
बीकानेर।अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान (उच्च), स्थानीय इकाई महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के द्वारा आज दिनांक 11-07-2025 को “गुरुवन्दन कार्यक्रम” आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. विमला डूकवाल, प्रदेश सेविका समिति विभाग बौद्धिक प्रमुख, एबीआरएसएम प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रो. शशिकांत, इकाई अध्यक्ष डॉ. संतोष कँवर शेखावत द्वारा सरस्वती जी के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण से किया गया।

विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रो. शशिकांत ने गुरु शिष्य परंपरा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए महर्षि वेदव्यास के जीवन एवं रचनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने व्यक्तित्व निर्माण में गुरु की महत्ती भूमिका का उल्लेख किया। साथ ही संगठन की रीति नीति पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि प्रो. विमला डुकवाल ने ज्ञान गुरु एवं सतगुरु का भेद प्रतिपादित करते हुए मूल्यों के समवाहन एवं चरित्र निर्माण में गुरु के योगदान को रेखांकित किया। विश्वविद्यालय इकाई की अध्यक्ष डॉ. संतोष कंवर शेखावत ने विषय प्रवर्तन करते हुए स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने भारतीय दर्शन में गुरुपरम्परा द्वारा भारतीय समाज, सभ्यता और संस्कृति को प्रदत्त महनीय एवं सदैव स्मरणीय योगदान को रेखांकित किया। कार्यक्रम में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ अभिषेक वशिष्ठ ने रामचरित मानस की चौपाइयों को उद्धृत करते हुए कहा कि ईश्वर को भी अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए गुरु की शरण में जाना पड़ा था। उन्होंने इस दिवस गुरुवन्दन कार्यक्रम आयोजित करने के उद्देश्य और उस की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।साथ ही उन्होंने आगंतुकों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय इकाई सचिव श्री उमेश शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में इकाई सदस्य प्रो. अनिल छंगाणी, प्रो. राजाराम चोयल, प्रो. ऍम डी शर्मा, डॉ. मेघना शर्मा, डॉ. प्रगति सोबती, डॉ. रविन्द्र मंगल, डॉ. अमरेश सिंह, डॉ. फौजा सिंह, डॉ. धर्मेंद्र हरवानी, डॉ. प्रभुदान चरण, डॉ. गौरीशंकर प्रजापत सहित विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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