DEFENCE / PARAMILITARY / NATIONAL & INTERNATIONAL SECURITY AGENCY / FOREIGN AFFAIRS / MILITARY AFFAIRS

UAE और अमेरिका ने अबू धाबी पर हूती विद्रोहियों के हमले को किया नाकाम, फारस की खाड़ी में बढ़ा तनाव

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare


दुबई: यमन के हूती बागियों ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी पर मिसाइलें दागने की जिम्मेदारी लेते हुए विदेशी कंपनियों और निवेशकों से यूएई छोड़ने को कहा है. हूती विद्रोही समूह द्वारा दागी गईं दो बैलिस्टिक मिसाइलों को यूएई और अमेरिकी सेना ने सोमवार सुबह बीच में ही रोक कर नष्ट कर दिया. यह अबू धाबी को निशाना बनाकर किया गया इस तरह का एक हफ्ते में दूसरा हमला था. सोमवार के हमले के बाद यूएई के लड़ाकू विमानों ने उस लॉन्चर को भी नष्ट कर दिया जहां से ये मिसाइलें दागी गई थीं. इस हमले ने फारस की खाड़ी में तनाव बढ़ा दिया है. इस तरह के हमले यूएई के आसपास तो होते थे लेकिन मुल्क में कभी नहीं हुए. यमन में सालों से चल रही जंग और वैश्विक शक्तियों के साथ ईरान का परमाणु समझौता नाकाम होने के बाद यह हमला हुआ है. राजधानी अबू धाबी के अल-ज़फरा वायु सेना केंद्र पर मौजूद दो हजार अमेरिकी सैनिकों को हमले के दौरान बंकरों में पनाह लेनी पड़ी और पैट्रियट मिसाइलें दागनी पड़ीं.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो में दिख रहा है कि सोमवार तड़के अबू धाबी के आसमान में बिजली चमकती है और धमाके की आवाज़ आती है. दरअसल, यह ‘इंटरसेप्टर मिसाइलों’ द्वारा बीच में ही बैलिस्टिक मिसाइलों को रोककर नष्ट करने की आवाज़ थी. यमन में हूती सेना के प्रवक्ता याहिया सरई ने टीवी पर प्रसारित एक बयान में हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि बागियों ने ज़ुल्फिकार बैलिस्टिक मिसाइल तथा ड्रोन से हमला किया है जिसमें एयर बेस भी शामिल है. उन्होंने चेताया कि जब तक यमनी लोगों पर हमले जारी रहते हैं तब तक यूएई को निशाना बनाया जाता रहेगा. सरई ने कहा, “हम विदेशी कंपनियों और निवेशकों को आगाह कर रहे हैं कि वे यूएई छोड़ दें. यह एक असुरक्षित देश बन गया है.” सरकारी समाचार एजेंसी ‘डब्ल्यूएएम’ की एक खबर के अनुसार, यूएई के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूएई किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार है और देश को सभी तरह के हमलों से बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं. अमेरिकी केंद्रीय कमान के प्रवक्ता और नौसेना के कैप्टन बिल अर्बन ने एक बयान में माना कि अमेरिकी पैट्रियट मिसाइलों ने हूती की मिसाइलों को अबू धाबी पर हमला करने से रोका. सोशल मीडिया पर दिख रहे वीडियो से पता चलता है कि मिसाइल वायु सेना केंद्र से दागी गईं थीं. उन्होंने कहा, “ संयुक्त प्रयासों से दोनों मिसाइलों को केंद्र को प्रभावित करने से रोक दिया गया. मिसाइल हमले की वजह से अबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई यातायात करीब घंटे भर तक प्रभावित रहा है.
हमले के बाद दुबई आर्थिक बाजार करीब दो फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ. अबू धाबी प्रतिभूति विनिमय में भी मामूली गिरावट आई. अबू धाबी में अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एक परामर्श जारी कर कहा कि उन्हें सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क रहने की जरूरत है. व्हाइट हाउस के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने यूएई और सऊदी अरब के राजदूतों से सोमवार को मुलाकात की और हूतियों की ओर से हाल में किए गए हमलों की चर्चा की. यूएई के रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर एक वीडियो भी साझा की जिसमें एक एफ-16 लड़ाकू विमान यमन स्थित बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चर को नष्ट करता दिखाई देता है. बता दें कि यमन में सऊदी अरब नीत गठबंधन हूतियों से लड़ रहा है. हालांकि यूएई ने यमन से अपनी ज्यादातर सेना वापस बुला ली है लेकिन वह सऊदी मिलिशिया को समर्थन कर रहा है. अबू धाबी में 17 जनवरी की सुबह मुसाफ्फा आईसीएडी-3 क्षेत्र और अबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर नवनिर्मित एक क्षेत्र को भी निशाना बनाया गया था. उस हमले की चपेट में तीन पेट्रोलियम टैंकर आए थे और इसमें दो भारतीयों तथा एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई थी और छह अन्य लोग घायल हो गए थे.

UAE और अमेरिका ने अबू धाबी पर हूती विद्रोहियों के हमले को किया नाकाम, फारस की खाड़ी में बढ़ा तनाव
FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

About the author

THE INTERNAL NEWS

Add Comment

Click here to post a comment

error: Content is protected !!