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प्रो. बीएल वर्मा वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा के कुलगुरू नियुक्त…

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वीएमओयू को देश का शीर्ष मुक्त विश्वविद्यालय बनाना रहेगी प्राथमिकता : प्रो.बीएल वर्मा, कुलगुरु

कोटा/उदयपुर, 04 सितम्बर, राजस्थान के राज्यपाल एवं कुलाधिपति, श्री हरिभाऊ बागडे ने राज्य सरकार के परामर्श से विख्यात शिक्षाविद प्रो.बीएल वर्मा, डीन एवं संकाय अध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, व्यवसाय प्रशासन विभाग,मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर को वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा का कुलगुरू नियुक्त किया है। वर्तमान में प्रो. वर्मा एमएलएसयू में व्यावसायिक प्रशासन विभागाध्यक्ष,अधिष्ठाता-डीन,वाणिज्य महाविद्यालय के रूप में कार्यरत हैं। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा के नवनियुक्त कुलगुरु प्रो. बी.एल. वर्मा के लिए यह न केवल उनके लिए एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि राजस्थान के दूरस्थ शिक्षा जगत के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि प्रो.बीएल वर्मा एक ऐसे शिक्षाविद् हैं जिन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में समर्पित और प्रेरणादायी योगदान दिया है। प्रो. वर्मा की अकादमिक यात्रा उत्कृष्टता और नेतृत्व की मिसाल रही है। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के प्रबंधन संकाय की डीन के रूप में उन्होंने निरंतर प्रगति करते हुए विश्वविद्यालय में प्रबंधन संकाय की विभिन्न महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियां निभाईं। इस अवधि के दौरान उन्होंने शैक्षणिक गुणवत्ता,अनुसंधान, नवाचार, और प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्रों में कई उल्लेखनीय पहले की है।

इस अवसर पर नवनियुक्त कुलगुरु प्रो. बीएल वर्मा ने कहा कि वीएमओयू को देश का शीर्ष मुक्त विश्वविद्यालयों में शामिल करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उनका प्रयास रहेगा कि जन-जन तक एवं समाज के अंतिम छोर तक मुक्त शिक्षा को पहुँचा कर राजस्थान प्रदेश को मुक्त शिक्षा के परिदृश्य में सशक्त किया जा सके। हम प्रदेश के सभी वर्गों के सर्वांगीण समावेशी विकास और मुक्त-दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से उनके ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षार्थी-केंद्रित और मूल्य-आधारित शिक्षा प्रदान करने की दिशा में काम करेंगे। नवीन व्यावसायिक पाठ्यक्रम विकसित कर उद्योग और सामाजिक संगठनों के साथ साझेदारी के साथ विद्यार्थियों के रोजगार नियोजन में भी वीएमओयू अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करेगा। वर्तमान परिदृश्य की नवीनतम तकनीकों को अपना कर विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के माध्यम से शिक्षा और ज्ञान के प्रसार को बढ़ावा देने के साथ राष्ट्रीय परिदृश्य में विशिष्ट उपलब्धियों को अर्जित करने का समुचित प्रयास करेगा।

सादर प्रकाशनार्थ,

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