कैबिनेट मंत्री खींवसर ने बताया कौन सा डिपार्टमेंट पसंद:राजे सरकार में मिनिस्टर रहे गजेंद्र को कैसे मिली जगह, बोले- विभाग जनहित से जुड़ा हो
राजस्थान में नए मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है। शनिवार को 22 मंत्रियों ने शपथ ली। भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल में वसुंधरा राजे सरकार के पूर्ववर्ती दोनों कार्यकाल में कद्दावर मंत्री रहे गजेंद्र सिंह खींवसर को तीसरी बार मंत्री बनने का मौका मिला है। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
कैबिनेट में शामिल होने के बाद गजेंद्र सिंह खींवसर से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपनी पसंद का डिपार्टमेंट बताया। साथ ही उन्हें कैसे इस मंत्रिमंडल में जगह मिली और कैबिनेट मंत्री रहते हुए उनकी व सरकार की प्राथमिकताओं क्या रहेगी, इस बारे में भी विस्तार से बताया।
पढ़िए पूरी बातचीत…
फोटो मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के जयपुर आवास का है। रविवार को यहां बधाई देने वाले कई समर्थक पहुंचे थे।
सवाल – आप तीसरी बार मंत्री बने हैं, क्या प्राथमिकताएं रहेंगी ?
खींवसर – प्रायोरिटी स्टेट की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को ठीक करने की ही रहेगी। कांग्रेस सरकार ने इतनी रेवड़ियां बांटी हैं कि पूरे स्टेट की इकोनॉमिक कंडीशन खराब कर दी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल ने पेपर लीक मामले को लेकर तो कारगर एक्शन और कार्रवाई शुरू कर ही दी है। इसके अलावा प्रदेश की सभी विधानसभाओं में आम जन के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम पानी, सड़क, बिजली के लिए डवलपमेंट पर जोर देना है। कांग्रेस राज में बेहाल हुए प्रदेश के लोगों को अब विकास के कम्फर्ट जोन में लाना है।
सवाल – आप भजनलाल सरकार के सबसे अनुभवी मंत्रियों में से एक है। फ्लोर से लेकर सरकार के बाकी कामकाज में आपका क्या रोल रहने वाला है ?
खींवसर – मैंने तो बिजली जैसा कठिन विभाग संभाला है, लगभग 7-8 साल संभाला। मेरे ख्याल से जितने भी विभाग हैं, उनमें से सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाला डिपार्टमेंट बिजली ही है। ऐसे में मैं तो यहीं कह सकता हूं कि अब जो भी विभाग दिया जाएगा या जिम्मेदारी मिलेगी, उसे मैं वैसे ही डेडिकेशन से निभाऊंगा।
खींवसर इससे पहले राजे सरकार में भी दो बार मंत्री रह चुके हैं।
सवाल – आपने पहले उद्योग, स्पोर्ट्स, वन-पर्यावरण और ऊर्जा जैसे महकमों को संभाला है। इस बार कौन सा विभाग मिलने वाला है ?
खींवसर – मुझे ये तो नहीं पता कि मुझे कौन सा डिपार्टमेंट मिलेगा, लेकिन ये समझता हूं कि मेरे तजुर्बे को देखते हुए शायद जनता को बड़े लेवल पर इफेक्ट करने वाला ही डिपार्टमेंट दिया जाएगा। मैं भी ऐसे ही किसी डिपार्टमेंट में काम करना चाहता हूं जो जनता के दिन प्रतिदिन के हितों से जुड़ा हो। मुझे आशा है कि मेरे अनुभव और एक्सपर्टीज का मेरे मुख्यमंत्री उपयोग करेंगे।
सवाल – वसुंधरा राजे मंत्रिमंडल के पुराने चेहरों में से आपको पार्टी ने मौजूदा मंत्रिमंडल में तवज्जो दी है। क्या कारण लगता है ?
खींवसर – अब इसका मुझे पता नहीं है कि मंत्रिमंडल के गठन में संगठन और सीएम ने कैसे चयन तय किए हैं। इसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकूंगा। इसमें एक तो जाति प्रतिनिधित्व और क्षेत्र के अनुसार देखा गया है और उन्हें प्राथमिकताएं दी गई हैं। ये इशू मेरे दायरे से बाहर है। आलाकमान और सीएम ने कुछ सोचकर ही चयन किया होगा।
फोटो शनिवार को राजभवन में शपथ के दौरान का है। 22 मंत्रियों में खींवसर को कैबिनेट में शामिल किया गया है।
सवाल – जोधपुर और नागौर जिले को आपसे काफी अपेक्षाएं है। इसे कैसे देखते है ?
खींवसर – हां, इस बार नागौर में पार्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा है। ऐसे में मुझे नागौर को भी स्पेशल फोकस में रखकर काम करना है और पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करना पड़ेगा। पूरे प्रदेश के लिए ही डेडिकेशन से काम करूंगा।
सवाल – हाल ही में आपके पैतृक जिले नागौर में एक दलित सरपंच के उत्पीड़न की घटना सामने आई है और इस मामले में पुलिस पर भी काफी सवाल उठे हैं ?
खींवसर – दलित सरपंच हमारी ही पार्टी का था। वहां के सीओ गोदारा ने वहां बिना एसएचओ को लूप में लिए भेदभावपूर्ण तरीके से गिरफ्तारियां की हैं। इतना ही नहीं, मनमाने तरीके से पीड़ित पक्ष को ही परेशान किया है। इस मामले को पहले ही मैं सीएमओ और डीजी तक ले गया था। इस मामले में सम्बन्धित सीओ को वहां से हटा दिया गया है। मामले की जांच भी जिले से बाहर के अधिकारी को दे दी गई है।
बातचीत में खींवसर ने बताया कि वे नागौर के साथ पूरे प्रदेश के विकास के लिए काम करेंगे और जनता के हितों से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेंगे।
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