गहलोत ने जारी किया 2030 का विजन डॉक्युमेंट:कहा- वसुंधरा और मोदी का झगड़ा तो पुराना है, राजस्थान को बर्बाद कर रहे हैं
जयपुर
गहलोत सरकार का विजन डॉक्युमेंट 2030 जारी करने के बाद केंद्र सरकार पर जमकर बरसे।
राजस्थान में एक बार फिर लाल डायरी पर सियासत सुर्ख हो गई है। जोधपुर में पहले मोदी ने लाल डायरी का मामला उठाते हुए काले कारनामों पर कार्रवाई का वादा किया, इसके बाद जयपुर में गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा कि लाल डायरी को लेकर ऐसा षड्यंत्र किया, जो फ्यूज हो गया।
गहलोत ने कहा- बाकायदा बीजेपी के हेडक्वार्टर में बैठकर षड्यंत्र रचा गया। बीजेपी हेडक्वार्टर में अमित शाह, जेपी नड्डा, गजेंद्र शेखावत, जफर इस्लाम ने मेरी सरकार गिराने का षड्यंत्र किया। पांच साल तक मेरी सरकार को डिस्टर्ब रखा है। इनकी करतूतों के कारण 40 दिनों तक विधायक होटलों में रहे। ये सत्ता में रहने लायक लोग हैं क्या?
गहलोत ने कहा- ये चुनी हुई सरकारों को गिरा रहे हैं। इन्हें सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक में इन्होंने चुनी हुई सरकारों को गिराया। ये चुनी सरकारें गिरा रहे हैं। फिर चुनाव का मतलब क्या रह जाएगा? आने वाले वक्त में चुनाव करवाना चाहते हो या नहीं।
कॉमर्स कॉलेज ग्राउंड पर गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे राज्य स्तरीय समारोह में पहुंचे सीएम अशोक गहलोत।
वसुंधरा और मोदी का झगड़ा तो पुराना है
गहलोत ने कहा- मोदी और बड़ा एहसान कर रहे हैं हमारे ऊपर कि राजस्थान को पानी दिया। अरे आपने क्या पानी दिया? राजस्थान का जो हक था उसका पानी मिला। हमारा अधिकार था पानी लेने का, वह पानी दिया। गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के साथ हमारे पानी के समझौते हैं। कई जगह हमें पानी मिल नहीं पा रहा, हमें उसकी चिंता है। मुझे याद है, जब नर्मदा का पानी राजस्थान में आया था तो उद्घाटन किया था।
गहलोत ने कहा- सांचौर में वसुंधरा राजे ने मीटिंग की थी पानी आने के उपलक्ष्य में और उसके 1 किलोमीटर दूर गुजरात साइड के अंदर मोदी जो उस वक्त मुख्यमंत्री थे, उन्होंने मीटिंग रखी। आप बताइए आपका झगड़ा उस वक्त से शुरू है और बर्बाद आप राजस्थान को कर रहे हो। एक किलोमीटर गुजरात साइड में मोदी मीटिंग कर रहे थे पानी भेजने के उपलक्ष्य में और यहां उद्घाटन हो रहा था पानी लेने के उपलक्ष्य में। यह तो उनकी स्थिति थी।
मोदी ने मुझे गुजरात में बदनाम कर दिया
गहलोत ने कहा- गुजरात में मुझे बदनाम कर दिया। मैं जब वहां पर प्रभारी था तो कहा कि अशोक गहलोत गुजरात को पानी नहीं आने दे रहा है। अब उनकी जिस तरह की बोलने की स्टाइल है, उसे आप जानते हैं। मोदी मार्केटिंग के गुरु हैं। हम बातें कम और काम ज्यादा करने में विश्वास रखते हैं।
जोधपुर में कोई नहीं मरा, केवल तनाव हुआ था, पता नहीं पीएम को कौन ब्रीफ करता है?
सीएम ने कहा- मुझे अफसोस है यह कहते हुए आज प्रधानमंत्री ने जोधपुर में कहा कि जब लोग मर रहे थे जोधपुर में तो मुख्यमंत्री कहां थे? पता नहीं इनको कौन ब्रीफ करता है? जोधपुर में एक आदमी मरा नहीं, सांप्रदायिक तनाव जरूर हुआ था करौली और जोधपुर में।
गहलोत ने कहा- साल भर तक देश भर में मीडिया दंगे की बात चलाता रहा। आप बताइए इस प्रकार राजस्थान को बदनाम करने का ठेका ले रखा है। प्रधानमंत्री पद की गरिमा होती है, प्रधानमंत्री पद बड़ा होता है, वह अगर ये बातें कहे कि जोधपुर में लोग दंगों में मारे गए तब मुख्यमंत्री कहां थे? मेरे शहर के अंदर जहां मैं पैदा हुआ, बता दीजिए यह कितना उचित है?
केंद्र की ड्यूटी है, राज्य को मजबूत करें लेकिन इन्होंने क्या किया?
गहलोत ने कहा- राज्य को मजबूत करने की ड्यूटी केंद्र की है, लेकिन इन्होंने क्या किया? हमारी सरकार को डिस्टर्ब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। केंद्र ने 76 हजार करोड़ रुपए फंड कम कर दिया। हमने 5 साल संघर्ष किया। मुझे दो बार कोविड हो गया। कोविड में काम करता रहा। मैं घर नहीं बैठा। कोरोना ने तो बर्बाद किया ही इन लोगों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। लोग हमारी स्कीम्स की तारीफ करते हैं। राजस्थान के लोगों का मेरे और पार्टी के प्रति प्यार और विश्वास है।
झगड़ा वसुंधरा राजे और बीजेपी हाईकमान के बीच का है, जनता इसे क्यों भुगते?
गहलोत ने कहा- हम बीजेपी की योजनाओं को बंद नहीं कर रहे हैं। ईआरसीपी बीजेपी की योजना थी। उसे हम आगे बढ़ा रहे हैं। केंद्र ने मध्य प्रदेश को भड़काकर ईआरसीपी के तहत बांध बनवाने का काम रुकवाने का प्रयास किया है। वसुंधरा राजे के समय की स्कीम को हम आगे बढ़ा रहे हैं। उनका आपस का झगड़ा है। झगड़ा वसुंधरा राजे और बीजेपी हाईकमान के बीच का है। इसका नतीजा राजस्थान की जनता क्यों भुगते? लोकतंत्र में यह अच्छी बात नहीं है। ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने का वादा करके भी पीएम मोदी ने इसे लागू नहीं किया।
हम वादे करके निभाने वाले लोग हैं
सीएम ने कहा- पहले घोषणा को चुनाव के बाद भुला दिया जाता था। जब मैं पहली बार सीएम बना तो मैंने पहल की। पहली बार मैंने मेनिफेस्टो की कॉपी कैबिनेट में रखी। मैंने मुख्य सचिव से कहा कि ये हमारा घोषणा पत्र है। इसके लिखे शब्दों के हिसाब से गवर्नेंस और फैसले होंगे। ये वादे हैं। ये लागू होंगे। उस वक्त से घोषणा पत्र को लागू करने की परंपरा बनी। या तो वादे करो मत और करो तो निभाओ। हम वादा करके निभाने वाले लोग हैं, जो वादे किए हैं, वो निभाएं हैं।
मोदी के खुद के राज्य गुजरात में पेपर लीक हो रहे हैं, प्रधानमंत्री बैठे-बैठे लोगों को भड़का रहे हैं
गहलोत ने कहा- मोदीजी पेपर लीक की बात कर रहे हैं। हमने तो यहां पेपर लीक करने वालों को उम्रकैद की सजा का प्रावधान किया है। गुजरात में कितने पेपर लीक हो रहे हैं उनको चिंता है? खुद के राज्य की क्या स्थिति है? किस राज्य में पेपर लीक नहीं हुए बता दीजिए। किस राज्य में कार्रवाई हुई है, वह भी बता दीजिए। पिछले बीजेपी की सरकार थी तब पेपर लीक हुए तो हाईकोर्ट ने कहा- तुम लोग डरते हो, पेपर लीक की बात मान नहीं रहे हो। हमने 200 लोगों को जेल में ठूंस दिया। पेपर लीक करने वालों को आजीवन कारावास का कानून पास कर दिया और प्रधानमंत्री लोगों को बैठे-बैठे भड़का रहे हैं।
12,700 करोड़ रुपए के कार्यों का शिलान्यास
जयपुर के कॉमर्स कॉलेज ग्राउंड पर गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे राज्य स्तरीय समारोह में अशोक गहलोत ने 2030 का विजन डॉक्युमेंट जारी किया। कार्यक्रम में सभी मंत्री, बोर्ड निगमों के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने 12,700 करोड़ रुपए के कार्यों का शिलान्यास किया।
जयपुर से इस अभियान की शुरुआत की थी
सीएम अशोक गहलोत ने मिशन 2030 के लिए प्रदेशभर में अभियान चलाया था। जयपुर से इस अभियान की शुरुआत की थी। इसके बाद सीएम ने जिलों में जाकर मिशन 2030 के सुझावों पर सभाएं और सम्मेलन किए थे। 2030 में राजस्थान कैसा हो और विकसित राजस्थान बनाने के लिए सरकार को क्या करना चाहिए, इस पर लोगों से सुझाव मांगे गए थे।
कॉमर्स कॉलेज ग्राउंड पर राज्य स्तरीय समारोह में शामिल होने पहुंचे लोग।
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