बीकानेर, 23 दिसम्बर, 2025 । भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर द्वारा मनाए जा रहे ‘स्वच्छता पखवाड़ा’(16-31 दिसम्बर) गतिविधियों के क्रम में आज राष्ट्रीय किसान दिवस का आयोजन किया गया। किसान दिवस के इस अवसर पर केन्द्र द्वारा अनुसूचित जाति उप-योजना (SCSP) के अंतर्गत “स्वच्छ दूध उत्पादन एवं महत्व” पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें बीकानेर जिले के विभिन्न गांवों यथा- परवा, गीगासर, गाढ़वाला, उदासर, अम्बासर, बादनूं आदि से 65 पशुपालकों (महिला एवं पुरुष) ने सहभागिता निभाई । इस अवसर पर किसानों को कृषि संबद्ध संसाधनों का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में केंद्र के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों ने प्रतिभागी पशुपालकों को पशुधन एवं कृषि आधारित उपयोगी जानकारी प्रदान की। प्रतिभागी किसानों को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के माध्यम से रखी गई ऑनलाईन बैठक से भी जोड़ा गया जिसमें माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सर्वप्रथम देश के किसानों को चौधरी चरण सिंह जयंती की बधाई संप्रेषित करते हुए उन्हें किसान कल्याण, समृद्धि और ग्रामीण विकास का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत-जी राम जी” से ग्रामीण रोजगार और विकास की नई तस्वीर बनेगी। इस अवसर पर श्री भागीरथ चौधरी, माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
इस अवसर पर डॉ. समर कुमार घौरुई, प्रधान वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम अध्यक्ष ने पशुपालकों को सरकारी योजनाओं के अधिकाधिक लाभ उठाने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने समन्वित खेती को लाभदायक बताया। इस दौरान डॉ. वेद प्रकाश, प्रधान वैज्ञानिक ने पशुओं से स्वच्छ उत्पादन हेतु लेने जरूरी घटकों की जानकारी देते हुए राजस्थान प्रदेश में उष्ट्र बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण डेयरी व्यावसायीकरण को बढ़ावा देने तथा इसके दूध की बढ़ती मांग की जानकारी दी।
केन्द्र निदेशक डॉ. अनिल कुमार पूनिया ने किसान दिवस के महत्वपूर्ण अवसर पर अपनी बात वैज्ञानिकों के माध्यम से पहुंचाते हुए कहा कि एनआरसीसी, एससीएसपी उप-योजना के अंतर्गत अधिकाधिक पशुपालकों को लाभान्वित करने हेतु सतत प्रयासरत है। इसी उद्देश्य से स्वच्छ दूध उत्पादन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, ताकि पशुपालकों में वैज्ञानिक ज्ञान बढ़े, पशु उत्पादकता में वृद्धि हो और उनकी आय में महत्वपूर्ण सुधार लाया जा सके।
केन्द्र में ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. अरूणा कुनियाल ने स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य की जानकारी देते हुए कहा कि स्वच्छता केवल आदत नहीं बल्कि हमारी संस्कृति, सोच व जिम्मेदारी होती है। इस दौरान डॉ. काशी नाथ, पशु चिकित्सा अधिकारी ने पशुओं में स्वच्छता का महत्व, उनसे प्राप्त उत्पादों की गुणवत्ता, थनैला रोग तथा इसके बचाव हेतु बरती जाने वाली सावधानियों आदि की विस्तृत जानकारी दी ।
कार्यक्रम में एससीएसपी के नोडल अधिकारी श्री मनजीत सिंह ने सभी पशुपालकों और विशेषज्ञों का धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री आशीष पित्ती, वित्त एवं लेखाधिकारी, श्री राजेश चौधरी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी एवं श्री हेमेन्द्र आदि ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन श्री नेमीचंद बारासा, मुख्य तकनीकी अधिकारी ने किया।
एनआरसीसी द्वारा किसान दिवस के उपलक्ष्य में स्वच्छ दूध उत्पादन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित..












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