जी ओ सी मध्य भारत एरिया ने सेवा निवृत्ति से पूर्व न्यू कैंट प्रयागराज में किया अनेक सैनिक सुविधाओं का शुभारंभ
लेफ्टिनेंट जनरल माणिक कुमार दास, पी वी एस एम, एस एम बार, वी एस एम, जी ओ सी मध्य भारत एरिया ने अपनी स्रातक की शिक्षा प्रयागराज के ही इविंग क्रिश्चियन कॉलेज से प्राप्त की तथा 14 जून 1986 में भारतीय सेना की जम्मू एंड कश्मीर लाइट रेजीमेंट में कमीशन प्राप्त किया।
जी ओ सी मध्य भारत एरिया ने अपने सैन्य कार्यकाल के दौरान अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए अपने कर्तव्यों का कुशलता पूर्वक निर्वहन किया, जिसमें मुख्य रूप से राष्ट्रिय राइफल, सेना मुख्यालय, इन्फैन्ट्री स्कूल मऊ, असम राइफल ब्रिगेड, मुख्यालय IMTRAT (भूटान) व ओ टी ए चेन्नई में कार्यरत रहे तथा एक महत्वपूर्ण पाइन डिव की कमान भी संभाली।
वर्तमान समय में लेफ्टिनेंट जनरल माणिक कुमार दास जून 2022 से मुख्यालय मध्य भारत एरिया की कमान संभालते हुए जी ओ सी के पद पर कार्यरत हैं। उन्होने सैन्य सेवाकाल के दौरान सैनिकों के कल्याण हेतु अपने अधिनस्थ मुख्यालयों, यूनिटों में अनेक परियोजनाओं को आरंभ किया तथा इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आज मुख्यालय पूर्व यू पी एवं एम पी सब एरिया प्रयागराज के सैनिकों के मनोरंजन एवं अन्य प्रशिक्षण सम्बन्धी क्रियाकलापों हेतु आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कोबरा ऑडिटोरियम का उदघाटन कर कैंट के जवानों के जीवन को नई दिशा प्रदान की है। इसी चरण में मिलिट्री हॉस्पिटल प्रयागराज में सैनिकों तथा उनके आश्रितों के स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं की जाँच हेतु सी टी स्कैन मशीन का शुभारंभ किया तथा साथ ही सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों तथा उनके आश्रितों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सब एरिया कैंटीन में हुए विस्तार तथा अतिरिक्त बिक्री काउंटरों का अनावरण किया। जिससे कैंटीन में लगने वाली लंबी कतारों से निजात मिलेगी तथा समय की बचत होगी। उनके द्वारा सैनिकों की सुविधा हेतु की गई पहल न केवल उनके दूरगामी दृष्टिकोण को दर्शाती हैं बल्कि सैनिकों के प्रति उनके निस्वार्थ प्रेम को भी प्रदर्शित करती हैं, जोकि अत्यंत सराहनीय है।
तदोपरांत लेफ्टिनेंट जनरल माणिक कुमार दास ने मुख्यालय पुर्व यू पी एवम् एम पी सब एरिया का वार्षिक प्रशासनिक निरीक्षण किया। निरिक्षण के दौरान उन्होने मुख्यालय में कार्यरत अधिकारियों, जे सी ओ और जवानों के साथ चाय पार्टी व बातचीत की तथा जवानों के कुशल मंगल एवम् समस्याओं से सम्बन्धित विचार विमर्श किया, साथ ही जवानों को संगठन के प्रति पूर्ण लगन व निष्ठा के साथ काम करने के लिये प्रेरित भी किया।
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