बीकानेर, 14 नवम्बर। विश्व मधुमेह दिवस पर एसी मेडिकल कॉलेज में सोमवार को नौजवानों में डायबिटीज का बढ़ता खतरा विषय पर सीएमई का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर सीनियर प्रोफेसर, डायबिटीज सेंटर के इंचार्ज, डॉक्टर एल ए गोरी ने मधुमेह के कारणों, उसके उपचार, लाईफ स्टाईल सहित अन्य कारणों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नौजवानों में जीवन शैली सुधार की बहुत आवश्यकता है।
सीएमई में एपीआई डॉक्टर एसके कोचर, डॉक्टर हरदेव नेहरा, डॉ सुरेंद्र कुमार वर्माडॉक्टर परवेज समेजा, डॉ कुलदीप सैनी, डॉ रवि दत्त ,रेजिडेंट डॉ अभिलाष, डॉ कुलदीप, डॉ दशरथ ,डॉ सोहनला व अन्य रेजिडेंट ने मधुमेह रोग से संबंधित सभी जानकारियों का विश्लेषण किया और कहा कि नौजवानों में डायबिटीज का खतरा बहुत तेजी से बढ़ रहा है, जो कि निम्न कोटि का खानपान तथा व्यायाम न करना है।
इस मौके पर डायबिटीज के बारे में ओपीडी अथवा डायबिटिक सेंटर दोनों जगह लोगों को जागरूक किया गया। सभी मरीजों को निशुल्क जांच की गई, जिसमें कि फास्टिंग ब्लड शुगर, रैंडम ब्लड शुगर, व एचबीए 1 सी की निशुल्क की गई। सीएमई मेें 45 मरीजों को देखा गया तथा 59 मरीजों का एचबीए 1 सी जांच की गई। साथ ही डायबिटीज के बारे में सारी भ्रांतियां दूर की गई। डॉक्टर हरदेव नेहरा ने डायबिटीज के बारे में आमजन जागरूक किया। उन्होंने बताया कि जनवरी से अब तक डायबिटिक सेंटर में 5343 मरीजों को देखा गया तथा 6755 लोगों की एचबीए 1 सी जांच की गई।
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