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राजकीय डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर की चंचल शर्मा को “सॉल्टी हैंड्स, स्ट्रॉन्ग हार्ट्स” डॉक्यूमेंट्री के लिए अंतरराष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ विज्ञान फिल्म का पुरस्कार

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बीकानेर।चंचल शर्मा को “सॉल्टी हैंड्स, स्ट्रॉन्ग हार्ट्स” डॉक्यूमेंट्री के लिए अंतरराष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ विज्ञान फिल्म का पुरस्कार
राजकीय डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर के ग्रीन केमिस्ट्री रिसर्च सेंटर (जीसीआरसी) की शोधार्थी सुश्री चंचल शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय और प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है। उत्तराखंड के चमोली में आयोजित द्वितीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव में उन्हें उनकी डॉक्यूमेंट्री “सॉल्टी हैंड्स, स्ट्रॉन्ग हार्ट्स” के लिए सर्वश्रेष्ठ विज्ञान डॉक्यूमेंट्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
यह पुरस्कार उन्हें नेपाल की प्रो. सुशीला देवी श्रेष्ठ, इंदौर के प्रो. दीपक शर्मा, चमोली की प्रो. रचना नौटियाल एवं प्रो. एम. पी. नागवाल द्वारा सम्मान पत्र, ट्रॉफी, प्रमाण पत्र एवं ₹2000 नकद राशि प्रदान कर दिया गया।
इस फिल्म में चंचल शर्मा ने राजस्थान के फलोदी क्षेत्र के नमक श्रमिकों के जीवन, उनके संघर्ष, और मानवता से भरे अटूट जज़्बे को अत्यंत संवेदनशीलता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया है। यह फिल्म न केवल नमक उत्पादन की प्रक्रिया को उजागर करती है, बल्कि उन अनाम नायकों की कहानी भी बयां करती है जो कठिन परिस्थितियों में भी दशकों से इस कार्य में लगे हुए हैं। फिल्म में इनलैंड ब्राइन से नमक क्रिस्टल बनने की प्रक्रिया का भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चित्रण किया गया है।
डूंगर कॉलेज परिसर में आज आयोजित एक विशेष समारोह में प्राचार्य प्रो. राजेंद्र पुरोहित, जीसीआरसी प्रभारी डॉ. एच. एस. भंडारी, प्रो. अन्नाराम शर्मा, प्रो. देवेश खंडेलवाल, प्रो. एम. डी. शर्मा, प्रो. दिव्या जोशी, एवं डॉ. एस. एन. जाटोलिया ने सुश्री शर्मा को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
प्राचार्य प्रो. राजेंद्र पुरोहित ने कहा कि, > “यह पुरस्कार डूंगर महाविद्यालय के रसायन विभाग की शोधात्मक गुणवत्ता और नवाचार का प्रतीक है। यह उपलब्धि न केवल संस्थान के लिए गौरव की बात है, बल्कि यह बताती है कि किस प्रकार विज्ञान और समाज को जोड़ने का कार्य रचनात्मक मीडिया के माध्यम से किया जा सकता है।”
इस प्रतिष्ठित आयोजन में देश-विदेश के अनेक वैज्ञानिक एवं फिल्म निर्माता शामिल हुए, जहां विज्ञान एवं समाज से जुड़े विषयों पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। निर्णायक मंडल एवं दर्शकों दोनों की सराहना प्राप्त कर सुश्री शर्मा की डॉक्यूमेंट्री ने डॉक्यूमेंट्री श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर बीआईआरसी निदेशक डॉ. नरेंद्र भोजक, रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. सुरुचि गुप्ता, प्रो. अन्नाराम शर्मा, प्रो. देवेश खंडेलवाल, प्रो. एम. डी. शर्मा, प्रो. दिव्या जोशी, डॉ. एस. एन. जाटोलिया, डॉ. एस. के. वर्मा, डॉ. राजाराम, डॉ. उमा राठौड़ सहित महाविद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं शोधार्थियों ने चंचल शर्मा को बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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