जासूसी का संदेह:महाजन फायरिंग रेंज में विदेशी सेनाएं युद्धाभ्यास कर रही थीं, उस दौरान 5 विदेशी कॉल आए पर नंबर इंडिया के, एमआई ने ट्रेस किए
बीकानेर
- फायरिंग रेंज में कैंटीन चला रहा युवक जासूसी के संदेह में पकड़ा
महाजन फायरिंग रेंज में कैंटीन चला रहा एक युवक जासूसी के संदेह में पकड़ा गया है। सेंट्रल इंटेरोगेशन सेंटर जयपुर में उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है। रेंज में पिछले दो महीने से विदेशी सेनाओं के युद्धाभ्यास के चलते यह मामला प्रकाश में आने पर जांच एजेंसियां हाई अलर्ट मोड पर आ गई हैं।
श्रीडूंगरगढ़ तहसील के लखासर का रहने वाला विक्रम सिंह महाजन फायरिंग रेंज के ईस्ट कैंप में कैंटीन चलाता है। उसके मोबाइल पर इन दो महीनों में करीब पांच बार पाकिस्तान से और अन्य विदेशी कॉल रिसीव हुए हैं। उसी नंबर पर वापस कॉल करने की जानकारी भी सामने आई है। तकनीकी जांच के दौरान कॉल ट्रेस होने के बाद से ही उस पर एमआई की नजर थी।
सभी कॉल भारतीय नंबरों से की गई थी। एमआई के अधिकारियों ने रॉ, आईबी, सीआईडी काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट और जी ब्रांच को सूचना दी। सीआईडी की काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट का दल शनिवार को महाजन पहुंचा। एमआई की मदद से कैंटीन संचालक को पकड़ जयपुर ले जाया गया है, जहां उसे सेंट्रल इंटेरोगेशन सेंटर में कड़ी पूछताछ कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि विक्रम सिंह ने महाजन रेंज से सेना की सूचनाएं तो लीक नहीं की हैं।
भारतियों से सूचनाओं के लिए कॉलर आईडी स्पूफिंग का इस्तेमाल कर रहा आईएसआई
पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई कॉलर आईडी स्पूफिंग सहित विभिन्न तरह के अवैध एप के जरिए भारतीय युवाओं को हनी ट्रेप करता है। महिलाओं को ट्रैंड कर रखा है। महिलाओं का काम सैनिक छावनी में या आसपास रहने वाले युवाओं को अपनी जाल में फंसा कर उनसे सामरिक महत्व की सूचनाएं लेना है।
पूर्व में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। सेना के जवान तक इसका शिकार हुए हैं। महाजन का मामला भी कुछ ऐसा ही माना जा रहा है। कॉलर आईडी स्पूफिंग में कॉल करने के लिए भारतीय नंबरों का इस्तेमाल किया जाता है।
भारतीय नंबर देखकर लोग फोन रिसीव कर लेते हैं। जबकि पाकिस्तान कोड +92 या अन्य विदेशी कोड के फोन रिसीव करने से लोग बचते हैं। इस तरह की कॉल्स को ट्रेस करने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों की जरूरत पड़ती है, जो एमआई और रॉ जैसी एजेंसियों के पास ही होते हैं।
विदेशी सेनाओं के युद्धाभ्यास के दौरान आए कॉल: पिछले दिनों यूएई और सऊदी अरब की सेनाएं अभ्यास करके गई हैं। रविवार को जापान की सेना अभ्यास के लिए पहुंची। उसका अभ्यास नौ मार्च तक चलेगा। विदेशी सेनाओं के युद्धाभ्यासों के चलते विदेशी कॉल रिसीव होना सुरक्षा एजेंसिंयों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। कैंटीन संचालक से छानबीन शुरू की गई है।
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