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पाकिस्तान में रिंदा के पास जाना चाहते थे रूपा-मन्नू:गोल्डी के कहने पर मूसेवाला के हत्यारे बॉर्डर पार जा रहे थे, पुलिस ने ढेर किया

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पाकिस्तान में रिंदा के पास जाना चाहते थे रूपा-मन्नू:गोल्डी के कहने पर मूसेवाला के हत्यारे बॉर्डर पार जा रहे थे, पुलिस ने ढेर किया
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल रहे गैंगस्टर जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्नू ने कनाडा में अंडरग्राउंड हो चुके गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की सलाह पर पाकिस्तान भागने की प्लानिंग बनाई थी।मूसेवाला की हत्या के बाद दोनों ने विदेश भागने के लिए नकली पासपोर्ट बनवाने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते पासपोर्ट नहीं बन पाए। इसलिए दोनों गोल्डी की सलाह पर भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर क्रॉस करने की फिराक में सरहदी गांव पहुंचे। दोनों बॉर्डर क्रॉस कर पाते, उससे पहले ही पंजाब पुलिस ने बुधवार को एनकाउंटर में दोनों को मार गिराया।मूसेवाला की हत्या के बाद उसकी जिम्मेदारी लेने वाले कनाडा में बैठे गैंगस्टर लॉरेंस के करीबी गोल्डी बराड़ की सलाह पर जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्नू पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक पड़ते अमृतसर के भकना गांव पहुंचे। पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा अपने स्लीपर सेल के जरिये दोनों को इंटरनेशनल बॉर्डर क्रॉस कर पाकिस्तान में घुसाने के लिए मदद कर रहा था।अमृतसर और तरनतारन पंजाब के सरहदी जिले हैं और रिंदा यहां बॉर्डर पार से ड्रोन के जरिये हथियारों की डिलीवरी करता रहा है। ड्रोन से भारतीय सीमा में हथियार पहुंचाने के बाद रिंदा अपने स्लीपर सेल के जरिये ही उन्हें आगे अलग-अलग ठिकानों पर पहुंचाता है। पुलिस इस सबके बारे में कुछ भी नहीं बोल रही। हालांकि, पुलिस के लिए इस सवाल का जवाब जानना जरूरी हो चुका है कि पाकिस्तान में बैठा रिंदा दोनों को किस तरह सरहद पार कराने की प्लानिंग कर रहा था।

सरहद से 12 किलोमीटर पहले मारे गए
पुलिस ने गैंगस्टर जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्नू का बुधवार को अमृतसर जिले के जिस भकना गांव में एनकाउंटर किया, वह सरहद के करीब है। भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर वहां से सिर्फ 12 किलोमीटर दूर है। खेतों के जरिये बिना पुलिस की नजर में आए वहां से बॉर्डर के नजदीक पहुंचना मुश्किल काम नहीं था।

6 साल से घर खाली पड़ा हुआ था
पुलिस का कहना है कि गैंगस्टर जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्नू ​​​​​भकना गांव के खेतों में बने जिस घर में छिपे थे, वह खाली था। यह घर और इसके आसपास की जमीन बलविंदर सिंह के नाम पर है। छह साल पहले बलविंदर ने यह घर पास ही के एक गांव में रहने वाले बलविंदर सिंह दोधी को दे दिया था। तभी से यह घर खाली पड़ा था।
पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि इस घर में दोनों गैंगस्टरों को किसी लोकल आदमी ने पनाह दी या दोनों खुद ही यहां आकर छिप गए थे। अंदर से इस घर की हालत काफी खस्ता है। दीवारों से पेंट वगैरह उतरा हुआ है और फर्श भी खराब हालत में है। घर के अंदर चारपाई और लकड़ी का तख्त रखा हुआ है।

हरविंदर रिंदा बब्बर खालसा का इंडिया हेड
पाकिस्तान में बैठा हरविंदर सिंह रिंदा बब्बर खालसा का इंडिया हेड है। साल 2020 में भारत से फरार होने के बाद वह किसी तरह पाकिस्तान पहुंचा और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की पनाह ले ली। कहा जाता है कि इस समय रिंदा इस्लामाबाद में है। उसका नाम लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट मामले में भी आ चुका है।

नकली पासपोर्ट से दो गैंगस्टर पहुंच चुके विदेश
मूसेवाला की हत्या से पहले गैंगस्टर लॉरेंस ने अपने भाई अनमोल बिश्नोई और सचिन थापन को विदेश भेज दिया था। अनमोल इस समय यूरोप में है। लॉरेंस ने इन दोनों को फर्जी पासपोर्ट बनवाकर देश से निकाला। मूसेवाला को मारने के बाद जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह मन्नू ने भी फर्जी पासपोर्ट बनवाने के लिए हाथ-पांव मारे मगर सफलता नहीं मिली। इसके बाद गोल्डी बराड़ ने दोनों को पाकिस्तान भेजने की योजना बनाई और वहां बैठे आतंकी रिंदा से संपर्क साधा। रिंदा का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से कनेक्शन है।

बलविंदर सिंह दोधी का घर शक के घेरे में
भकना गांव के ग्रामीणों ने बताया कि जिन खेतों में बने घर में गैंगस्टर रूपा और मन्नू छिपे हुए थे, वह बलविंदर सिंह का है। बलविंदर सिंह 6 साल पहले अपने खेत और घर बेचकर अमृतसर शहर में रहने चला गया। उसने अपना घर और खेत एक नजदीकी गांव में ही रहने वाले बलविंदर सिंह दोधी नामक व्यक्ति को बेचा था। उसी समय से यह घर खाली पड़ा था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि रूपा और मन्नू खुद यहां आकर छिपे या उन्हें यहां छिपाया गया था। गांव में भी किसी को पता नहीं था कि यहां कोई रुका हुआ है।

2 किलोमीटर का इलाका सील किया
एनकाउंटर में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, स्पेशल ऑपरेशन सेल, आर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट के जवान शामिल रहे। इसके अलावा पुलिस के बेस्ट शूटर और क्विक रिएक्शन टीम भी पहुंची। एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने 2 किलोमीटर का इलाका सील कर दिया। इस दौरान लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी गई।

मन्नू कुस्सा ने ही मूसेवाला को मारी थी पहली गोली
शार्पशूटर मन्नू कुस्सा गैंगस्टर लॉरेंस और उसके कनाडा में बैठे साथी गोल्डी बराड़ का करीबी है। 29 मई को मानसा जिले के जवाहरके गांव में मूसेवाला को AK47 से पहली गोली मन्नू ने ही मारी थी। इससे पहले जेल में मन्नू की पिटाई का एक वीडियो वायरल किया गया था। मन्नू को शक था कि विरोधी बंबीहा गैंग ने उसे पिटवाकर बदनामी कराई। इसी वजह से वह गुस्से में था। बंबीहा गैंग के करीबी माने जाने वाले मूसेवाला की हत्या में भी वह इसी वजह से शामिल हुआ।पुलिस जांच में सामने आया कि मूसेवाला की हत्या करने वाले जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत मन्नू कुस्सा कत्ल के बाद पंजाब में ही घूमते रहे। सूत्रों के मुताबिक, जून अंत तक वे तरनतारन के एक गांव में छिपे रहे। रूपा इसी इलाके का रहने वाला था। यहां दूसरे गैंगस्टर तूफान ने उन्हें अपने फार्म हाउस में छिपा रखा था। इनके साथ गैंगस्टर रईया भी मौजूद था।

शार्प शूटर्स के 18 मददगारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया
मूसेवाला मर्डर में शामिल 6 शार्प शूटर में से प्रियवर्त फौजी, कशिश उर्फ कुलदीप और अंकित सेरसा को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पकड़ा था। जगरूप रूपा, मनप्रीत मन्नू कुस्सा को मार गिराया गया है। दीपक मुंडी अब तक फरार है। पंजाब पुलिस ने इस केस में शार्प शूटर्स के 18 मददगारों और हत्या की साजिश रचने वालों को भी गिरफ्तार किया है।

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