- Rajasthan ISIS Terrorist IOCL Manager Story; Mohammed Sirajuddin | Jaipur News
- इंडियन ऑयल का मैनेजर, जो बन गया ISIS का आतंकी:जयपुर में बैठकर आतंकवादी तैयार किए; जन्नत पाने महिला टेररिस्ट से शादी का प्लान
क्या कश्मीर-कश्मीर करते हो, भारत और पाकिस्तान ले लो और हां कश्मीर तो बड़ी जल्दी इंशाल्लाह इस्लामिक स्टेट होगा।
ये चैट आतंकी संगठन आईएसआईएस(इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) से जुड़े दो आतंकियों के बीच की है। इसमें एक आतंकी सीरिया में बैठा था तो दूसरा भारत में पेट्रोल-डीजल का व्यापार करने वाली सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन(IOCL) का मार्केटिंग मैनेजर मोहम्मद सिराजुद्दीन था।
इस एक चैट से भारत में आईएसआईएस के खतरनाक इरादों और उनकी घुसपैठ के बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है। सिराजुद्दीन जयपुर में बैठकर आईएसआईएस के लिए दुनियाभर में आतंकी तैयार करता था।
पिछले दिनों जयपुर NIA कोर्ट ने सिराजुद्दीन को 7 साल की सजा सुनाई है। राजस्थान ATS ने सिराजुद्दीन को ISIS के लिए काम करने के आरोप में 10 दिसंबर 2015 को जयपुर से गिरफ्तार किया था।
ATS और NIA की इन्वेस्टिगेशन के साथ ही इस पूरे जजमेंट का एक-एक पेज बारीकी से अध्ययन किया, जिसमें केस से जुड़े कई हैरान कर देने वाले फैक्ट सामने आए।

ये ISIS चीफ अबू बकर अल बगदादी था। इसी के साथ मोहम्मद सिराजुद्दीन ISIS के लिए काम करने के लिए तैयार हुआ था।
पहले पढ़िए, भारत, आईएसआईएस और जन्नत को लेकर उसके क्या ख्वाब थे…
सोशल मीडिया पर बना रहा था ISIS के मेंबर
NIA इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि सिराजुद्दीन ISIS का एक एक्टिव मेंबर बनकर काम कर रहा था। उसने पहले कई ईमेल अकाउंट बनाए और फिर उनका इस्तेमाल कर अपने नाम के आधा दर्जन से ज्यादा फेसबुक अकाउंट बनाए। इन फेसबुक अकाउंट्स के जरिए वो ISIS से जुड़े अबू हमजा सलीम, अबू मरयम, अबू मुजाहिद, अबू, अफलाबान सलाहद्दीन, अफशीन एएस सुबिरह सहित कई लोगों से जुड़ा हुआ था।
सिराजुद्दीन ने ऑनलाइन इन सभी के सामने कई बार ISIS से जुड़ने और उसके लिए इंडिया में काम करने की इंटेंशन दिखाई थी। इतना ही नहीं वो ISIS की विचारधारा और इसके प्रोपेगेंडा को फैलाने का काम भी कर रहा था।
सिराजुद्दीन ने टेलीग्राम पर ऑफिशियल बग नाम से एक ग्रुप बना रखा था। जिसकी इन्वाइट लिंक उसने इन्हीं फेसबुक अकाउंट्स की टाइमलाइन पर शेयर कर रखी थी। इसी टेलीग्राम ग्रुप के जरिए वो दूसरे लोगों को ISIS के दूसरे ग्रुपों में जोड़ने का काम कर रहा था।

चार्जशीट में लिखा है कि जन्नत जाने के लिए वह शादी करना चाहता था। वह चाहता था कि वह मुजाहिद्दीन से शादी करे।
ISIS की महिला आतंकी से शादी करना चाहता था
NIA की इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि सिराजुद्दीन कई देशों में ISIS के लिए काम कर रहे महिला-पुरुष आतंकियों के साथ टच में था। फेसबुक ग्रुप मैसेंजर की चैट में उसने केन्या की रहने वाली ISIS आतंकी उम्कानिता मीना को शादी के लिए प्रपोज किया था।
जिसके जवाब में ISIS के लिए काम कर रहे अब्दुल आदिल नाम के एक दूसरे शख्स ने लिखा कि तुम तो पहले से शादीशुदा हो, तुम्हारी पत्नी इसे कैसे स्वीकार करेगी? इस पर सिराजुद्दीन ने लिखा हां सही है, पर एक मुजाहिद्दीन से शादी करना मेरा सपना है और इंशाअल्लाह वहीं मेरे जन्नत जाने का टिकिट बनेगी।
पत्नी यास्मीन को कहा- बेटे को भी मुजाहिद बनाऊंगा
NIA इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि सिराजुद्दीन लगातार अपने व्हाट्सएप ग्रुप, टेलीग्राम ग्रुप, फेसबुक ग्रुप और आधा दर्जन से ज्यादा ट्विटर व फेसबुक अकाउंट्स के जरिए लोगों को ISIS में भर्ती होने के लिए तैयार कर रहा था। उसने एक बार वाट्सऐप चैट में अपनी पत्नी यास्मीन से उसके IS कॉन्टैक्ट्स के बारे में बताया और कहा कि वो अपने बेटे को भी मुजाहिद बनाएगा।
यहीं से उसे जन्नत ले जाएगा। उसने यास्मीन को ये भी बताया कि वो भारत से नफरत करता है और कश्मीर को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहता है। उसने यास्मीन को बतया कि इसी के चलते वो जल्दी ही ईराक के रमादी शहर में जाने वाला है।
नया नंबर लेकर आतंकी दोस्त से कहा- अब तुमसे दिल लगा कर बात करुंगा
NIA के इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि सिराजुद्दीन ने अपनी ऑनलाइन आतंकी दोस्त उम्कानिता मीना को फेसबुक मैसेंजर पर 2 दिसंबर 2015 को मैसेज किया- ‘तुम जानती हो कि काफिर दिल के बहुत कमजोर होते हैं। +919521551456 ये मेरे कॉलिंग और वॉट़्सऐप के नए नंबर हैं। मैं इन नंबर पर तुमसे दिल लगा कर बात करना चाहता हूं। ये नया नंबर और नया फोन सिर्फ और सिर्फ इस्लामिक स्टेट के लिए है।
फोटो जयपुर में पेशी के दौरान का का है। सिराजुद्दीन व्हाट्सएप पर IS के ग्लोबल ऑपरेटिंग ग्रुप से भी जुड़ा था।
इसके बाद 4 दिसंबर 2015 को सिराजुद्दीन ने उम्कानिता मीना को मैसेज किया- अच्छा तुम लोग यहां भारत में कुछ बड़ा करने की प्लानिंग कर रहे हो। एक दूसरी बातचीत में सिराजुद्दीन ने कहा कि जिस पल मुझे ये सूचना मिली कि IS मुंबई में बड़े हमले की प्लानिंग कर रहा है, मैंने तुम्हें 24 नवंबर को ही बता दिया था। इसके बाद सिराजुद्दीन ने लिखा अल्लाह से दुआ है कि हम एक रहे और कामयाब हो रमादी आमीन।
IS कमांडर बोला- भरोसे के लोग चाहिए, जो अपना मुंह न खोलें
इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि IS के ऑपरेशन चलाने वाले एक कमांडर अब्दुल आदिल ने सिराजुद्दीन से एक फेसबुक चैट में IS के लिए कुछ भरोसे वाले लोगों को रखने काे कहा था। उसने कहा कि ऐसे लोग चाहिए जो पकडे़ जाने पर अपना मुंह न खोलें और तुम्हारा नाम सामने न आए।
गिरफ्तारी के बाद तुम उनकी जमानत करवा देना। सिराजुद्दीन को जुंदल्ला मीना नाम की एक दूसरी आईएस असोसिएट ने फेसबुक चेटिंग में बताया कि क्या कश्मीर-कश्मीर करते हो, भारत और पाकिस्तान ले लो और हां कश्मीर तो बड़ी जल्दी इंशाल्लाह इस्लामिक स्टेट होगा।

सिराजुद्दीन अबू बकर अल बगदादी को टाइम पर्सन ऑफ दी ईयर बनाना चाहता था।
अबू बकर अल बगदादी को बनाना चाहता था टाइम पर्सन ऑफ दी ईयर
NIA इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि सिराजुद्दीन ने ए डायरी ऑफ मुजाहिद नाम से एक टेलीग्राम ग्रुप बनाया हुआ था। इसमें उसने अपने वालीं दोस्तों को बताया कि वो IS चीफ अबू बकर अल बगदादी को टाइम पर्सन ऑफ दी ईयर बनाना चाहता था।
इसके लिए वो लिंक भेजकर वेबसाइट हैक करने का सुझाव देता था। वो लिखता था कि हर टेस्ट उसे हर दिन मजबूत बनाता जा रहा है। बिल्ड़निल्लाह फतह नजदीक ही है, अल्हम्दुइलाह अल्लाहुम्मा लकल हमद वा-शुक्र।
टॉप लीडरशिप से था डायरेक्ट कॉन्टैक्ट
NIA इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि सिराजुद्दीन वॉट्सऐप पर IS के ग्लोबल ऑपरेटिंग ग्रुप से भी जुड़ा था। इसका एडमिन IS की टॉप लीडरशिप में से एक करेन आयशा अल मुस्लिमहा था। उसके अलावा इस ग्रुप में दुबई में रह रहा एक दूसरा भारतीय और श्रीलंका, मॉरीशस और कीनिया सहित 10 से ज्यादा देशों के लोग जुड़े हुए थे।
सिराजुद्दीन ने अपने इन IS साथियों के नाम अपने फोन में अलग-अलग कोडनेम से सेव किये हुए थे। सिराजुद्दीन के अलावा इनमे से कुछ नंबर्स के सीडीआर रिपोर्ट्स में ये साफ़ हो गया था कि ये लोग IS की टॉप लीडरशिप के डायरेक्ट कॉन्टेक्ट में थे। सिराजुद्दीन ने 20 रुपए के भारतीय नोट पर ISIS वेलकम इन कश्मीर लिखकर इसकी फोटो कई वॉट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुप्स में शेयर की थी। वो जल्द से जल्द भारत में IS का चीफ बनना चाहता था।
इस्लामी साहित्य के जरिए IS विचारधारा से जुड़ा
कर्नाटक के गुलबर्गा में रहने वाले सिराजुद्दीन की पत्नी का नाम यास्मीन तरन्नुम है और उसके दो बेटे मोहम्मद ताज उजेर और मोहम्मद उम्हर हुसैन हैं। वो उग्र इस्लामिक लिटरेचर के जरिए IS विचारधारा से जुड़ा। धीरे-धीरे इंटरनेट पर समय गुजारने के साथ ही उसके इंडिया और इंडिया से बाहर भी IS के लोगों और टेररिस्ट्स से कॉन्टैक्ट बन गए।
इस तरह ATS के शक के घेरे में आया
मोहम्मद नासिर नाम के शख्स को सूडान पुलिस ने सूडान में गिरफ्तार किया था। वो तमिलनाडु का रहने वाला था, इसलिए उसे इंडिया डिपोर्ट कर दिया गया। यहां नासिर से पूछताछ में सामने आया कि वो IS के लिए काम कर रहा था।
इससे जुड़ने के लिए वो सीरिया और इराक भी गया था और बाद में सूडान आ गया। 9 दिसंबर 2015 को नासिर को गिरफ्तार कर लिया गया और इसके बाद पूछताछ में नासिर ने बताया कि इंडिया में सिराजुद्दीन नाम का शख्स IS के लिए काम कर रहा है और उससे जुड़ा हुआ है।
मोहम्मद सिराजुद्दीन जयपुर से दुनिया भर के नए लड़के-लड़कियों को ISIS के लिए तैयार कर रहा था।
लड़के-लड़कियों को ISIS से जोड़ रहा था
इसी इनपुट के बाद अगले ही दिन राजस्थान ATS ने सिराजुद्दीन को दबोच लिया। दरअसल, राजस्थान ATS के एडिशनल एसपी आशीष प्रभाकर को इंटेलिजेंस से सूचना मिली कि जयपुर स्थित IOCL (इंडियन आयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड) में काम कर रहा मोहम्मद सिराजुद्दीन कुछ दिनों से संदिग्ध गतिविधियों में लगा हुआ है। ATS ने तुरंत टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन शुरू करते हुए इन्फॉर्मेशन को वेरिफाई किया।
इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि मोहम्मद सिराजुद्दीन पुत्र मोहम्मद सरवर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (ISIS) का एक्टिव मेंबर बनकर इंटरनेट के जरिए नए लड़कों और लड़कियों को ISIS से जोड़ने में लगा है।
कश्मीर को बताता था इस्लामिक स्टेट
ATS की इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि 27 अगस्त 2015 से सिराजुद्दीन लगातार इस्लामिक देशों में ISIS से जुड़े लोगों से टेलीफोन और सोशल मीडिया के जरिए कॉन्टैक्ट में था। वो उनसे ISIS से जुडी पोस्ट्स रिसीव करता और उन्हें भी कई रिपोट्र्स रिप्लाई कर रहा था।
उसके द्वारा बनाए गए एक टेलीग्राम चैनल में वो कश्मीर को इस्लामिक स्टेट बताता था। उसके मोबाइल और लैपटॉप में अलकायदा चीफ ओसामा बिन लादेन, मौलाना अनवर आलाकी और मौलाना आसिम उमर के स्पीच और वीडियो भी मिले।
मोबाइल-लैपटॉप में मिला खतरनाक कंटेंट
ये पता चलते ही राजस्थान ATS में हरकत शुरू हो गई। दबिश देकर सिराजुद्दीन को पकड़कर ATS ऑफिस लाया गया। यहां मोहम्मद सिराजुद्दीन से पूछताछ की गई और उसके लैपटॉप और मोबाइल का डेटा खंगाला गया। इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि सिराजुद्दीन ने वॉट्सऐप और टेलीग्राम पर कई ग्रुप बना रखे थे, जिनमें वो लगातार ISIS की विचारधारा का प्रचार कर रहा था।
वो इन ग्रुपों के जरिए दूसरे लोगों को ISIS से जुड़ने के लिए वीडियो, फोटो और कंटेंट के जरिए मोटिवेट करता था। उसके लैपटॉप में ISIS की प्रतिबंधित मंथली मैगजीन के भी कई एडिशन डाउनलोड मिले। वहीं लैपटॉप और मोबाइल में उसने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस्लाम का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए कई फोटोज सेव कर रखे थे। उसके पास एक बीस रुपए के नोट पर ISIS का कश्मीर में स्वागत करते हुए की फोटो भी मिली।
सवा साल बाद ATS ने NIA को सौंप दी इन्वेस्टिगेशन
सिराजुद्दीन की गिरफ्तारी के करीब एक साल और 80 दिन बाद NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) ने भी इस मामले में FIR दर्ज कर ली। इसके बाद 8 मार्च 2016 को राजस्थान ATS से केस NIA को ट्रांसफर कर दिया गया। तकरीबन 3 महीने बाद 4 जुलाई 2016 को NIA ने इन्वेस्टिगेशन पूरी करते हुए मोहम्मद सिराजुद्दीन के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी।

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