पीटीआई को क्रिकेट, बैडमिंटन और बॉक्सिंग के बेसिक नहीं पता:एसओजी की जांच में डिग्रियां फर्जी निकलीं, डमी अभ्यर्थी बैठाकर पास हुए
पीटीआई भर्ती परीक्षा (शारीरिक शिक्षक भर्ती) 2022 में पास हुए पांच अभ्यर्थियों पर एसओजी ने एफआईआर दर्ज की है। अब जल्द ही इनकी गिरफ्तारी हो सकती है। जांच में सामने आया कि इन पीटीआई ने डमी अभ्यर्थी बैठकर परीक्षा पास की है। इनकी डिग्रियां भी फर्जी हैं। साथ ही इन्हें क्रिकेट बैडमिंटन, वॉलिबॉल और बॉक्सिंग जैसे खेलों की बेसिक जानकारी भी नहीं है। इसके लिए एसओजी ने एक महीने से जांच कर रही थी। अब एसओजी ने जांच रिपोर्ट सीनियर अधिकारियों को सौंप दी है।
एसओजी की जांच में सामने आया है कि पीटीआई भर्ती परीक्षा-2022 में पास हुए अभ्यर्थियों के पास बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड) की सामान्य डिग्री तक नहीं है। आरोपियों ने फर्जी डिग्री लेकर सरकारी नौकरी हासिल की है। एसओजी द्वारा की गई जांच में अब तक पांच पीटीआई के खिलाफ मिली शिकायत की पुष्टि हो चुकी है।
डिग्री फर्जी निकलीं
सूत्रों के अनुसार, एसओजी की जांच में सामने आया है कि इन पांच पीटीआई को बेसिक गेम जैसे क्रिकेट, बैडमिंटन, वॉलिबॉल और बॉक्सिंग के यार्ड (मैदान के क्षेत्रफल) की जानकारी भी नहीं है। दो पीटीआई को 20-20 क्रिकेट मैच और टैस्ट मैच के बेसिक क्लियर नहीं हैं। क्रिकेट बॉल की मोटाई पूछने पर एक पीटीआई ने तो हाथ से इशारा करके बता दिया कि इतनी मोटी होती है।
मोबाइल लोकेशन भी सेंटर के पास की नहीं मिली
एसओजी ने कहा- राजस्थान स्टाफ सलेक्शन बोर्ड की और से शारीरिक शिक्षक भर्ती परीक्षा 2022 परीक्षा का आयोजन 25 सितम्बर 2023 को हुआ था। इस परीक्षा में बड़ी संख्या संख्या में डमी अभ्यर्थी बैठे। इनके कारण बड़ी संख्या में अयोग्य लोग राजस्थान सरकार के सरकारी स्कूलों में पीटीआई लग गए। पेपर लीक के आरोपियों की परीक्षा के दिन की मोबाइल लोकेशन चैक की गई। उनकी लोकेशन सेंटर के आसपास की नहीं मिली। ये लोग सेंटर ही नहीं जिले से भी बाहर थे।
अलवर के पीटीआई की भी शिकायत मिली
एसओजी को हेल्पलाइन नम्बर से अलवर जिले में तैनात सरकारी स्कूल के पीटीआई के बारे में भी जानकारी मिली है। अलवर में लगे हुए कुछ पीटीआई भी इसी प्रकार से परीक्षा पास करके नौकरी पर लगे हैं। एसओजी ने उनके दस्तावेजों की जांच कर रही है। जांच पूरी होने पर उन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया- जांच में पुष्टि होने के बाद पांच पीटीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। हमारे पास और भी पीटीआई की शिकायत मिली है। उनकी जांच चल रही है। इन लोगों से जल्द पूछताछ कर इनकी गिरफ्तारी की जाएगी। संबंधित जिला एसपी और हमारी यूनिट को एक्टिव कर दिया गया हैं।
इन पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई
- जोधपुर के बिलाड़ा में रहने वाले महेन्द्र कुमार बिश्नोई के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। महेन्द्र का सेंटर शास्त्री नगर स्थित टैगोर विद्या भवन में था। आरोप है कि महेन्द्र ने अपनी जगह डमी कैंडिडेट बिठाकर परीक्षा पास की। जब आरोपी से बीपीएड का सर्टिफिकेट मांगा गया तो आरोपी ने अमरावती विवि से बीपीएड की फर्जी डिग्री दे कर नौकरी ले ली।
- श्रवण सिंह के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। श्रवण सिंह का सेंटर मुरलीपुरा में शहीद मेजर योगेश अग्रवाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आया था। उसने अपनी जगह पर डमी कैंडिडेट बिठा कर परीक्षा पास की और पीटीआई बन गया। आरोपी ने एकलव्य यूनिवर्सिटी मध्य प्रदेश से बीपीएड की डिग्री लगाई, जो फर्जी निकली।
- सांचोर के रहने वाले मनोहर लाल का जयपुर के मुरलीपुरा में सेंटर आया था। उसकी जगह डमी कैंडिडेट ने परीक्षा दी थी। शिकायत मिलने के बाद अभ्यर्थी मनोहर लाल के दस्तावेजों की जांच की। जांच में आवेदन पत्र, परीक्षा प्रवेश पत्र और जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद (उत्तर प्रदेश) से प्राप्त बीपीएड की डिग्री फर्जी पाई।
- जालोर के सायला का रहने वाले ईश्वर सिंह का परीक्षा केंद्र मुरलीपुरा के प्रिंस स्कूल में आया था। उसकी जगह डमी कैंडिडेट ने परीक्षा दी थी। ओपीजेएस विश्वविधालय में बीपीएड सत्र 2018-20 अभ्यर्थी ईश्वर सिंह का नाम नहीं मिला। उसने शारीरिक शिक्षक की नौकरी बैक डेट में फर्जी तरीके से ओपीजेएस विश्वविधालय की डिग्री और मार्कशीट से प्राप्त की है।
- सांचोर के रहने वाले सुरेश कुमार का परीक्षा केंद्र महात्मा गांधी स्कूल में आया था। सुरेश के स्थान पर डमी कैंडिडेट ने परीक्षा दी थी। सुरेश कुमार ने जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद (उत्तर प्रदेश) से बीपीएड की डिग्री प्राप्त की थी। आवेदन पत्र में बीपीएड उर्तीण करने का साल 2021 अंकित किया गया है। वहीं, जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद द्वारा जारी मॉर्कशीट में चौथे सेमेस्टर का परिणाम 23 सितम्बर 2022 को जारी होना बताया है। इस प्रकार फर्जी डिग्री प्राप्त की गयी थी।
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