जयपुर में निगम पार्किंग में अवैध वसूली का धंधा:कार के 50 और बाइक के 20 रुपए ले रहे, निर्धारित दर के बोर्ड तक नहीं
जयपुर
लोगों की सुविधा के लिए जयपुर शहर में ग्रेटर और हेरिटेज निगम की ओर से जगह-जगह पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। इन पार्किंग स्थलों पर ठेकेदार निगम की ओर से निर्धारित दर से ही लोगों से चार्ज वसूल सकते हैं, लेकिन यहां पर खुलेआम अवैध वसूली की जा रही है। बड़ी बात यह है कि कई बार शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं।
कई पार्किंग स्थलों की रियलिटी चेक की तो कई खामियां सामने आईं। चौपहिया वाहनों की निर्धारित दर 30 रुपए है, लेकिन लोगों से इसके 50 रुपए वसूले जा रहे हैं। दोपहिया वाहनों की निर्धारित दर 10 रुपए है, जबकि 20 रुपए लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, वाहन पार्किंग स्थलों पर ठेकेदार और निगम की ओर से निर्धारित दर के बोर्ड तक नहीं लगे मिले, जिसका ठेकाकर्मी खुलेआम फायदा उठाते हैं। शहरवासी इस वसूली का विरोध करते हैं तो ठेकाकर्मी मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।
केस-1-: जौहरी बाजार में हेरिटेज निगम की ओर से पार्किंग का टेंडर जारी कर रखा है। शुरुआत में वाहन पार्क करने पर निगम की दर के हिसाब से ठेकेदार को 30 रुपए चौपहिया और 10 रुपए दुपहिया के वसूलने चाहिए, लेकिन ठेकेदार के व्यक्ति 50 रुपए वसूल रहे हैं।
दुपहिया के 20 रुपए ले रहे हैं। बाजार में 2 घंटे तक वाहन पार्क कर सकते हैं, लेकिन ठेकेदार के लोग पूरे दिन अधिक राशि लेकर वाहनों को पार्क करा रहे हैं। इस वजह से बाजार में खरीदारी करने आने वाले लोगों को पार्किंग की जगह नहीं मिल रही है। इसी तरह चौड़ा रास्ता, किशनपोल, गणगौरी बाजार में भी वाहनों से अवैध तरीके से राशि वसूली जा रही है।
केस-2-: डब्ल्यूटीपी के पास ग्रेटर नगर निगम ने नाले को पाटकर पिंक हार्ट मार्केट बना रखा है। इसके सामने निगम की ओर से वाहनों की पार्किंग के लिए टेंडर जारी किया हुआ है। यहां पर लोगों से शुरुआत में चौपहिया वाहन पार्किंग करने पर 50 रुपए वसूले जा रहे हैं। राशि नहीं देने पर वाहन पार्क नहीं करने देते।
संवाददाता ने 50 रुपए का विरोध किया तो 30 रुपए में वाहन पार्किंग करने पर सहमति जाहिर की। पार्किंग पर्ची पर भी 50 रुपए को काट कर 30 रुपए अंकित कर दिए गए। यहां तक मनमर्जी की राशि नहीं देने पर ठेकेदार के लोग मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। हालात यह है कि पार्किंग स्थल पर निर्धारित दर का बोर्ड तक नहीं लगा रखा है।
समाधान
नगर निगम अधिकारियों को समय-समय पर वाहन पार्किंग स्थलों का औचक निरीक्षण करना चाहिए। निर्धारित दरों से अधिक राशि वसूलने पर संबंधित ठेकेदार का टेंडर निरस्त किया जाए। वहीं जनता को जागरूक करने के लिए पार्किंग स्थलों पर नगर निगम की ओर से निर्धारित दरों के बोर्ड लगने चाहिए। अधिक राशि वसूलने पर निगम में किस अधिकारी और कंट्रोल रूम पर शिकायत दर्ज करें। इन सभी के मोबाइल नंबर के साथ पार्किंग स्थल पर साइन बोर्ड लगाना अनिवार्य किया जाए।
अधिकारियों को औचक निरीक्षण के निर्देश दिए जाएंगे
हेरिटेज निगम के आयुक्त अभिषेक सुराणा ने बताया- शिकायत आने पर समय-समय पर कार्रवाई करते हैं। अगर निर्धारित राशि से अधिक पार्किंग राशि वसूली गई तो संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों को भी समय-समय पर औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए जाएंगे।
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