“मैं शेफ़ हूँ — स्वाद से ज़िंदगी गढ़ने की कला” मैं शेफ़ हूँ — यह सिर्फ़ एक नौकरी नहीं,ये मेरा जुनून है।सफ़ेद कोट और ऊँची टोपी ही नहीं,यही मेरी शान है, यही मेरा सुकून है। ये केवल ड्यूटी नहीं, न सिर्फ़ रोज़ी-रोटी,रसोई मेरा मंदिर है—जहाँ स्वाद की आरती रोज़ जलती है। छुरी की चमक और चूल्हे की...
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(नारियों की अनकही कहानी) तू सिर्फ़ एक देह नहीं, एक पहचान है,एक कहानी, या कोई अनकहा बयान है?कभी बेटी, कभी माँ, कभी तू जीवनसाथी,एक नारी ने ही तो दिया हमे जीवनदान है। समाज ने तुझे बेड़ियों में बांधना चाहा,पर तेरे सपनों ने आसमान छुआ।आज तू केवल चौखट की कैदी नहीं,तेरी शक्ति से ही जग में सम्मान...
अंकिता मिश्रा– मुंबई मन का आईना ये कैसी भाग-दौड़ है, जो रुकने ही नहीं देती,चेहरे पर मुस्कान है, पर आँखों को हँसने नहीं देती। भीड़ के बीच इंसान इतना अकेला कैसे हो गया,अपनी ही परछाईं से बचता-बचता डरने लगा, सो गया। रिश्ते अब संदेशों में बँधकर रह गए हैं,लोग पास होकर भी जैसे रह गए हैं।...
आगरा। चाचा नेहरू के जन्म दिवस के अवसर पर आगरा में श्री भगवान सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में बाल मेले का आयोजन किया गया जिसमें है छोटे-छोटे विद्यार्थियों द्वारा खाद्य पदार्थ एवं खेलकूद मनोरंजन की दुकान लगाई गई जिसमें आए हुए अतिथि द्वारा अभिभावकों , विद्यालय के अन्य भैया बहनों एवं अध्यापकों...
— निशा लिम्बा, स्पोर्ट्स कोच, खेल परिषद,राजस्थान 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक का कार्यक्रम दुनिया को एक नया संदेश दे रहा है—समान अवसर, महिला-सशक्तिकरण और खेलों में नवाचार का संगम। ओलंपिक आयोजकों ने इस बार जो बदलाव किए हैं, वे इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हैं। पहली बार टीम खेलों में महिलाओं...














