डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ताज होटल्स समूह के ब्रांड एंबेसडर:मेवाड़ बोले- टूरिज्म सेक्टर में 50 वर्षों में उदयपुर ने अच्छे से अपने आप को स्थापित किया
डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़
दी इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (ताज होटल्स समूह) ने भारतीय पर्यटन, कला व संस्कृति को बढ़ावा देने और भारतीय विरासत के संरक्षण के लिए मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है।
राज्यपाल कलराज मिश्र के पर्यटन सलाहकार डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि ताज समूह ने मुझे ब्रांड एंबेसडर बनाया इसके लिए मै अभिभूत हूं। देश की इतनी बड़ी कंपनी के प्रति सबका प्यार है। यह भारत की एक कंपनी है और उसके होटल सेगमेंट की चेन के लिए मुझे चेहरा बनाया बड़ी खुशी बात है, सम्मान की बात है।
उदयपुर प्रतिदिन टूरिज्म सेक्टर में तरक्की कर रहा है। आज की तारीख में कला, संस्कृति और शिक्षा को लेकर बहुत सारे काम किए जा सकते हैं, इन सबके पीछे उदयपुर को एक अलग पहचान बनाने की जरूरत है, इसमें हर नागरिक काम करे।
मेवाड़ ने कहा कि उदयपुर ने पर्यटन को लेकर पिछले 50 सालों में अपने आप को अच्छे से स्थापित किया है। शादियों को लेकर पूरी दुनिया में उदयपुर ने अपनी एक अलग पहचान खड़ी की है। लक्ष्यराज सिंह ने कहा कि टूरिज्म के क्षेत्र में उदयपुर में संग्रहालय, कला संस्कृति, भाषाएं और स्थानीय भाषाओं को लेकर काम किया जा सकता है, इसके लिए थोड़ा वक्त लगेगा, कोई भी चीज रातों रात नहीं होती है, मेहनत लगती है। उल्लेखनीय है कि डॉ. मेवाड़ एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं, जिन्हें बतौर होटेलियर लंबा अनुभव है और लंबे समय से समाज सेवा में सक्रिय हैं।
जानिए ताज समूह के बारे में
इंडियन होटेल्स कंपनी लिमिटेड जिसे ताज ग्रूप के ब्रांड नेम से जाना जाता है। ताज ग्रूप भारत, यूके, यूएसए, अफ्रीका, मालदीव, मलेशिया,भूटान,श्रीलंका में होटेल्स संचालित करता है। ताज होटल्स समूह द्वारा उदयपुर, जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, ग्वालियर, हैदराबाद, वाराणसी और मुंबई जैसे प्रमुख ऐतिहासिक नगरों में भी आलीशान होटल संचालित हैं, जो देश-दुनिया में प्रसिद्ध हैं।
जानिए लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के बारे में
लक्ष्यराज का जन्म 28 जनवरी 1985 में हुआ। उनकी शुरुआती पढ़ाई अजमेर के मेयो कॉलेज से हुई, इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के एक कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और हॉस्पिटेलिटी का कोर्स करने सिंगापुर चले गए। पढ़ाई पूरी होने के बाद लक्ष्यराज ने अपना करियर एक वेटर के तौर पर शुरू किया। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के कई होटल्स और कैफे में काम किया। इसके बाद वे उदयपुर लौट आए और अपने फैमिली बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए काम करने लगे। गाड़ियों के शौकीन लक्ष्यराज अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। अपने पिता की ही तरह वे भी बड़े-बड़े इवेंट्स को अटेंड करते दिखाई देते हैं। वे बॉलीवुड और राजघरानों की पार्टियों और शादियों में नजर आते हैं। साथ ही, वे मोटर-स्पोर्ट्स से जुड़े इवेंट्स को प्रमोट करते भी दिखते हैं। वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते है।
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़।
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बनाए ये कीर्तिमान
- जनवरी 2024 में मेवाड़ ने मंगलवार को जनसमूह को तनाव प्रबंधन का पाठ पढ़ाकर दुनिया में पहली बार तनाव प्रबंधन से संबंधित गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। गिनीज बुक ने विश्व में पहली बार तनाव प्रबंधन की श्रेणी को शामिल किया है
- मार्च 2019 में जरूरतमंदों को वस्त्रों का दान कर पहला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया था। एकत्रित किए कपड़ों को भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूएसए, ओमान, श्रीलंका, यूएई सहित अन्य देशों के शहरों से एकत्रित कर जरूरतमंदों तक पहुंचाया।
- अगस्त 2019 में 24 घंटे में स्टेशनरी छात्र-छात्रों में वितरित कर दूसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया। लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने उदयपुर संभाग में एक महीने तक शिक्षा प्रोत्साहन कैंपेन चलाकर सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को किताब, कॉपी-पेन-पेंसिल, कलर्स बुक, बुक्स आदि शिक्षण सामग्री वितरित की।
- जनवरी 2020 में महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से पौधे लगाकर तीसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किया। सिटी पैलेस के माणक चौक में पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने अमलतास, गुलमोहर, सहजन व केशिया श्याम वृक्षों के पौधों को लगाया गया।
- जनवरी 2021 में मात्र एक घंटे में महिला स्वच्छता प्रबंधन से जुड़े प्रोडक्ट बांटकर चौथा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। कोरोना महामारी के दौरान स्वच्छता और महिला माहवारी स्वच्छता प्रबंधन की अलख जगाने के लिए सेनेट्री पेड, सैनेटाइजर, साबुन, टूथब्रश जैसे प्रोडक्ट्स दान किए।
- जनवरी 2022 में एक घंटे में स्वेटर वितरण कर 5वां गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। सर्दी के सीजन में जरूरतमंद लोगों को स्वेटर पहनाकर पुनीत पहल की।
- जनवरी 2022 में ही भोजन के पैकेट वितरण कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया। जिसका उद्देश्य था कि कोई भूखा न सोए, पहल का संदेश जन-जन तक पहुंचाना।
- जनवरी 2023 में बीज भविष्य का अभियान के तहत विभिन्न तरह के पेड़-पौधों के बीज बोकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया गया।
- जनवरी 2024 में जनसमूह को तनाव प्रबंधन का पाठ पढ़ाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया किया है। बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने विश्व में पहली बार तनाव प्रबंधन से संबंधित यह श्रेणी बनाने की पहल की है।
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