
बीकानेर।संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में आज बीकानेर स्थित श्री विश्वनाथ सन्यास आश्रम, मुरलीधर व्यास कॉलोनी में एक भव्य वैदिक व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन वैदिक संस्कार एवं शिक्षा बोर्ड, राजस्थान सरकार एवं विश्वगुरुदीप आश्रम शोध संस्थान, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का मुख्य विषय था —
- वेदों में सृष्टि की उत्पत्ति
- वेद पाठ
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर व्यासपीठ, बीकानेर के प्रसिद्ध पंडित श्रीकांत व्यास ने सृष्टि के वैदिक सिद्धांतों एवं वेदों की प्रासंगिकता पर सारगर्भित उद्बोधन दिया। उन्होंने वैदिक संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन पर बल देते हुए युवाओं से जुड़ने का आह्वान किया। श्रीकांत व्यास ने बताया कि प्रकृति के बनाय नियमों का पालन करना चाहिए वेदों में ऐसे बहुत से रहस्य छुपे हुए है जिसको अपने जीवन में उतारकर सुखी एवं स्वस्थ जीवन जी सके वैदिक आचार्य मोहित बिस्सा (बीकानेर) द्वारा मंत्रोच्चार एवं वेद पाठ प्रस्तुत किया गया, जिससे वातावरण आध्यात्मिकता से परिपूर्ण हो गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बीकानेर जिला उद्योग संघ के सचिव श्री वीरेन्द्र किराड़ू ने की किराडू जी ने बताया कि वेद मंत्रों के उच्चारण का निरंतर अभ्यास से शरीर के सूक्ष्म तंतुओं का संतुलन बना रहता हैं वेदों से प्राप्त ज्योतिष ज्ञान से भी चिकित्सा संबंधित समस्या का निवारण उपलब्ध है तथा संत सान्निध्य महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानेश्वर पुरी (उपाध्यक्ष, विश्वगुरुदीप आश्रम शोध संस्थान, जयपुर) का प्राप्त हुआ।कार्यक्रम के समन्वयक के रूप में श्री कपिल अग्रवाल (सचिव, विश्वगुरुदीप स्वामी महेन्द्रभारती ओम आश्रम एवं सदस्य, वैदिक बोर्ड, राजस्थान सरकार) ने आयोजन की व्यवस्थाओं का सफल संचालन किया।संस्थान के अनुसार इस प्रकार के आयोजन वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार एवं युवाओं में संस्कृत भाषा के प्रति जागरूकता लाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
कार्यक्रम का संचालन करते हुवे लवकुमार देराश्री ने सबका आभार व्यक्त किया और सभी युवा साथी साथियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसमें सहयोगी रामदेव ओझा अजय आचार्य निखिल कछवा चिरंजीव जोशी यश आचार्य गौरव आचार्य राधे मोहन रोहित लक्ष्मीकांत और अधिक मात्रा में युवा साथी उपस्थित रहे ।
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