पूर्व सांसद मानवेंद्र को राजसमंद से टिकट देगी बीजेपी?:निर्दलीय विधायक भाटी और चौधरी ने रखी तीन शर्तें, पढ़िए- सीएम से मुलाकात की इनसाइड स्टोरी
जोधपुर
टिकटों की घोषणा के इंतजार के बीच प्रदेश की राजनीति में मारवाड़ इलाका चर्चा के केंद्र में है। मारवाड़ से पार्टी छोड़ चुके पुराने विधायकों और कांग्रेस के कद्दावर नेताओं को भाजपा अपने पाले में लाने का पूरा प्रयास कर रही है। इसे लेकर कवायद शुरू हो चुकी है।
इसी को लेकर सीएम भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को जोधपुर में तीन बड़े नेताओं से मुलाकात की। इनमें सबसे बड़ा नाम था पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह जसोल। सीएम ने सांचौर विधानसभा से निर्दलीय विधायक जीवाराम चौधरी और शिव (बाड़मेर) विधायक रविंद्र सिंह भाटी से भी बात की।
सूत्रों का कहना है कि मानवेंद्र को राजसमंद से टिकट का ऑफर दिया गया है। वहीं, चौधरी और भाटी दोनों ने समर्थन के लिए अपनी शर्तें रखी हैं।
पढ़िए पूरी रिपोर्ट…
फोटो मंगलवार का है। जब मानवेंद्र सिंह जोधपुर की एक होटल में सीएम से मिलने पहुंचे थे। यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ भी मुलाकात की थी।
मानवेंद्र सिंह की जल्द जॉइनिंग चाहती है पार्टी
मंगलवार को जोधपुर में सीएम भजनलाल शर्मा ने दौरे के दौरान मानवेंद्र सिंह जसोल से बंद कमरे में करीब 10 मिनट तक मुलाकात की। सूत्रों की मानें तो पार्टी राजसमंद से जसोल को मैदान में उतार सकती है।
पार्टी पदाधिकारी चाहते हैं कि वे एक-दो दिन में ही पार्टी जॉइन करें और बीजेपी जल्द ही उनके नाम की घोषणा करे। वहीं, बताया जा रहा है कि मानवेंद्र सिंह ने अप्रैल में पार्टी जॉइन करने की बात कही है।
ऐसा बताया जा रहा है कि 22 को उनका गुरुग्राम में हेल्थ चेकअप है। वहीं, पत्नी की सड़क हादसे में मौत के बाद होली पहला त्योहार आ रहा है। ऐसे में उन्होंने होली के बाद जॉइनिंग की बात रखी।
बताया जा रहा है कि जोधपुर में चर्चा अधूरी रह गई थी। ऐसे में सीएम दोबारा 23 मार्च को मानवेंद्र सिंह से जयपुर में मुलाकात करेंगे। मानवेंद्र को बीजेपी में लाने के लिए प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के साथ डिप्टी सीएम दीया कुमारी का भी अहम रोल माना जा रहा है।
पार्टी भी चाह रही है कि राजसमंद से मानवेंद्र सिंह को ही मैदान में उतारे ताकि राजपूत समाज के वोट बैंक को साध सके।
- क्या बोले जसोल : मामले में मानवेंद्र सिंह जसोल से बातचीत की। जसोल का कहना है कि सीएम भजनलाल शर्मा से पुराने संबंध हैं, इसलिए मुलाकात हुई है। राजसमंद से चुनाव लड़ने जैसी उनके साथ कोई चर्चा नहीं हुई है। 23 तारीख को सीएम ने बुलाया है या मीटिंग है, ऐसी जानकारी अभी नहीं है।
सांचौर निर्दलीय विधायक जीवाराम चौधरी ने सीएम और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष दोनों से मुलाकात की।
जालोर में वैभव को घेरने की तैयारी
इधर, बीजेपी और कांग्रेस जालोर-सिरोही सीट से प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। भाजपा ने पूर्व जिला अध्यक्ष लुंबाराम चौधरी को मैदान में उतारा है। वहीं, उनके सामने कांग्रेस से पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत चुनाव लड़ेंगे।
वैभव के नाम की घोषणा होने के बाद से जालोर-सिरोही में कांग्रेस के तीन नेता पूर्व विधायक संयम लोढ़ा, पूर्व मंत्री सुखराम विश्नोई और रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी के साथ एकजुट हो गए हैं। पूर्व सीएम भी इन दिनों जालोर-सिरोही के दौरे पर हैं।
उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में सांसद देवजी पटेल को सांचौर विधानसभा से टिकट दिया था। उस समय निर्दलीय विधायक जीवाराम चौधरी बगावत करते हुए मैदान में उतरे और देवजी पटेल को हराया। बाद में पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया था। ।
जीवाराम चौधरी ने पार्टी से निष्कासित कार्यकर्ताओं और नेताओं को दोबारा जॉइन करवाने की शर्त रखी है।
जोधपुर दौरे के दौरान सीएम भजनलाल ने जीवाराम चौधरी से भी करीब 15 मिनट तक मुलाकात की थी। लुंबाराम को जालोर से समर्थन मिले, इसके लिए जीवाराम चौधरी को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि चौधरी ने दोबारा पार्टी में जॉइन करवाने और निष्कासन को खत्म करने की बात रखी है। हालांकि, इस पर सहमति नहीं बनी है।
- क्या बोले चौधरी: मामले में जीवाराम चौधरी का कहना है कि हम उसी विचारधारा से हैं, संघ परिवार से ही हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई थी। गुरुवार को भी एक मीटिंग होनी है। हमारे सांचौर के जो नेता हैं, जिन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया था उन्हें दोबारा बीजेपी जाॅइन करवानी है। मैंने तो पार्टी को समर्थन जब मैं जीता था उसके दूसरे दिन से ही दे दिया था।
फोटो बुधवार को जोधपुर एयरपोर्ट का है। इस दौरान भाटी ने कहा था जनता का जो फैसला होगा वे जल्द बताएंगे।
रविंद्र भाटी ने रखी तीन शर्त: लिखित सहमति बनने के बाद करेंगे जॉइन
बीजेपी बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से कैलाश चौधरी के नाम की घोषणा कर चुकी है। इसी के बाद से शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने जैसलमेर से देव दर्शन यात्रा की शुरुआत की। बताया जा रहा था कि वे लोकसभा चुनाव भी निर्दलीय के तौर पर लड़ेंगे।
विधानसभा चुनाव के परिणाम देखते हुए पार्टी यहां भी रिस्क नहीं लेना चाह रही है। ऐसे में पार्टी लगातार रविंद्र सिंह भाटी से समर्थन को लेकर बात कर रही है। बताया जा रहा है कि भाटी ने तीन शर्तें रखी हैं।
इनमें ओरण भूमि को बचाने, सरकार के बड़े प्रोजेक्ट में स्थानीय युवाओं को रोजगार का वादा और डेजर्ट नेशनल पार्क एरिया में रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने की शर्त शामिल है।
इन्हीं शर्तों के साथ उन्होंने भी मंगलवार को सीएम से मुलाकात की थी। वे उदयपुर तक सीएम के साथ चार्टर प्लेन में थे। लंच भी साथ किया था।
- क्या बोले भाटी: बातचीत में रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा। फिलहाल यही स्थितियां पैदा हो रही हैं। सीएम से मुलाकात हुई थी, लेकिन अभी किसी पर भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। मैं अपने शिव विधानसभा क्षेत्र में हूं और यहां जब बात हुई तो स्थितियां चुनाव लड़ने की ही सामने आई।
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