उज्जैन और काशी में नए साल की पहली आरती:दोनों जगह 8-8 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना, 2 किलोमीटर लंबी लाइन लगी
नए साल के पहले दिन उज्जैन में महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई है। मंदिर के आसपास की सड़कें और गलियां भीड़ से भरी हुई हैं।
देशभर में आज नया साल मनाया जा रहा है। 31 दिसंबर की रात से शुरू हुआ पब पार्टियों का सिलसिला 1 जनवरी की सुबह धार्मिक स्थलों पर पूजा और अरदास के साथ जारी है। देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं।
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में 2024 की पहली भस्म आरती की गई। वहीं, वाराणसी में दशाश्वमेध घाट पर पहली गंगा आरती और सूर्य पूजा की गई। दोनों ही धर्मस्थलों पर आज 8-8 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। भीड़ को देखते हुए दोनों मंदिरों में VIP दर्शन बंद कर दिए गए हैं। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है।
नए साल के पहले दिन उज्जैन में भगवान महाकाल की भस्म आरती और काशी में गंगा आरती की गई।
महाकाल, उज्जैन: साल की पहली भस्म आरती के लिए बुकिंग फुल रही
मंदिर समिति के मुताबिक, साल के पहले दिन 45 हजार लोग भस्म आरती में शामिल हुए।
- उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का पट सुबह 4 बजे खोला गया। इसके बाद महाकाल का गर्म जल से अभिषेक किया गया। 6 बजे तक करीब 45 हजार श्रद्धालुओं ने चलित भस्म आरती देखी। अब तक 2 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। शाम तक 8 लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है। 2016 में सिंहस्थ के शाही स्नान के पहले दिन 6 लाख श्रद्धालु आए थे।
- एक जनवरी की होने वाली भस्म आरती के लिए ऑनलाइन बुकिंग एक महीने पहले फुल हो चुकी थी। 31 दिसंबर को सुबह 6 बजे ऑफलाइन बुकिंग की लाइन लगी, जो एक घंटे में फुल हो गई। हालांकि, चलित दर्शन व्यवस्था के चलते ज्यादा लोग तेजी से दर्शन कर पाए।
- इससे पहले, क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान शनिवार, रविवार और सोमवार को तीन दिन में रिकॉर्ड तोड़ 11 लाख श्रद्धालुओं ने महाकाल के दर्शन किए थे। मंदिर समिति का दावा है कि नए साल के पहले दो दिनों में महाकाल लोक में 12 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।
महाकाल मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़। लोग रात एक बजे से ही लाइन में लग गए थे।
महाकाल लोक बने दो साल हो गए हैं। यहां दो दिन में 12 लाख लोगों के आने का अनुमान है।
विश्वनाथ मंदिर, काशी: चारों ओर 2 किमी लंबी कतारें
- श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के चारों ओर भक्तों की 2-2 किलोमीटर लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थीं। यह स्थिति 30 दिसंबर की शाम से ही बनी थी। लोगों की भीड़ को देखते हुए मंदिर कॉरिडोर में चारों ओर से प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं, ललिता घाट और दशाश्वमेध घाट से स्नान करते हुए भक्त लाइन में लगे हुए हैं।
- विश्वनाथ मंदिर मंदिर प्रशासन के अनुसार, आज न्यू ईयर पर सावन वाली व्यवस्था लागू की गई है। मंदिर में बाबा विश्वनाथ का प्रोटोकॉल, टिकट और VIP दर्शन बंद कर दिया गया है। प्रोटोकॉल और रुद्राभिषेक पर भी रोक लगा दी गई है। आम भक्तों को ही दर्शन दिया जा रहा है।
- काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण होने के बाद कुल 13 करोड़ शिवभक्तों ने दर्शन-पूजन किया है। इससे पहले 2 साल में 2 करोड़ से ज्यादा भक्त नहीं होते थे। 13 दिसंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कॉरिडोर का लोकार्पण करने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ 10 गुना ज्यादा हो गई।
बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए सुबह 7 बजे लोग कतार में लगे।
दशाश्वमेध घाट पर सोमवार सुबह मां गंगा की आरती की गई।
वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती के दौरान 3 दिन से लगातार ऐसी भीड़ रही।
13 दिसंबर, 2021 को काशी विश्वनाथ कॉरीडोर का उद्घाटन हुआ था।
अब देखिए देश के बाकी मंदिरों का माहौल…
मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में सुबह साल की पहली काकड़ आरती हुई।
शिरडी में साल के पहले दिन की आरती। यहां 50 हजार से ज्यादा लोग पहुंच सकते हैं।
द्वारका में द्वारीकाधीशजी की मङ्गला आरती की गई और 56 भोग लगाया गया।
गुजरात के सोमनाथ मंदिर में साल के पहले दिन सुबह की पूजा की तैयारी।
उत्तराखंड के हरिद्वार में हजारों की संख्या लोग सुबह की गंगा आरती में शामिल हुए।
ओडिशा के पूरी जगन्नाथ मंदिर में रात 2 बजे तक 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
तमिलनाडु के मदुरै में लोग साल के पहले दिन दर्शन के लिए मीनाक्षी मंदिर पहुंचे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर धाम में सुबह पूजा और हवन किया।
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने श्री दरबार साहिब के सामने माथा टेका।
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