चेहरा बदल गया, नाम बदल गया लेकिन मटन सूप ने खोल दिए कत्ल के राज! हैदराबाद की मर्डर मिस्ट्री का सबसे अहम सुराग
हमारी क्राइम सीरीज सुराग जारी है। इस कड़ी में आज कहानी एक ऐसी मर्डर मिस्ट्री की जो सिर्फ और सिर्फ मटन सूप की वजह से सुलझ पाई। हैदराबाद में एक कत्ल हुआ, कातिल ने एक भी सुराग नहीं छोड़ा, लेकिन फिर उस दिन जब बना मटन सूप बना तो सबकुछ बदल गया।
हाइलाइट्स
- हैदराबाद में एनेस्थीसिया की मदद से किया गया एक कत्ल
- कातिल ने मर्डर के बाद एक भी सुराग नहीं छोड़ा
- उस दिन मटन सूप न बना होता तो कातिल पकड़ में ना आता!
हैदराबाद में एक महिला अपने पति का कत्ल कर अपने बॉयफ्रेंड के साथ जिंदगी बिताने की प्लानिंग करती है। इस प्लानिंग को पूरा करने के लिए वो खूनी खेल खेलती है, ऐसा खूनी खेल जिसमें कत्ल तो होता है, लेकिन कत्ल के बावजूद इंसान को जिंदा रखा जाता है। इस खेल के तहत जो स्क्रिप्ट लिखी जाती है वो उसमें कामयाब भी होती है, लेकिन तभी एक दिन मटन सूप बनता है और इस महिला का पूरा खेल सामने आ जाता है।
मटन सूप से खुला मर्डर का राज
हैदराबाद में एक ब्लाइंड मर्डर केस का सबसे अहम सुराग बनता है मटन। ये कहानी हैदराबाद की रहने वाली स्वाति और उसके सुधाकर की है। साल 2020। स्वाति और सुधाकर की शादी को 3 साल बीत चुके थे। उनका एक बेटा भी था, लेकिन स्वाति एक दूसरे शख्स राजेश से प्यार करती थी। राजेश के साथ वो अपनी आगे की जिंदगी जीना चाहती थी और इसके लिए उसने चुना अपने पति की हत्या का रास्ता।
एनेस्थीसिया देकर किया गया था कत्ल
स्वाति एक अस्पताल में नर्स थी। उसने अपने पति को एनेस्थीसिया देकर मारा डाला। स्वाति के लिए ये बेहद आसान था। उसने अपनी पति की लाश को अपने बॉयफ्रेंड की मदद से ठिकाने भी लगा दिया, लेकिन खेल यहां खत्म नहीं हुआ था। यहां से शुरुआत हुई स्वाति और उसके बॉयफ्रेंड की एक खौफनाक प्लानिंग की। स्वाति दुनिया के सामने वो अपने पति को जिंदा रखना चाहती थी ताकि कोई सवाल ही न पूछे जाएं।
कातिल ने रची खौफनाक साजिश
इस प्लानिंग के तहत स्वाति ने राजेश यानी अपने बॉयफ्रेंड के चेहरे पर थोड़ा सा एसिड डाला। उसका चेहरा जलने लगा तो वो तुरंत अपने ससुरालवालों के पास उसे लेकर गई और बताया कि सुधाकर यानी उसके पति के चेहरे पर एसिड गिर गया है। स्वाति ने राजेश को सुधाकर के परिवार से सामने सुधाकर बनाकर पेश किया। दोनों की कद काठी एक जैसी थी। स्वाति ने राजेश को सुधाकर के कपड़े पहना दिए और उसे वैसे ही तैयार भी कर दिया। परिवार वाले राजेश को सुधाकर मानकर अस्पताल ले गए तो डॉक्टर ने कहा प्लास्टिक सर्जरी करवानी पड़ेगी।
कत्ल के बाद भी दुनिया के सामने रखा था जिंदा
स्वाति का प्लान बखूबी काम कर रहा था। जैसा उसने सोचा था बिल्कुल वैसा ही हो रहा था। अस्पताल में सुधाकर बन चुके राजेश का इलाज शुरू हो गया। परिवारवालों को राजेश की हरकतों पर शक तो हो रहा था, लेकिन कोई कुछ समझ ही नहीं पाया। स्वाति ने सारी चाल बेहद शातिर तरीके से चली थी। अस्पताल में इलाज के दौरान राजेश को मटन सूप दिया गया। अब ये कहानी का सबसे अहम मोड़ था। कोई सोच भी नहीं सकता था कि स्वाति का चाल यहां आकर पूरी तरह से बिगड़ जाएगी।
मटन सूप बन गया सबसे बड़ा सुराग
राजेश को मटन सूप दिया गया तो उसने सूप पीने से इनकार कर दिया। उसने अस्पताल वालों को बताया कि उसे सिर्फ वेज खाना दिया जाए क्योंकि वो नॉन वेज नहीं खाता है। मटन सूप वो नहीं पी सकता। अस्पताल स्टाफ ने उसे वेज खाना दे दिया, लेकिन ये बात सुधाकर के परिवार तक पहुंच चुकी थी। शक तो उन्हें पहले ही राजेश पर होने लगा था, लेकिन इस बात ने उनके शक को यकीन में बदल दिया कि ये शख्स सुधाकर नहीं है। सुधाकर नॉनवेजिटेरियन था और मटन सूप उसे बेहद पसंद था। सुधाकर के परिवारवालों ने ये बात पुलिस को बताई और फिर राजेश को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने पूरी कहानी उगल दी। स्वाति का खूनी खेल सामने आ चुका था। मटन की वजह से सुधाकर के कत्ल का केस सुलझ चुका था। नाम चेहरा सबकुछ बदलने के बावजूद मटन सूप ने कातिल को सामने ला दिया था।
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