राजीविका और नाबार्ड के सहयोग से बीकानेर की 25 महिलाएं डेयरी और फार्मिंग के क्षेत्र में नवीन तकनीकी ज्ञान हेतु करनाल एक्सपोजर हेतु रवाना
बीकानेर। राजीविका और नाबार्ड के सहयोग से बीकानेर की स्वयं सहायता समूह की 25 महिलाएं डेयरी एवं फार्मिंग के क्षेत्र में नवीन ज्ञान लेने हेतु तीन दिवसीय एक्सपोजर कार्यक्रम में करनाल के लिए रवाना हुई।
बीकानेर से इन महिलाओं को जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि इन महिलाओं को राजीविका एवं नाबार्ड के सहयोग से एनडीआरआई करनाल भेजा जा रहा है ताकि महिलाओं में वित्तीय स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता के प्रयास के नवाचार किए जा सके। उन्होंने कहा कि जिले में 5000 से अधिक स्वयं सहायता समूह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र में इन महिलाओं के उत्थान तथा इससे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदमों की अपेक्षा जताई।
इस अवसर पर उपस्थित नाबार्ड के रमेश तंबिया ने कहा कि तीन दिन के इस एक्स्पोज़र कार्यक्रम के तहत इन महिलाओं को पशुपालन की उच्च तकनीक, पशु विज्ञान, पशुओं की बीमारियों तथा दुग्ध उत्पादकता बढ़ाने हेतु नवीन तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन 25 महिलाओं में से 10 महिलाओं को मास्टर ट्रेनर के रूप में विकसित कर अन्य महिलाओं को भी यह जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
इस दौरान के जिला प्रबंधक रघुनाथ डूडी ने बताया कि कृषि सखी, पशु सखी तथा उद्यम सखी सहित चार ब्लॉक से इन 25 महिलाओं का करनाल एक्स्पोज़र हेतु चयन किया गया है। यह महिलाएं डेयरी और फार्मिंग के क्षेत्र में वैज्ञानिक तरीके सीख कर जिले में दुग्ध उत्पादकता बढ़ाने एवं इस क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि राजीविका 6000 से अधिक स्वयं सहायता समूह के माध्यम से लगभग 62000 बहनों को आजीविका प्रदान करवाने एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है। तीन दिवसीय करनाल एक्सपोजर में भाग लेने जा रही नोखा ब्लॉक की चंदा ने कहा कि वे भी डेयरी फार्मिंग तथा कृषि के बारे में नवीन जानकारियां प्राप्त कर राजीविका के माध्यम से यहां भी बहनों को नवीन ज्ञान देने का प्रयास करेंगी।
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