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INDRA 2021 : आग उगलते रॉकेट और हेलिकॉप्टर से मिसाइल अटैक, देखें भारत-रूस युद्धाभ्यास का शानदार नजारा

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रूसी रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि रूस और भारत के अभ्यास इंद्र-2021 का मुख्य चरण विमान, तोपखाने और टैंकों के उपयोग के साथ प्रूडबॉय प्रशिक्षण मैदान में वोल्गोग्राड के पास समाप्त हो गया है। इस युद्धाभ्यास के दौरान आतंकवादी हमलों को नाकाम करने और जवाबी कार्रवाई करने की ट्रेनिंग भी हुई।
मॉस्को
भारत-रूस संयुक्त सैन्याभ्यास इंद्र-2021 का आज समापन हो गया है। आखिरी दिन रूसी सेना के एविएशन और आर्टिलरी कोर ने हमले का जबरदस्त नजारा पेश किया। रूसी मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चरों ने जमीन से दुश्मनों के ठिकाने पर जमकर रॉकेट दागे। वहीं, आसमान से कामोव केए-52 अटैक हेलिकॉप्टर ने भी अपना जलवा दिखाया। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर एमआई-17 और एमआई-26 ने भी सैनिकों और सामान को रणनीतिक स्थानों पर पहुंचाने और एयरड्रॉप करने की ताकत दिखाई।
खत्म हुआ भारत-रूस युद्धाभ्यास का मुख्य चरण
रूसी रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि रूस और भारत के अभ्यास इंद्र-2021 का मुख्य चरण विमान, तोपखाने और टैंकों के उपयोग के साथ प्रूडबॉय प्रशिक्षण मैदान में वोल्गोग्राड के पास समाप्त हो गया है। इस युद्धाभ्यास के दौरान आतंकवादी हमलों को नाकाम करने और जवाबी कार्रवाई करने की ट्रेनिंग भी हुई। भारत और रूस दोनों ही लंबे समय से आतंकवाद से पीड़ित रहे हैं। रूस में एक तरफ जहां चेचेन्या के उग्रवादियों ने पिछले दशक तक जमकर कोहराम मचाया था, वहीं भारत को अब भी पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का शिकार है।
युद्धाभ्यास में इन हथियारों का हुआ इस्तेमाल
रूस द्वारा प्रूडबॉय सैन्य परीक्षण मैदान में आयोजित इस युद्धाभ्यास में टी-90 मुख्य युद्धक टैंक और एमबीपी-3 इंफ्रेंट्री फाइटिंग व्हीकल (IFV) का भी इस्तेमाल किया गया। दो हफ्ते तक चले इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों की सेनाओं के 250-250 सैनिक हिस्सा लिया। रूसी मीडिया के अनुसार, इस दौरान दोनों देशों की सेनाओं ने लगभग 100 तरह के अलग-अलग सैन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया।
रॉकेट लॉन्चरों ने दिखाई ताकत
टैंक और आईएफवी के अलावा इस युद्धाभ्यास में विभिन्न प्रकार के ग्रैड मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर और मानव रहित हवाई वाहनों (ड्रोन) का इस्तेमाल किया गया। इस युद्धाभ्यास में रूस के दक्षिणी सैन्य जिले में तैनात लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर जमीनी सेना को हवाई सहायता मुहैया करवाई। दोनों देशों के जवानों ने इस दौरान पैराशूट जंप भी किया।
भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने भी लिया हिस्सा
कुछ दिनों पहले भारतीय नौसेना ने भी इंद्र-2021 के तहत रूसी नौसेना के साथ युद्धाभ्यास किया था। फिनलैंड की खाड़ी में स्थित सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित इस युद्धाभ्यास में भारत की तरफ से आईएनएस तबर ने हिस्सा लिया था। आईएनएस तबर ने रूस के 325वें नौसना दिवस के अवसर पर आयोजित परेड में भी हिस्सा लिया था। सेंट पीटर्सबर्ग में आईएनएस तबर के चालक दल के सदस्यों ने रूसी नौसेना के साथ कई तरह के द्विपक्षीय चर्चाएं भी की थीं। इस युद्धाभ्यास का मकसद समुद्री खतरों से निपटने के लिए संयुक्त अभियान को बढ़ावा देना और समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
भारत-रूस संबंधों पर उठ रहे सवाल
इन दिनों अंतराष्ट्रीय कूटनीति में जारी उतार-चढ़ाव को देखते हुए भारत और रूस के संबंधों पर सवाल उठाए जा रहे हैं। रूस ने हाल में ही अफगानिस्तान में लगातार बिगड़ते हालात को लेकर बुलाई गई एक बड़ी बैठक में आमंत्रित नहीं किया है। इस बैठक में रूस के अलावा पाकिस्तान, चीन और अमेरिका के शामिल होने की संभावना है। कतर में आयोजित होने वाली इस बैठक का नाम विस्तारिक ट्रोइका है। इससे पहले भी अफगानिस्तान को लेकर हुई बैठक में रूस ने भारत को नहीं बुलाया था। उस समय भी भारत-रूस संबंधों को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए गए थे।

REPORT BY साहिल पठान

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