BJP के वो 5 चेहरे जिन्होंने राजस्थान में रिवायत बदलने के दावों की हवा निकाल दी, दिग्गजों नहीं ये हैं ‘पावर हाउस’
जयपुर: राजस्थान कांग्रेस ने सरकार रिपीट करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया। पिछले एक साल में कई ऐसी योजनाएं जारी की जिससे आमजन को सीधा फायदा मिले। साथ ही प्रदेश की जनता को 7 गारंटियां भी दी। इसके बावजूद कांग्रेस सरकार को रिपीट करने में असफल रही। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने कांग्रेस को घेरने के लिए विशेष रणनीति बनाई। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद वेंकटेश जोशी को राजस्थान प्रदेश का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया। नितिन पटेल और कुलदीप बिश्नोई को सह चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया। नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष नारायण पंचारिया को भी अहम जिम्मेदारी दी गई। बीजेपी के इन पांचों नेताओं ने पीएम मोदी की रणनीति पर काम करते हुए राजस्थान कांग्रेस के दावों की हवा निकाल कर रख दी। जानिए बीजेपी के इन फाइव स्टार नेताओं को..
प्रह्लाद वेंकटेश जोशी
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पांच महीने पहले ही बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद वेंकटेश जोशी को राजस्थान का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया। जोशी लगातार जयपुर आकर बीजेपी की रणनीति को लेकर वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श करते रहे। कांग्रेस को हर मुद्दे पर घेरने की विशेष कार्य योजना तैयार की गई। केंद्रीय नेतृत्व द्वारा बनाई गई रणनीति पर काम करते हुए लगातार पार्टी के नेताओं को संगठन के पदाधिकारियों में तालमेल बनाए रखा। प्रचार के लिए पीएम मोदी सहित तमाम केंद्रीय मंत्रियों के दौरों की मॉनिटरिंग की। पेपर लीक, भ्रष्टाचार और बढ़ते अपराधों को लेकर लगातार कांग्रेस पर हमला बोला गया। अब चुनाव नतीजे सबके सामने हैं। कर्नाटक के रहने वाले प्रह्लाद जोशी बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं और लगातार तीन बार लोकसभा सांसद चुने गए हैं।
नितिन भाई पटेल
बीजेपी के दूसरे स्टार गुजरात के पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल हैं। चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी के निर्देशन में राजस्थान में पूरा कामकाज नितिन पटेल ने संभाला। हालांकि वे फ्रंट में आने के बजाय पर्दे के पीछे रहकर अपना काम करते रहे। पाटीदार समुदाय से ताल्लुक रखने वाले नितिन भाई पटेल पीएम मोदी के सबसे विश्वासपात्र नेताओं में गिने जाते हैं। बीजेपी के कार्यकर्ताओं और संगठन के पदाधिकारियों को विशेष टास्क देकर उसकी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेजते रहे। इनके प्रयासों का नतीजा यह रहा कि राजस्थान में कांग्रेस की गारंटियां फेल हो गई।
कुलदीप बिश्नोई
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल बिश्नोई के बेटे कुलदीप बिश्नोई को भी बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव में विशेष टास्क दिया गया। वर्ष 2007 में वे कांग्रेस छोड़कर मोदी की टीम में शामिल हुए थे। राजस्थान विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी नितिन भाई पटेल के साथ कुलदीप बिश्नोई को भी अहम जिम्मेदारी दी गई थी। पटेल की तरह कुलदीप बिश्नोई भी फ्रंट में न आकर धरातल पर काम करते रहे। केंद्रीय नेतृत्व द्वारा दिए गए हर टास्क को पूरा करके इसकी रिपोर्ट भेजते रहे। राजस्थान में बीजेपी के पूर्ण बहुमत में आने की रिपोर्ट कुलदीप बिश्नोई द्वारा कुछ दिन पहले ही केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी गई थी।
नारायण पंचारिया
पूर्व राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया को बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व में इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी का संयोजक बनाया था। प्रदेशभर में हुए प्रचार प्रसार की रणनीति को केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार पंचारिया ने क्रियान्वित किया। पीएम मोदी और केंद्रीय नेताओं की चुनावी रैलियों और जनसभाओं से पहले प्रदेशभर में निकाली गई रथयात्राओं का जिम्मदा पंचारिया ने ही संभाला। सितंबर में राजस्थान के चारों कोनों से निकाली गई परिवर्तन संकल्प यात्राओं का जिम्मा भी पंचारिया ने ही संभाला था।
सीपी जोशी
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने सतीश पूनिया को हटाकर सीपी जोशी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया। चित्तौड़गढ़ से लोकसभा सांसद सीपी जोशी को मेवाड़ अंचल से नए चेहरे के रूप में नई जिम्मेदारी मिली। प्रदेशाध्यक्ष का पदभार ग्रहण करते ही जोशी ने प्रदेशभर में दौरे शुरू किए। पार्टी की अंदरुनी गुटबाजी से ऊपर उठकर जोशी सबको साथ लेकर चले। उन्होंने प्रदेश के नेताओं को साफ कह दिया था कि पार्टी में कोई भी व्यक्ति या गुट बड़ा नहीं है। सभी नेता और कार्यकर्ता पार्टी के सिपाही के रूप में समान है। प्रदेश में भाजपा की मिले स्पष्ट बहुमत से जोशी का कद और बढ़ गया है।
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