अटल नवाचार मिशन (एआईएम), नीति आयोग ने आज भारत में डिजिटली रूप से समृद्ध माहौल उपलब्ध कराने और पूरे देश में युवाओं में एसटीईएम आधारित नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त रूप से कार्य करने के बारे में डसॉल्ट सिस्टम्स फाउंडेशन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
अटल टिंकरिंग लैब्स (एटीएल), एआईएम के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। इसने स्कूली बच्चों के बीच रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डसॉल्ट सिस्टम्स फाउंडेशन 3 डी प्रौद्योगिकियों और वर्चुअल यूनिवर्सेस के साथ भारत में शिक्षा और अनुसंधान के भविष्य को बदलने के लिए समर्पित है। यह तीन प्रमुख क्षेत्रों- परियोजना आधारित, स्व-शिक्षा विषय, हैकथॉन एवं चुनौतियां तथा अंतर-देशीय शैक्षिक सहयोग में एटीएल कार्यक्रम में योगदान देने के लिए तैयार हैं।
डसॉल्ट सिस्टम्स फाउंडेशन ने सीएसआर उद्देश्यों के हिस्से के रूप में एक पहल तैयार और विकसित की है, जो ‘रेडी टू यूज़’ के शुरुआती निर्धारण और अच्छी तरह से प्रलेखित स्व-शिक्षण, प्रशिक्षण एवं इंस्ट्रक्शनल प्लेबुक है। इसमें विजुअल समझ के लिए उचित वीडियो का प्रावधान है जिसे वे एटीएल छात्रों के साथ साझा करेंगे और उन तक डिजिटली रूप से पहुंच स्थापित की जा सकती हैं। यह प्लेबुक अध्यापकों के लिए निर्देशात्मक वीडियो से युक्त है। ताकि इसे विशेषज्ञों के न्यूनतम समर्थन के साथ लागू किया जा सके। यह सामग्री एआईएम के लिए सभी स्कूलों में एटीएल और अन्य स्कूलों के साथ-साथ भारत में स्कूली बच्चों के उपयोग के लिए उपलब्ध होगी।
इस एसओआई के तहत, डसॉल्ट सिस्टम्स फाउंडेशन एटीएल के लिए नवाचारी चुनौतियों / हैकथॉन को तैयार और व्यवस्थित करेगा, जिससे छात्रों और शिक्षकों के बीच समस्यों के निवारण, कौशल, वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी आधारित खोजपूर्ण शिक्षण कौशल और नवाचार संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।
एसओआई पर हस्ताक्षर करने के वर्चुअल सत्र के दौरान एआईएम, नीति आयोग के मिशन निदेशक आर. रामानन ने कहा कि डसॉल्ट सिस्टम्स फाउंडेशन के साथ अटल नवाचार मिशन की भागीदारी शुरू करने पर हम गर्व का अनुभव करते हैं। डसॉल्ट सिस्टम्स बड़े पैमाने पर मिशन क्रिटिकल सिस्टम्स के डिजाइन और इंजीनियरिंग में वैश्विक दिग्गज हैं। यह न केवल हमारे एटीएल टिंकरिंग लैब के छात्रों के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार में रुचि पैदा करेगा, बल्कि इंजीनियरिंग नवाचारी क्षमता को बढ़ाने में भी प्रोत्साहन देगा। इससे यह भविष्य के नवप्रवर्तकों और नौकरी सृजनकर्ताओं को डसाल्ट के माध्यम से विश्व स्तर की सामग्री उपलब्ध कराने में भी सक्षमता प्रदान करता है।
एआईएम के निदेशक मंडल के अध्यक्ष श्री सुदर्शन मोगासेले के साथ सहयोग के बारे में अपने विचार साझा करते हुए डसॉल्ट सिस्टम्स फाउंडेशन, इंडिया ने कहा कि भारत में डसॉल्ट सिस्टम्स फाउंडेशन शुरूआत से ही नवाचार की भावनाओं को अपनाने के लिए कई गतिविधियों में कार्यरत हैं। हमें अगली पीढ़ी के छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए सशक्त बनाना है। अटल नवाचार मिशन के साथ हमारी यह यात्रा हमें नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, क्योंकि हम स्कूली छात्रों में नवाचार की भावना को प्रोत्साहन देने के लिए देश में अटल टिंकरिंग लैब्स के साथ काम कर रहे हैं। हम भारत के स्कूलों में इस परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए अटल नवाचार मिशन के सपनों को पूरा करने में योगदान देने के लिए बहुत प्रसन्न हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इस भागीदारी के एक हिस्से के रूप में डसॉल्ट सिस्टम्स फाउंडेशन अटल टिंकरिंग लैब्स के लिए परियोजना आधारित, गतिविधियों पर आधारित और स्वयं शिक्षण सामग्री के साथ अपना योगदान देगा। इस क्षेत्र में अनुभवी संकाय सदस्यों द्वारा शिक्षण सामग्री तैयार की गई है। अटल नवाचार मिशन के साथ संयुक्त हैकथॉन की मेजबानी भी की जाएगी। स्कूली छात्रों को नवाचारों, उत्पाद डिजाइन और निर्माण की संस्कृति विकसित करने तथा भविष्य के नवप्रवर्तकों, उद्यमियों की भलाई के लिए योगदान देने और छात्रों के लिए चुनौतियों और अंतर-देशीय शैक्षिक सहयोग कार्यक्रमों का भी आय़ोजन किया जाएगा। इस सहयोग के माध्यम से अटल नवाचार मिशन और डसॉल्ट सिस्टम्स फाउंडेशन सांस्कृतिक विचार-विमर्श के लिए अंतर-देशीय सहयोग को प्रोत्साहन प्रदान करेगा
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