बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने राजस्थान में इंटरनेशनल बॉर्डर से घुसपैठ कर रहे एक पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा है। आरोपी भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को मारने की फिराक में था। उसके पास से कई संदिग्ध वस्तुएं मिली हैं। खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) और मिलिट्री एजेंसी की संयुक्त टीम उससे पूछताछ कर रही हैं।
सूत्रों ने बताया कि 16 जुलाई रात करीब 11 बजे श्रीगंगानगर जिले से लगते हिन्दूमलकोट बॉर्डर फेंसिंग पर संदिग्ध व्यक्ति घूम रहा था। पेट्रोलिंग टीम शक हुआ तो उससे पूछताछ की। वह सही से जवाब नहीं दे सका। उसकी तलाशी लेने पर 11 इंच का धारदार चाकू, धार्मिक किताबें, मैप, कपड़े और खाने का सामान मिला।
उत्तरी पाकिस्तान का रहने वाला
पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम रिजवान अशरफ बताया है। वह उत्तरी पाकिस्तान के मंडी बहाउद्दीन शहर का रहने वाला है। उसने नूपुर शर्मा की हत्या के इरादे से बॉर्डर क्रॉस किया। वह अपने मंसूबों को अंजाम देने से पहले अजमेर शरीफ जाने वाला था। BSF ने आरोपी को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने उसे स्थानीय कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे आठ दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। श्रीगंगानगर में तैनात BSF अफसरों से इस बारे में बात की तो उन्होंने माना किया कि एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को पकड़ा गया है, लेकिन वह नूपुर शर्मा के मर्डर के लिए आया है, यह जानकारी नहीं है।
कन्हैया के हत्यारे गौस मोहम्मद (बाएं) और रियाज जब्बार (दाएं) का भी पाकिस्तान की संस्था दावत-ए-इस्लाम से लिंक मिला था।
कन्हैयालाल के हत्यारों का पाक कनेक्शन
उदयपुर के कन्हैयालाल के हत्यारों का भी पाक कनेक्शन सामने आया था। राजस्थान के गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने बताया कि दोनों हत्यारे पाकिस्तान के दावत-ए-इस्लाम कट्टरपंथी संगठन से जुड़े हुए थे। हत्यारे गौस मोहम्मद ने पाकिस्तान में ट्रेनिंग भी ली थी। दोनों पाकिस्तान के 10-12 मोबाइल नंबरों पर लगातार बात करते थे। अब फिर एक बार नूपुर शर्मा केस में पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है।
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