PTI भर्ती में फर्जीवाड़ा करने वाले 58 कैंडिडेट अपात्र घोषित:244 अभ्यर्थियों की लिस्ट कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को भेजी; 100 की जांच जारी
जयपुर
राजस्थान में पीटीआई भर्ती परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की जांच के बाद अब कर्मचारी चयन आयोग ने पीटीआई भर्ती परीक्षा-2022 के 58 लोगों को अपात्र घोषित कर दिया है। इन अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी की गई है।
वहीं, 244 अभ्यर्थियों की लिस्ट कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को भेजी है। इनमें से ज्यादातर अभ्यर्थी जॉइन भी कर चुके हैं। कर्मचारी चयन बोर्ड ने 244 अभ्यर्थियों की इस लिस्ट को फिलहाल जारी नहीं किया है।
दरअसल, भर्ती परीक्षाओं में फर्जी डिग्री और सर्टिफिकेट मामले को लेकर एसओजी ने पीटीआई भर्ती परीक्षा के काफी अभ्यर्थियों को संदिग्ध माना था। कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने बताया- राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में धांधली को लेकर कर्मचारी चयन बोर्ड पारदर्शी तरीके से काम कर रहा है। ऐसे में PTI भर्ती में शिकायतों के आधार पर जब डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन किया गया तो काफी अभ्यर्थियों के डॉक्युमेंट में गड़बड़ी मिली।
इसके बाद अभ्यर्थियों को फिर से अपने डॉक्युमेंट वेरिफाई करने के लिए वक्त दिया गया। निर्धारित वक्त में अभ्यर्थियों ने अपने डॉक्युमेंट वेरिफाई नहीं कराए तो अब बोर्ड ने 58 अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित कर दिया है। इसके साथ ही अब बोर्ड द्वारा सभी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी।
244 अभ्यर्थियों की लिस्ट शिक्षा विभाग को दी गई कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने कहा- बोर्ड ने 54 कैंडिडेट्स को अपात्र घोषित करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा कर्मचारी चयन बोर्ड ने 244 अभ्यर्थियों की लिस्ट शिक्षा विभाग को दी है। इनमें से काफी अभ्यर्थी ऐसे भी थे, जो पीटीआई के पद पर जॉइन भी कर चुके हैं। उनके डॉक्युमेंट पूरी तरह गलत और फर्जी थे। ऐसे में हमने शिक्षा विभाग से उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। वहीं, बोर्ड द्वारा फिलहाल 100 अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है। जिनके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
पीटीआई भर्ती परीक्षा-2022 शुरू से ही विवादों में रही कर्मचारी चयन बोर्ड ने 16 जून 2022 को पीटीआई की ग्रेड थर्ड पोस्ट के लिए 5546 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया था। एग्जाम के लिए 53 हजार 234 कैंडिडेट ने रजिस्ट्रेशन किया था। जयपुर के 143 सेंटर्स पर 25 सितंबर 2022 को परीक्षा हुई। अक्टूबर-2022 में बोर्ड ने इसका रिजल्ट जारी किया। इसके बाद बोर्ड ने आंसर की जारी कर आपत्ति मांगी थी।
महज 7 दिन बाद ही बोर्ड ने शॉर्टलिस्ट कैंडिडेट की लिस्ट जारी कर दी थी। आंसर-की जारी होने के बाद मामला कोर्ट पहुंचा। याचिकाकर्ता का कहना था कि आधा दर्जन प्रश्नों को गलत माना गया जबकि वो सही थे। दावा किया गया कि बोर्ड की बुक्स के अनुसार वो आंसर सही थे।
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