स्वर्ण मंदिर के पास धमाके में टेरर एंगल:आतंकी हमले की आशंका के बाद NIA-NSG जांच के लिए पहुंची, गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
अमृतसर में ब्लास्ट वाली जगह पर जांच करती NSG की टीम।
पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास हैरिटेज मार्ग पर 32 घंटों में दो धमाकों के बाद अब नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) ने जांच शुरू कर दी है। देर रात NIA की टीम के बाद मंगलवार सुबह NSG की टीम भी हैरिटेज मार्ग पहुंची।
NSG टीम घटना स्थल पर सीन रीक्रिएट करने के साथ पूरे एरिया का मुआयना कर रही है। इससे पहले NIA की टीम ने भी घटना स्थल पर सीन रीक्रिएट किया था। वहीं इस मामले में मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स (MHA) भी सख्त कदम उठाने के मूड में हैं। MHA ने पंजाब डीजीपी से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है। जिसे डीजीपी को आज शाम तक भेजना है।
देर रात घटना स्थल पर पहुंच NIA की टीम ने जांच की थी।
हैरिटेज मार्ग पर हुए ब्लास्ट मामले में पुलिस अभी तक कारणों तक नहीं पहुंच पाई है। पुलिस इस मामले को आतंकी हमले, शरारत या पर्सनल कारण तीनों तथ्यों को ध्यान में रख जांच कर रही है। लेकिन NIA और NSG की एंट्री से आतंकी मॉड्यूल के होने की संभावना अधिक बढ़ गई है। हालांकि NIA और NSG की टीम ने मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया है।
NIA और NSG की टीम के जांच करते के फोटो:-
NSG की टीम घटना स्थल पर जांच करते हुए।
घटना स्थल पर पहुंच जांच करती हुई NIA की टीम।
घटना स्थल पर जांच में जुटी टीम।
फोरेंसिक टीम के साथ NIA की मुलाकात
NIA की टीम ने सोमवार रात हैरिटेज मार्ग पर जांच करने वाली फोरेंसिक टीम से भी मुलाकात की। फोरेंसिक टीम की तरफ से अभी तक बनाए गए नोट्स पर भी विचार किया गया। घटना स्थल पर भी NIA फोरेंसिक टीम के साथ ही पहुंची थी। इसके बाद टीम ने जांच अधिकारियों से भी मुलाकात की है।
धमाके में IED का इस्तेमाल
पंजाब पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बम को फोड़ने के लिए डेटोनेटर का प्रयोग नहीं किया गया। जांच में किसी भी तरह के डेटोनेटर का इस्तेमाल नहीं हुआ। लेकिन IED के इस्तेमाल से इंकार नहीं किया जा सकता। पुलिस फिलहाल इसे हर एंगल से जांच रही है, ताकि सच सामने आ सके।
रेकी के बाद दिया गया घटना को अंजाम
इस पूरी घटना को अंजाम देने के लिए पूरी रेकी की गई है। पूरे विरासती मार्ग पर 16 कैमरे लगे हुए हैं। लेकिन उस जगह का इस्तेमाल किया गया, जो कैमरों की निगरानी में नहीं है, यानी कि ब्लैक स्पॉट।
इतना ही नहीं, पंजाब पुलिस की जांच के अनुसार बम को सारागढ़ी पार्किंग की छत से बांधा गया, ताकि बम किसी अंजान के हाथों से गिरे और लगाने वाला कौसों दूर चला जाए।
अमृतसर पुलिस भी अलर्ट पर
सोमवार को ब्लास्ट के बाद DGP गौरव यादव भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि बम को छत से लटकाया गया था, जो नीचे गिरते ही फट गया। इसके बाद अमृतसर पुलिस अलर्ट पर है। DCP लॉ एंड ऑर्डर परमिंदर सिंह भंडाल अमृतसर पुलिस की टीम के साथ हैरिटेज मार्ग पर रहे।
स्वर्ण मंदिर के आसपास की ऊंची बिल्डिंगों का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। इतना ही नहीं, ऊंची बिल्डिंगों का मुआयना भी किया गया। कुछ ऊंची बिल्डिंगों पर पुलिस जवान भी तैनात किए गए हैं। होटल मालिकों से किसी भी व्यक्ति को बिना ID प्रूफ कमरा ना देने के लिए कहा गया है।
Add Comment