*गजवा-ए-हिन्द आतंकी मॉड्यूल की जांच करेगी एटीएस, NIA और R&AW सहयोग करेंगी*
*REPORT BY SAHIL PATHAN*
आतंकी मॉड्यूल गजवा-ए-हिन्द की जांच एटीएस करेगी। पटना के फुलवारीशरीफ थाने में दर्ज मामले को एटीएस ने अपने अधीन लेने की तैयारी कर ली है। एक-दो दिनों में केस को टेकओवर कर लिया जाएगा।
आतंकी मॉड्यूल गजवा-ए-हिन्द की जांच एटीएस करेगी। फुलवारीशरीफ थाने में दर्ज मामले को एटीएस ने अपने अधीन लेने की तैयारी कर ली है। एक-दो दिनों में केस को टेकओवर कर लिया जाएगा। फिलहाल केन्द्रीय एजेंसी को इसकी जांच सौंपने का कोई इरादा नहीं है। गजवा-ए-हिन्द वाट्सएप ग्रुप में पाकिस्तान समेत कई देशों के संदिग्धों के शामिल होने के चलते एटीएस जांच में केन्द्रीय एजेंसियों से भी मदद लेगी। एटीएस के अधिकारी इस सिलसिले में एनआईए समेत खुफिया एजेंसियों के संपर्क में हैं।
गजवा-ए-हिन्द नाम से दो वाट्सएप ग्रुप संचालित करने और भारत के खिलाफ जेहाद छेड़ने के आरोपों में गिरफ्तार फुलवारीशरीफ के मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को रिमांड पर लिया जाएगा। इसके लिए एटीएस ने कवायद शुरू कर दी है। चूंकि इस आतंकी मॉड्यूल की जांच एटीएस करने वाली है, लिहाजा वह मरगूब से कई बिंदुओं पर पूछताछ करने के बाद अपनी कार्रवाई आगे बढ़ाएगी। मंगलवार को उसे रिमांड पर लेने का प्रयास किया जा सकता है।
*एटीएस की केन्द्रीय एजेंसियों के साथ बैठक*
आतंकी मॉड्यूल के सामने आने के बाद सोमवार को पटना में उच्चस्तरीय बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक इसमें एनआईए समेत कई केन्द्रीय एजेंसियों के अफसर शामिल हुए। रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के साथ आईबी के अधिकारी भी एटीएस के साथ हुई बैठक में मौजूद थे। एनआईए के डीआईजी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में रांची से इसके लिए अफसर की टीम पटना पहुंची है। चूंकि इस आतंकी मॉड्यूल के तार विदेशों से जुड़े हैं लिहाजा इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
*वाट्सएप ग्रुप में विदेशी नंबरों को ट्रेस किया जाएगा*
ताहिर जगवा-ए-हिन्द नाम से दो वाट्सएप ग्रुप संचालित कर रहा था। एक ग्रुप पाकिस्तान मूल के फैजान ने बनाया था, जिसका एडमिन बाद में मरगूब को भी बनाया दिया गया। वहीं दूसरा वाट्सएप ग्रुप इसी वर्ष खुद मरगूब ने बनाया और उसमें भारत के साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश और यमन के लोगों को जोड़ रखा था। सूत्रों के मुताबिक दोनों ही वाट्सएप ग्रुप में बड़ी संख्या में दूसरे देशों के भारत विरोधी शामिल हैं, लिहाजा उनके फोन नंबर को ट्रेस करने के लिए केन्द्रीय एजेंसियों की मदद ली जाएगी।
*एनआईए ने पटना में थाना खोलने का राज्य सरकार को भेजा प्रस्ताव*
बिहार में दो बड़े आतंकी हमले और हाल के दिनों में आतंकी गतिविधियों से जुड़ी वारदातें सामने आने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) चौकस हो गई है। एनआईए ने बिहार में अपना थाना खोलने का प्रस्ताव राज्य सरकार को दिया है। जल्द इस पर सहमति मिलने के आसार हैं। सरकार के तरफ से हरी झंडी मिलते ही एनआईए पटना में अपना थाना खोलेगी। फिलहाल पटना में एनआईए का कैंप ऑफिस है, लेकिन थाना नहीं होने के चलते यहां प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकती। रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के अधीन पटना का कैंप ऑफिस आता है।
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