
बीकानेर |नेशनल पेपर बैग डे के उपलक्ष्य में पवनपुरी चैरिटेबल विद्यालय में महावीर इंटरनेशनल गंगाशहर द्वारा कागज के बैग सीखने की कार्यशाला आयोजित की गई|
इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष वीर टोडरमल चोपड़ा ने बच्चों को सिंगल यूज़ प्लास्टिक के नुकसान समझाएं व इसका उपयोग करने को मना किया|
कार्यशाला में सुश्री महक गुप्ता ने बच्चों को कागज से विभिन्न प्रकार के बैग बनाने सिखाए व साथ ही बच्चों को बताया कि पेपर बैग मनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण में फैले कचरे को कम करना है। ताकि लोग प्लास्टिक के सामान का कम और पेपर से बने बैग का अधिक इस्तेमाल करें।
चैरिटेबल विद्यालय की प्रधानाध्यापिका डॉ. अर्पिता गुप्ता ने बताया कि पेपर बैग प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए इको फ्रेंडली ऑप्शन भी है। प्लास्टिक को नष्ट होने में सालों लगते हैं और यह जीव जंतुओं के लिए भी नुकसानदेह है। समुद्र में प्लास्टिक का कचरा जमा होने से मछलियों व जल में रहने वाले अन्य जंतुओं की मृत्यु हो जाती है।
केंद्र सचिव वीर चंद्र कुमार राखेचा ने कहां की प्लास्टिक को जलाने से वायु प्रदूषण होता है। इसके स्थान पर पेपर बैग इस्तेमाल करने से पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी। गंगाशहर केंद्र द्वारा सभी बच्चों को कपड़े के थैले, चिप्स बिस्किट जूस आदि वितरित किए गए| वीर बच्छराज रांका द्वारा कार्यक्रम मे महावीर प्रवाह ई चौपाल विशेषांक का भी वितरण किया गया |कार्यक्रम को सफल बनाने में स्नेहा शर्मा सृष्टि, शेखावत, लक्ष्मी गहलोत,रुखसार आदि की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही|
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