पालघर: गुजरात के तटीय क्षेत्र के निकट पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी (PMSA) की गोलीबारी में एक मछुआरे की मौत के विरोध में महाराष्ट्र में पालघर जिले के वदराई गांव के निवासियों ने सोमवार को बंद रखा. शनिवार को की गई गोलीबारी में श्रीधर रमेश चामरे (32) की मौत होने के बाद स्थानीय पंचायत ने बंद का आह्वान किया था. बंद के कारण गांव में सभी दुकान बंद रहीं और सार्वजनिक बस तथा आटो-रिक्शा सड़कों से नदारद रहे, चामरे के परिवार में पत्नी, दो बेटियां और माता-पिता हैं.
सतपति पुलिस थाने के सहायक निरीक्षक सुधीर दाहेरकर ने कहा कि इस समय गांव में स्थिति शांतिपूर्ण है. सूत्रों ने बताया कि चामरे के शव को पोस्टमार्टम के बाद गांव लाया जाएगा. इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास शनिवार शाम चार बजे गोलीबारी की घटना हुई थी.दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारतीय नौका पर बिना उकसावे के पीएमएसए द्वारा की गई की गई गोलीबारी की घटना को भारत ने गंभीरता से लिया है और पाकिस्तानी पक्ष के सामने इस मुद्दे को उठाने का निर्णय लिया है. चामरे के पिता ने कहा कि नौका पर सात मछुआरे सवार थे और वह सीमा पार नहीं गई थी. सोमवार को बंद के समर्थन में लोग घरों से बाहर नहीं निकले और गांव की सड़कें वीरान दिखाई पड़ी थी. इस बीच गुजरात पुलिस ने पीएमएसए के 10 कर्मियों पर हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है.
गौरतलब है कि शनिवार को पीएमएसए ने गुजरात के तट के पास अरब सागर में नौका नाव ‘जलपरी’ पर गोलीबारी की थी जिसमें चामरे की मौत हो गई थी तथा एक अन्य मछुआरा घायल हो गया था. घायल मछुआरे दिलीप सोलंकी (34) दीव का निवासी है और गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में ओखा स्थित एक अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है.
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