Tapas Drone Project: तापस ड्रोन परियोजना पर काम जारी रखेगा DRDO, क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाएगा डिजाइन में सुधार
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) तापस ड्रोन परियोजना जारी रखेगा। रक्षा बलों ने तापस ड्रोन का परीक्षण भी किया गया है। इस दौरान इसने 28000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरी। यह 18 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने में सक्षम है। हालांकि यह लगातार 24 घंटे से अधिक समय तक 30000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने के मानक पर खरा नहीं उतरा।

HIGHLIGHTS
- 18 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने में है सक्षम
- ड्रोन के डिजाइन में सुधार और इसकी क्षमता बढ़ाने पर काम किया जाएगा
एएनआई, नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) तापस ड्रोन परियोजना जारी रखेगा। सूत्रों ने कहा कि एक सशस्त्र बल ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में आपरेशन के लिए तापस ड्रोन का उपयोग करने में रुचि दिखाई है। इसका उपयोग निगरानी और टोही गतिविधियों के लिए हो सकता है।
28,000 फीट की ऊंचाई तक भरी उड़ान
रक्षा बलों ने तापस ड्रोन का परीक्षण भी किया गया है। इस दौरान इसने 28,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरी। यह 18 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने में सक्षम है। हालांकि, यह लगातार 24 घंटे से अधिक समय तक 30,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने के मानक पर खरा नहीं उतरा।
उड़ान भरने के लिए नहीं होती अधिक लंबे रनवे की जरूरत
एक परीक्षण में ड्रोन को चित्रदुर्ग में हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने के बाद कुछ घंटों के लिए अरब सागर के ऊपर नौसेना अधिकारियों द्वारा संचालित किया गया था। तापस ड्रोन को उड़ान भरने के लिए अधिक लंबे रनवे की जरूरत नहीं होती।
ड्रोन के डिजाइन में किया जाएगा सुधार
अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन के डिजाइन में सुधार और इसकी क्षमता बढ़ाने पर काम किया जाएगा ताकि इसे 30,000 फीट की ऊंचाई और सेवा आवश्यकताओं के लिए अधिक उपयुक्त बनाया जा सके।
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