कोटा। राजस्थान के कोटा में 8 महीने में 24 स्टूडेंट सुसाइड के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने 3 मनोवैज्ञानिक शिक्षकों की टीम बनाई है. इसमें राष्ट्रीय मनोवैज्ञानिक शिक्षक के स्टेट मॉडल ऑफिसर डॉ. महेंद्र कुमार शर्मा, कोटा मेडिकल कॉलेज के मनोचिकित्सक विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विनोद धड़िया और SMS मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. धर्मदीप सिंह को शामिल किया गया है.
मनोवैज्ञानिक शिक्षकों की यह टीम 31 अगस्त और 1 सितंबर को कोटा में स्टूडेंट के सुसाइड के कारणों की पड़ताल करेगी और उसके बाद रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजी जाएगी. गौरतलब है कि बढ़ते सुसाइड के मामलों को देखते हुए प्रशासन सभी हॉस्टल संचालकों को निर्देश दे चुका है कि सभी कमरों के पंखों में एंटी सुसाइड डिवाइस लगाना अनिवार्य नहीं है.
स्थानीय स्तर पर भी गठित की गई टीम
सुसाइड के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर भी विशेषज्ञों की टीम गठित की गई है. इसमें प्रशासनिक अधिकारी व एक-एक मनोचिकित्सक रहेंगे. एलन कोचिंग में एडमिशन प्रशासन राजकुमार सिंह के साथ डॉक्टर विनोद दरिया रहेंगे. फिजिक्स वाला में डॉक्टर भरत सिंह, मोशन में डॉक्टर प्रतीक शर्मा, अनअकैडमी में डॉक्टर मिथिलेश खींची, रेजोनेंस में डॉक्टर राजमल मीणा व आकाश कोचिंग में डॉक्टर कृतिका सिसोदिया को लगाया गया है. ये डॉक्टर स्टूडेंट की नियमित काउंसलिंग करेंगे. शेष कोचिंग संस्थानों में पुलिस अधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी गई है.
हर रविवार सभी कोचिंग संस्थानों में रहेगा पूर्ण अवकाश
कोटा के सभी कोचिंग संस्थानों को यह निर्देश दिया गया है कि रविवार को पूर्णतया अवकाश रहेगा. इस दिन कोई भी परीक्षा या अध्ययन गतिविधियां नहीं होगी. इसके अलावा बुधवार को आधा दिन संगीत क्लास, जादूगर शो, वैलनेस एक्टिविटी और मोटिवेशनल क्लास जैसी एक्टिविटीज करवाई जाएगी.
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