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क्या है ल्यूकोरिया? महिलाओं में अधिक सफेद पानी गिरने के जाने कारण, लक्षण और उपचार : डॉ रुबीना यासिर

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ल्यूकोरिया: कारण, लक्षण और उपचार

ल्यूकोरिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिलाओं के प्राइवेट पार्ट से अधिक मात्रा में सफेद या पीले रंग का स्राव निकलता है। यह समस्या आमतौर पर प्राइवेट पार्ट की उचित सफाई न करने, इंफेक्शन या हार्मोनल असंतुलन के कारण होती है। हालांकि, ल्यूकोरिया को डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी एंटीबायोटिक से इलाज करने की सलाह नहीं दी जाती। इस लेख में हम ल्यूकोरिया के कारण, लक्षण, प्रकार और उपचार के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

ल्यूकोरिया के कारण

  1. हार्मोनल परिवर्तन:
  • बिजोतपत्ती (Ovulation): मासिक धर्म के दौरान इस्ट्रोजन (Estrogen) का स्तर बढ़ने से सफेद पानी का बहाव अधिक हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान भी सफेद पानी की मात्रा बढ़ जाती है। नवजात अर्भक बच्चियों में भी मातृ इस्ट्रोजन के कारण सफेद पानी निकल सकता है।
  • रजोनिवृत्ति: हार्मोनल असंतुलन के कारण भी ल्यूकोरिया हो सकता है।
  1. योनि स्राव:
  • योनि से हल्का सफेद या पीले रंग का स्राव एक सामान्य स्थिति हो सकती है, जो आमतौर पर कोई बड़ी समस्या नहीं होती।
  1. योनि संक्रमण:
  • यीस्ट संक्रमण: यीस्ट संक्रमण के कारण योनि स्राव हो सकता है।
  • बैक्टीरियल वेजिनोसिस: बैक्टीरियल संक्रमण के कारण भी योनि स्राव होता है।
  1. यौन संचारित रोग (STDs):
  • कुछ यौन संचारित रोग, जैसे कि क्लैमिडिया और गोनोरिया, योनि स्राव का कारण बन सकते हैं।
  1. गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर:
  • गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के शुरुआती लक्षणों में असामान्य योनि स्राव शामिल हो सकता है।

ल्यूकोरिया के लक्षण

ल्यूकोरिया के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • सफेद या पीले रंग का स्राव: योनि से सफेद या पीले रंग का मोटा या पतला पदार्थ निकलना।
  • खुजली और सूजन: स्राव के साथ खुजली, सूजन या खराश होना।
  • पेशाब में जलन: पेशाब करने पर जलन और बार-बार पेशाब की इच्छा होना।
  • सामान्य कमजोरी और सुस्ती: शरीर में सामान्य कमजोरी और सुस्ती का अनुभव होना।
  • यौन गतिविधि के दौरान दर्द: यौन गतिविधि के दौरान जननांग क्षेत्र में सूजन और दर्द महसूस होना।
  • पीठ के निचले हिस्से में दर्द: पीठ के निचले हिस्से में दर्द और जांघों में असुविधा होना।

ल्यूकोरिया का उपचार

ल्यूकोरिया का उपचार इसके कारणों के आधार पर किया जाता है। यदि समस्या हार्मोनल असंतुलन के कारण है, तो डॉक्टर हार्मोनल थैरेपी की सिफारिश कर सकते हैं। संक्रमण या एसटीडी के कारण होने वाली ल्यूकोरिया के लिए एंटीबायोटिक या एंटिफंगल दवाइयां दी जा सकती हैं। घरेलू नुस्खे भी कभी-कभी असर दिखाते हैं, लेकिन इनका उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।

होम्योपैथिक उपचार

ल्यूकोरिया के होम्योपैथिक उपचार में निम्नलिखित दवाइयाँ शामिल हो सकती हैं:

  • एंटीमोनियम क्रूडम
  • एल्यूमिना
  • बोरेक्स
  • कैल्केरिया कार्बोनिका
  • कैंथारिस वेसिकेटोरिया
  • ग्रेफाइट
  • काली बाइक्रोमिकम
  • क्रिओसोटम

इन दवाइयों का उपयोग केवल एक योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक की सलाह पर ही करें।

निष्कर्ष

ल्यूकोरिया एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन इसके लक्षणों और कारणों को समझना महत्वपूर्ण है। यदि आपको ल्यूकोरिया के लक्षण महसूस होते हैं, तो सही निदान और उपचार के लिए एक योग्य डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। स्व-संवेदनशीलता और सही उपचार से आप इस समस्या को ठीक कर सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।

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