘धोखा’

सारा एल्गो के मुताबिक मौजूदा वक्त में रोमांटिक या वैवाहिक रिश्तों के टूटने की सबसे बड़ी वजह धोखा देना या कमिटमेंट की कमी है।

धोखा सिर्फ फिजिकल नहीं होता, जब एक पार्टनर दूसरे की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाता है तो दूसरा पार्टनर इमोशनली ठगा हुआ महसूस करता है। उसे लगता है कि प्यार के बदले में उसे प्यार नहीं मिला।

इमोशनल चीटिंग की ये भावना रिश्ते को कमजोर कर देती है। जो आगे चलकर तलाक या टूट की वजह भी बन सकती है।

इसके अलावा कुछ ऐसी भी चीजें हैं, जिनकी कमी होते ही रिश्ता टूटकर बिखरने लगता है।

फिजिकल टच और साथ हंसने के मौके हैं जरूरी

रिश्ते की गाड़ी सही दिशा में संतुलित होकर चलती रहे, इसके लिए जरूरी है कि पार्टनर्स आपस में खूब सारा वक्त बिताएं, साथ हंसने-हंसाने के मौके ढूंढें।

सारा एल्गो और उनकी टीम ने दुनिया भर के सैकड़ों रोमांटिक पार्टनर्स से बातचीत की और उनकी गतिविधियों का बारीक अध्ययन किया।

उन्होंने नतीजे में पाया कि जिन रोमांटिक जोड़ों को साथ में हंसने के मौके मिलते थे, उनका नजरिया एक-दूसरे से काफी मेल खाता था। वे अलग-अलग मुद्दों पर एक जैसी राय रखते थे। किसी टॉपिक पर साथ हंसने से उनमें एक-दूसरे से सहमत होने का भाव आता है। दोनों दुनिया को एक ही तरीके से देख पाते हैं। नतीजतन उनका रिश्ता भी मजबूत होता जाता है।

दूसरी ओर, जिन पार्टनर्स को आपस में हंसने के मौके कम मिलते थे, उनका रिश्ता अपेक्षाकृत कमजोर पाया गया।

बिना टीम भावना रिश्ते को चलाना नामुमकिन

रिश्ते की टूटने की एक बड़ी वजह पार्टनर्स के बीच टीम भावना की कमी भी है। किसी भी रिश्ते को सही दिशा देने और उसे लंबा टिकाए रखने के लिए जरूरी है कि उसमें कुछ साझे लक्ष्य निर्धारित हों।

साझी जिम्मेदारी, लक्ष्य और सपने पार्टनर्स के मन में एक मनोवैज्ञानिक असर पैदा करते हैं, जिसके बाद उनमें साथ और टीम भावना आती है।

उन्हें लगता है कि फलां-फलां काम हमें साथ में करना और लक्ष्य तक पहुंचना है। और इसके लिए रिश्ते का बना रहना भी जरूरी है। कॉमन जिम्मेदारी, लक्ष्य और सपने ही रिश्ते को स्थायित्व देते हैं और ऊब को कम करते हैं।

क्या है इमोशनल इमैच्योरिटी, जो रिश्ते के लिए है खतरनाक

‘साइकोलॉजी टुडे’ की एक रिपोर्ट बताती है कि जब इंसान की उम्र और उसके सोचने-समझने की क्षमता में अंतर आ जाए यानी वह अपनी उम्र के मुकाबले परिपक्वता न दिखा पाए तो ऐसी स्थिति को इमोशनल इमैच्योरिटी कहते हैं।

ऐसी स्थिति में शख्स अपनी पार्टनर की भावनाओं को समझ पाने में असमर्थ होता है। वह सिर्फ अपने शॉर्ट टर्म फायदों को ही देखता है। रिश्ते की जिम्मेदारियों से पीछा छुड़ाने की कोशिश करता है।

इमोशनल इमैच्योरिटी की स्थिति में शख्स यह फैसला नहीं कर पाता कि उसे कहां और कितना इमोशन दिखाना है। उसका अपने इमोशन पर कंट्रोल नहीं रहता। ऐसी स्थिति में रोमांटिक या वैवाहिक रिश्ता मुश्किल में आ जाता है।

अभी तक हमने रिश्ते में टूट की वजहों की बात की। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इनमें से किसी एक कारण के सामने आते ही रिश्ता टूटकर बिखर जाएगा। शुरुआत में ये लक्षण रिलेशनशिप फटीग यानी रिश्ते में थकान की वजह बनते हैं। अगर समय रहते पार्टनर्स इससे न उबरें तो ही रिश्ते के टूटने की आशंका होती है।

रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए ध्यान रखें ये बातें

  • अपने पार्टनर को हर सिचुएशन में प्राथमिकता दें।
  • रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक-दूसरे की इज्जत करें।
  • स्ट्रॉन्ग बॉन्डिंग के लिए पार्टनर के परिवार से भी अच्छा मेल-जोल बनाएं।
  • रिश्ते में बेवजह शक न करें।
  • अपनों का भरोसा कभी न तोड़ें।
  • हर समय रोक-टोक न करें।
  • पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिताने की कोशिश करें।
  • रिश्ते में कम्युनिकेशन गैप न आने दें। एक-दूसरे से खुलकर बात करें।
  • सिर्फ अपनी न चलाएं, दूसरों को भी अपनी बात कहने का मौका दें।
  • आर्थिक कारणों से झगड़े न हों, इसलिए फ्यूचर प्लानिंग करें।
  • एक-दूसरे का अच्छे कामों के लिए आभार जताएं।
  • पार्टनर का मनोबल बढ़ाएं। इससे रिश्ते को नई ऊर्जा मिलती है।
  • हर वक्त पार्टनर को नीचा न दिखाएं, बल्कि तारीफ करें।
  • पार्टनर को खुश करने के लिए छोटे-छोटे काम करें।
  • हर रिश्ते में झगड़े होते हैं, उसे बढ़ाए नहीं, खत्म करें।
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