पाकिस्तानियों ने अजमेर से जमकर खरीदे हेलमेट-प्रेशर कुकर:6 दिन में कर डाली दो करोड़ की शॉपिंग; कड़ी सुरक्षा के बीच वापस लौटे
अजमेर
अजमेर आए पाक जायरीन 6 दिन तक रुके। उन्होंने जरूरी सामान की खरीदारी की।
अजमेर दरगाह के 812वें उर्स में आए पाकिस्तानी जायरीन ने इस बार जमकर खरीदारी की। यह खरीदारी इसलिए खास है क्योंकि कि इस बार इन्होंने हेलमेट-प्रेशर कुकर तक खरीदे। पाक जायरीन ने छोटे-बड़े सामान की करीब दो करोड़ रुपए की खरीदारी की। 6 दिन रुकने के बाद 233 जायरीन को कड़ी सुरक्षा के बीच वापस लौटे।
पाक जायरीन के लिए नियुक्त किए गए कोऑर्डिनेटर सुरेश सिंधी ने बताया कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच धार्मिक समझौते के तहत हर साल उर्स में पाकिस्तान जायरीन अजमेर आते हैं। हमेशा 400-500 जायरीन अजमेर आते हैं। इस बार 233 जायरीन 15 जनवरी को अजमेर पहुंचे थे। शनिवार को वापस लौट गए।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और करेंसी काफी कमजोर है। पाकिस्तानी करेंसी को यहां स्वीकार नहीं किया गया था। यहां पर डॉलर को ही एक्सचेंज किया गया। पाकिस्तान में महंगाई भी बहुत ज्यादा है। जिससे जायरीन भारत से हेलमेट, प्रेशर कुकर, मसाले, साबुन, कपड़े और कई घरेलू सामग्री खरीदकर लेकर गए हैं। 6 दिन में करीब 2 करोड़ की खरीदारी की है।
पाक जायरीन के लिए अजमेर में कोआर्डिनेटर नियुक्त किए गए सुरेश सिंधी ने कहा, पाकिस्तान में अर्थव्यवस्था कमजोर और महंगाई भी ज्यादा।
जायरीन ने सोहन हलवे से ज्यादा हेलमेट खरीदे हैं। इसके साथ ही प्रेशर कुकर, जूसर मिक्सर सहित अन्य सामान खरीदा है।
मोपेड तक खरीदना चाहते थे, मंजूरी नहीं मिली
पाक जत्थे में कुछ जायरीन यहां से मोपेड खरीदना चाहते थे, लेकिन इसके लिए उन्हें मंजूरी नहीं मिली। जायरीन ने बताया कि पाक में सिर्फ गियर वाले दुपहिया वाहन ही इस्तेमाल किए जाते हैं। वहां बिना गियर के वाहन नहीं है। यहां बाजारों में जब कई लोगों के पास उन्होंने बिना गियर वाले वाहन देखें तो इनकी रेट के बारे में पूछताछ की। कुछ जायरीन यहां से मोपेड तक खरीद कर साथ ले जाना चाहते थे, लेकिन अनुमति नहीं मिली।
जायरीन ने अजमेर से महिलाओं के लिए साड़ी, बच्चों के कपड़े, चूड़ियां और सोने-चांदी की ज्वेलरी भी खरीदी।
जायरीन बोले- पाकिस्तान से सस्ता सामान इंडिया में
- पाक जत्थे के इंचार्ज परवेज इकबाल ने बताया कि 14 जनवरी से हमारा सफर शुरू हुआ था। हमारा सफर काफी अच्छा रहा। भारत सरकार ने हमारा काफी ख्याल रखा। अजमेर शहर की जनता का भी आभार प्रकट करते हैं। सभी ने हमारा दिल से वेलकम किया था। खरीदारी के वक्त हमसे कोई भी ओवर चार्ज नहीं लिया गया। जहां भी गए, वहां चाय-पानी के लिए पूछा गया था। हम सभी यहां से यही मैसेज लेकर जा रहे हैं कि भारत के लोग प्यार करते हैं और भाईचारा चाहते हैं।
- पाक जायरीन बाबर अली ने कहा कि अजमेर शरीफ आकर बहुत अच्छा लगा। काफी मुश्किलों से वीजा मिला था। दरगाह में चादर पेश कर दोनों मुल्कों को लेकर दुआ की है। इसके साथ ही अजमेर शरीफ से ज्वेलरी, लेडीज सूट, यहां का फेमस सोहन हलवा खरीदा है। पाकिस्तान में हेलमेट नहीं मिलते हैं, इसलिए यहां से हेलमेट खरीदा है।
- खड़दार ने बताया कि उर्स में आए थे। बड़े अच्छे इंतजाम किए गए थे। भारत सरकार का हम आभार जताते हैं। बच्चों के लिए कपड़े, खिलौने, चादर और हेलमेट लिया है। यहां पर पाकिस्तान से सस्ता सामान मिलता है। इसलिए यहां से घर वालों के लिए गिफ्ट खरीद कर लेकर जा रहा हूं।
- पाक जायरीन ने कहा कि भारत आकर बहुत अच्छा लगा। दरगाह में दोनों मुल्क आपस में मिलकर रहे, इसे लेकर दुआ मांगी है। पाकिस्तान और भारत के प्रधानमंत्री अच्छा काम कर रहे हैं। दोनों मुल्कों के रिलेशन आगे अच्छे रहें, इसे लेकर दुआ करते हैं।
पाकिस्तान में महंगाई ज्यादा होने के कारण अजमेर से मसाले भी खरीदे हैं।
17 जनवरी को पाक जायरीन ने दरगाह में पाकिस्तान सरकार व खुद की चादर चढ़ाई थी।
दरगाह में चढ़ाई थी चादर
पाक जायरीन ने 17 जनवरी को अजमेर दरगाह में पाकिस्तान सरकार और खुद की तरफ से चादर चढ़ाई थी। नया बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से कड़ी सुरक्षा के बीच जुलूस के रूप में दरगाह पहुंचे थे। दरगाह कमेटी की ओर से चादर चढ़ाने के बाद सभी की दस्तारबंदी कर तबर्रुक भेंट किया गया था।
230 जायरीन अजमेर से पाक रवाना, कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रेन में बैठे।
ट्रेन से हुए रवाना
उर्स में शामिल होने आए 230 पाक जायरीन का जत्था शनिवार रात 10 बजे अजमेर रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन से रवाना हुए। स्टेशन पर इसके लिए विशेष बंदोबस्त किए गए। जीआरपी और स्थानीय पुलिस ने कोच में जायरीन को बैठाने से पहले उनकी जांच की। सभी जायरीन को पुरानी मंडी स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से रेलवे स्टेशन तक बसों में लाया गया। जिससे कि इनके साथ इनका लगेज भी सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से ट्रेन तक पहुंचे, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए।
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महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के उर्स के मौके पर बुधवार को पाकिस्तान सरकार, एंबेसी और वहां से आए 230 जायरीनों ने चादर पेश की। पाक जायरीन का दल चादर लेकर नाचते-गाते दरगाह पहुंचा। दरगाह में चादर पेश करने के बाद भारत और पाकिस्तान के मजबूत रिश्तों के लिए दुआ की गई।
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