स्पेस स्टेशन में जिम्नास्टिक करती दिखीं सुनीता विलियम्स, VIDEO:ओलिंपिक के लिए खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं; 52 दिन से अंतरिक्ष में फंसीं एस्ट्रोनॉट
इस वीडियो में एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स स्पेस स्टेशन में जिम्नास्ट करती दिख रही हैं।
भारतवंशी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स पिछले 52 दिनों से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में फंसी हुईं हैं। स्पेसक्राफ्ट में दिक्कत की वजह से वह धरती पर कब लौटेंगी, इसका अब तक फैसला नहीं हो पाया है।
इस बीच पेरिस ओलिंपिक की शुरुआत पर खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए उनका एक अनोखा वीडियो सामने आया है। इसमें सुनीता बाकी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ ओलिंपिक की मशाल पकड़े नजर आ रही हैं। हालांकि यह मशाल इलेक्ट्रिक है।
वीडियो में सभी अंतरिक्ष यात्री अलग-अलग खेलों में हिस्सा लेते दिख रहे हैं। सुनीता जिम्नास्ट कर रही हैं तो वहीं बाकी अंतरिक्ष यात्री वेट-लिफ्टिंग, रेसिंग, डिस्कस थ्रो, शॉटपुट जैसे कई खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाते नजर आ रहे हैं।
वीडियो में सुनीता विलियम्स ओलिंपिक मशाल की तरह दिखने वाली इलेक्ट्रिक टॉर्च लिए नजर आ रही हैं।
‘ओलिंपिक खिलाड़ियों की तरह खेलने में मजा आया’
एस्ट्रोनॉट्स ने कहा, “पिछले कुछ दिनों में ओलिंपिक खिलाड़ी की तरह खेलने में हमें बेहद मजा आया। हालांकि हमारे पास ये फायदा था कि यहां ग्रेविटी नहीं होती। हम अंदाजा लगा सकते हैं कि ओलिंपिक खिलाड़ियों के लिए यह कितना मुश्किल होगा। हम सभी कंटेस्टेंट्स को सफल होने की शुभकामनाएं देते हैं।” अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने इसका पूरा वीडियो शेयर किया है।
5 जून को तीसरी बार स्पेस गईं थीं सुनीता विलियम्स
नासा की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स ने 5 जून 2024 को तीसरी बार स्पेस जाने के लिए उड़ान भरी थी। करीब 25 घंटे बाद विलियम्स इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी ISS पहुंचीं थीं। मिशन के तहत उन्हें स्पेस स्टेशन में 8 दिन रुककर रिसर्च और एक्सपेरिमेंट करने थे और 13 जून को वापस धरती पर आना था, लेकिन उनके स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी दिक्कतें आ गईं।
सुनीता के साथ उनके साथी बुच विल्मोर भी अंतरिक्ष में फंसे हैं। NASA के कॉमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच ने बताया था कि स्टारलाइनर के 28 रिएक्शन कंट्रोल थ्रस्टर्स में से पांच 6 जून को ISS पहुंचने के फाइनल फेज में फेल हो गए थे। हालांकि उनमें से चार बाद में ऑनलाइन वापस आ गए।
इस फुटेज में एक अंतरिक्ष यात्री दौड़ लगाती दिख रही हैं।
स्पेस स्टेशन में एस्ट्रोनॉट्स ने वेट-लिफ्टिंग भी की।
थ्रस्टर हॉट-फायर टेस्ट किया गया
बोइंग और NASA ग्राउंड टीम के मेंबर्स ने वीकेंड पर थ्रस्टर हॉट-फायर टेस्ट किया था। डॉकिंग के दौरान पहली बार देखे गए असामान्य रूप से कम दबाव के कारण टेस्ट के दौरान एक थ्रस्टर को फायर नहीं किया गया था। यह पृथ्वी पर वापसी के दौरान ऑफलाइन रहेगा।
मिशन सफल हुआ तो NASA के पास पहली बार 2 स्पेसक्राफ्ट होंगे
इस मिशन के सफल होने पर इतिहास में पहली बार अमेरिका के पास एस्ट्रोनॉट को स्पेस में भेजने के लिए 2 स्पेसक्राफ्ट हो जाएंगे। अभी अमेरिका के पास इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ही है। NASA ने साल 2014 में स्पेसएक्स और बोइंग को स्पेसक्राफ्ट बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया था। स्पेसएक्स 4 साल पहले ही इसे बना चुकी है।
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