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पैपा द्वारा आयोजित सार्थक संगत बना सार्थक संदेशों एवं निर्णयों का सेतु

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बीकानेर। प्राईवेट स्कूल्स के विभिन्न संगठनों का सामूहिक दो दिवसीय अधिवेशन 22 व 23 जून को प्राईवेट एज्यूकेशनल इंस्टीट्यूट्स प्रोसपैरिटी एलायंस (पैपा) के माध्यम से गंगाशहर स्थित तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। स्वच्छ शिक्षा क्रांति मिशन के अंतर्गत “सार्थक संगत” विषयक इस अधिवेशन के संयोजक गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि इस अधिवेशन में बीकानेर सहित “20 जिलों के प्राईवेट स्कूल्स के राज्य व जिला स्तरीय विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने सक्रिय संभागित्व किया। उन्होंने बताया कि अवैधानिक कृत्यों में लिप्त शिक्षण संस्थाओं के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई के लिए सरकार एवं शिक्षा विभाग से हर संभव संघर्ष किये जाने के लिए इस अधिवेशन में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। फीस एक्ट की गाईडलांईस के विरुद्ध जाकर 14 जून को शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश को न्यायालय में चुनौती देने का फैसला भी इस दौरान लिया गया। इस अवसर पर सर्वसम्मति से महेश गुप्ता (कोटा) के नेतृत्व में 12 सदस्यों की एक कोर कमेटी का गठन किया गया। यह कमेटी राज्य स्तर पर ये दोनों कार्य शीघ्र शुरू करने के लिए रूपरेखा का निर्धारण करेगी। अधिवेशन का उद्घाटन मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर जैन संत श्रेयांस मुनि एवं विमल मुनि ने मंगलपाठ तथा गीतिका प्रस्तुत किये। बंशीलाल भाटी ने स्वागत संबोधन देते हुए सभी का अभिनंदन किया एवं आभार प्रकट किया।

स्कूल समय में ना हो कोचिंग का संचालन, अवैधानिक स्कूल्स के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई के लिए लिया सर्वसम्मति से निर्णय

सार्थक संगत के प्रथम सत्र में अवैध स्कूल्स एवं कोचिंग की आड़ में चल रहे फर्जी स्कूल्स के विरुद्ध प्रदेश स्तर पर निरंतर संघर्ष करने हेतु विशद विचार विमर्श किया गया। इसके लिए शीघ्र ही रूपरेखा तैयार करने का फैसला किया गया। यह भी फैसला किया गया कि दोपहर 2 बजे से पहले किसी भी तरह की कोचिंग का संचालन नहीं किए जाने हेतु शिक्षा विभाग और सरकार से पुरजोर मांग की जाएगी। साथ ही कोचिंग एक्ट की पालना सरकार व प्रशासन द्वारा उचित तरीके से करवाने के लिए प्रयास किए जाने का निर्णय भी लिया गया। प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) डॉ. विजयशंकर आचार्य ने कहा कि प्राईवेट स्कूल्स के सामाजिक – शैक्षणिक – सांस्कृतिक योगदान बहुत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से संचालित शिक्षण संस्थाओं से शिक्षा विद्रूप होती जा रही है। प्रथम सत्र की अध्यक्षता नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस के राजस्थान प्रभारी डॉ. दिलीप मोदी ने की।

फीस एक्ट की विसंगतियों को दूर करने के लिए जाएंगे न्यायालय की शरण में

प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन, कोटा के प्रदेश अध्यक्ष महेश गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित हुए द्वितीय सत्र में फीस एक्ट पर चर्चा हुई। इस दौरान फीस एक्ट की विसंगतियों पर भी गहन मंथन किया गया। 14 जून को निकाले गए फीस कमेटी को आनलाईन करने के आदेश को सभी ने फीस एक्ट और इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट की गाईडलांईस की अवमानना मानते हुए इसे हाईकोर्ट में चुनौती देने का फैसला किया गया।

स्कूल वेलफेअर एसोसिएशन, राजस्थान (स्वराज), भरतपुर के प्रदेश अध्यक्ष हरभान सिंह कुंतल की अध्यक्षता में आयोजित तीसरे सत्र में प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के पी एस पी प्रभारी अरुण स्वामी ने आरटीई, फीस एक्ट, मान्यता एवं अन्य संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान बताया।

अब तक की प्रदेश स्तरीय सर्वश्रेष्ठ संगोष्ठी है सार्थक संगत

सांस्कृतिक सत्र में डॉ. मुकेश मांडन ने कविताओं की प्रस्तुतियां दीं तथा सार्थक संगत को राजस्थान की अब तक की सर्वश्रेष्ठ संगोष्ठी बताया। श्याम लाल बिडियासर ने मधुर गीत सुनाया। ब्यावर के भरत कुमार भाटी, हनुमानगढ़ के भारत भूषण कौशिक, भीलवाड़ा के सुनील बांगड़, भरतपुर के हरभान सिंह कुंतल तथा जालौर के के एन भाटी ने सार्थक संगत को अद्वितीय बताते हुए कहा कि शत प्रतिशत सुव्यवस्थित, गरिमामयी, शालीन एवं सार्थक कार्यक्रम में आकर अभिभूत हैं।

अवैधानिक शिक्षण संस्थाओं के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करवाने का कदम कठोर लेकिन सराहनीय : जेठानंद व्यास

कार्यक्रम के समापन सत्र में बीकानेर (पश्चिम) के विधायक जेठानंद व्यास ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संभागियों की पीड़ा को समझा तथा कहा कि अवैध शिक्षण संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए आप सभी ने जो निर्णय लिया है वो एक बहुत कठोर कदम है लेकिन सराहनीय प्रयास है क्योंकि अवैधानिक काम में लिप्त संस्थाओं के कारण ही सभी प्राईवेट स्कूल्स बदनाम हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आप को ऐसे लोगों द्वारा धमकी भी मिल सकती है लेकिन आप में से किसी को भी डरने और घबराने की कतई जरूरत नहीं है, वे आप की इस मुहिम में साथ हैं तथा हर संभव मदद के लिए तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा में भी वे इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से प्रस्तुत करेंगे। व्यास ने कहा कि शिक्षा विभाग को उसकी जिम्मेदारी याद दिलाने के लिए वे आप सभी के हर प्रयास को सपोर्ट करेंगे।

संभागियों, सहयोगियों व कार्यकर्ताओं को किया सम्मानित

इस दो दिवसीय अधिवेशन में शिरकत करने वाले सभी संभागियों, सहयोगियों एवं कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों को शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता बंशीलाल भाटी ने की ।उन्होंने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह भव्य व शानदार अधिवेशन कभी भी भुलाया नहीं जा सकेगा।

स्वच्छ शिक्षा क्रांति मिशन के लिए राज्य व्यापी संघर्ष हेतु बनाई कोर कमेटी

सार्थक संगत के दौरान स्वच्छ शिक्षा क्रांति मिशन की गतिविधियों को प्रदेश व्यापी स्तर पर संचालित करने के लिए एक कोर कमेटी का गठन महेश गुप्ता (कोटा) के नेतृत्व में किया गया है। इस कमेटी में डॉ. दिलीप मोदी (झूंझूनू), कृतिका शेखावत (जयपुर), डॉ. मुकेश मांडन (जोधपुर), के. एन. भाटी (जालौर), लोकेश सुखवाल (बूंदी), सुनील बांगड़ (भीलवाड़ा), भरत कुमार भाटी (ब्यावर), जयशंकर त्रिवेदी (पाली), भारत भूषण कौशिक (हनुमानगढ़), आनन्द थोरी (बाड़मेर) एवं आनन्द सिंह सांखला (जोधपुर) का चयन सर्वसम्मति से किया गया।

इनकी रही सहभागिता

कार्यक्रम में आनन्द थोरी (बाड़मेर), हरभान सिंह कुंतल (भरतपुर), के पी सिंह (भरतपुर), के. एन. भाटी (जालौर), श्यामलाल बिडियासर (नागौर), गोपाल सिंह चौहान (जैसलमेर), भागीरथ पचार (सुजानगढ़), महेश गुप्ता (कोटा), कपिल विजयवर्गीय (कोटा), डॉ. दिलीप मोदी (झूंझूनू), ऋतिका राठौड़ (जयपुर), अनूप शेखावत (जयपुर), डॉ. मुकेश मांडन (जोधपुर), आनन्द सिंह सांखला (जोधपुर), सुरेश चंद्र (जोधपुर), मानवेंद्र (जोधपुर) युधिष्ठिर सिंह (जोधपुर), लोकेश सुखवाल (बूंदी), सुनील बांगड़ (भीलवाड़ा), भरत कुमार भाटी (ब्यावर), संजय गहलोत (ब्यावर), हरसुखलाल (ब्यावर), ओम रणवां (ब्यावर), दिलीप सिंह चौहान (ब्यावर), राजेश कुमार शर्मा (ब्यावर), जयशंकर त्रिवेदी (पाली), प्रदीप दवे (पाली), रमाकांत मिश्रा (पाली), हरवंश दवे (पाली) भारत भूषण कौशिक (हनुमानगढ़), श्रवण गोदारा (हनुमानगढ़), भागीरथ सैन (पीलीबंगा),
प्रहलाद चौधरी (नागौर) एवं मनसुख सारस्वत (अनूपगढ) इत्यादि की प्रभावी सहभागिता रही।

बीकानेर से गिरिराज खैरीवाल, बंशीलाल भाटी, लोकेश कुमार मोदी, बालकिशन सोलंकी, राकेश कुमार जोशी, रमेश बालेचा, चरण सिंह चौधरी, डॉ. अभय सिंह टाक, सोमेश्वर स्वामी, विपिन पोपली, मनीष यादव, तोलाराम पेड़ीवाल, मुकेश शर्मा, के के स्वामी, अभिजीत व्यास, रमेश कुमार मोदी, जितेंद्र बालेचा, राकेश पंवार, कुलदीप चौधरी, उमाचरण सुरोलिया, भरत पाराशर, तुलसी देवी, दीपक पुरोहित, प्रभुदयाल गहलोत, घनश्याम साध, डॉ. सुधा सोनी, वरिता बैद, सुंदरलाल रामावत एवं सवाई सिंह राजपुरोहित इत्यादि मौजूद रहे।

इस टीम ने संभाली व्यवस्था

पैपा के प्रदेश समन्वयक एवं सार्थक संगत के संयोजक गिरिराज खैरीवाल के नेतृत्व में लोकेश मोदी, बालकिशन सोलंकी, राकेश कुमार जोशी, कमलचंद बाणिया, राणसिंह राजपुरोहित, मनोज कुमार सिंगला, अशोक कुमार मेहरड़ा, मनीराम चौधरी, रोहिणीकांत खैरीवाल, महेश बाणिया, अमन टाक, संयम जोशी, पवन कुमार इत्यादि ने विभिन्न व्यवस्थाओं को संभाला।

अगली सार्थक संगत होगी कोटा में

सार्थक संगत के संयोजक गिरिराज खैरीवाल ने विषय प्रवर्तन के दौरान कहा कि यह अधिवेशन साल में कम से कम तीन बार होना चाहिए। इस पर अगली सार्थक संगत के लिए महेश गुप्ता ने कोटा को मेजबानी देने का अनुरोध किया। उनके अनुरोध के मुताबिक सार्थक संगत की द्वितीय कड़ी का आयोजन सितंबर 2024 में कोटा में किया जाएगा।

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