अमृतसर-जामनगर ग्रीन एक्सप्रेस हाई-वे:ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे से विधानसभा की 32 सीटों और लोक सभा की 5 सीटों को साधेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक महीने के भीतर दूसरी बात राजस्थान आ रहे हैं। छह महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं इसलिए प्रधानमंत्री का दौरा खासा महत्वपूर्ण है। अमृतसर-जामनगर ग्रीन एक्सप्रेस वे के सहारे वे 2024 के लाेकसभा और आने वाले विधानसभा का समीकरण साधेंगे। जिन पांच जिलाें काे हाई-वे की साैगात मिलेगी 2018 में भाजपा इन जिलाें की 21 विधानसभा सीटें हार चुकी थी। भाजपा के पास इन जिलाें में सिर्फ 11 सीटें ही हैं। बाड़मेर-जाेधपुर जिले ताे ऐसे हैं जहां भाजपा के पास सिर्फ एक-एक ही सीट है।
बीस हजार करोड़ रुपए से अधिक लागत से बने इस एक्सप्रेस हाई-वे के कारण अमृतसर से जामनगर के बीच 23 घंटे का सफर घटकर महज 12 घंटे में पूरा हो जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे से राजस्थान के 5 जिले भी जुड़ेंगे। माेदी एक्सप्रेस-वे की रफ्तार के सहारे ही भाजपा का भी जनाधार बढ़ाने की काेशिश करेंगे। जिन पांच जिलाें से हाई-वे गुजरेगा उसमें भाजपा का जनाधार दाे जिलाें में ताे 2018 में पूरी तरह खिसक गया था क्याेंकि जाेधपुर की आठ और बाड़मेर की सात विधानसभा सीटाें में से सिर्फ दाे ही हाथ लगी थी। बीकानेर में तीन और जालाैर में चार सीटें जीती थी।
हनुमानगढ़ जिले में कांग्रेस-भाजपा दाे-दाे सीटाें पर बराबर थी। पूर्वी राजस्थान में गहलाेत बार-बार ईआरसीपी का मुद्दा उठाकर वहां राजनीतिक फायदा लेने की काेशिश कर रहे हैं ताे माेदी एक्सप्रेस-वे के सहारे पश्चिम में पैर मजबूत करेंगे। क्याेंकि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के करीब तीन पहले ही इस हाई-वे का शुभारंभ हाे रहा ताे भाजपा भी इसे चुनावी सभाओं में भुनाएगी। प्रधानमंत्री के नाै साल बेमिसाल कार्यक्रम में राजस्थान में ये प्राेजेक्ट भी शामिल हाे जाएगा। हालांकि भाजपा नेता या मंत्री इस हाई-वे के सहारे राजनीति ना करने की बात कर रहे हैं लेकिन ये सभी काे पता है कि आने वाले दिनाें में ये चुनावी मुद्दा बनेगा।
विधानसभा चुनाव 2018 में 5 जिलों की 21 सीटें हारी, 11 विधान सभा और 5 लाेकसभा सीट जीती थी भाजपा
विधानसभा बीकानेर :
बीकानेर में भाजपा के पास नाेखा, लूणकरणसर और बीकानेर पूर्व, कांग्रेस के पास काेलायत, खाजूवाला और बीकानेर पश्चिम, सीपीएम के पास श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा सीट है।
विधानसभा हनुमानगढ़
भाजपा के पास सांगरिया, पीलीबंगा, कांग्रेस के पास हनुमानगढ़ और नाेहर, सीपीएम का पास भादरा सीट पर कब्जा है।
विधानसभा बाड़मेर
शिव, बाड़मेर, बायतू, पचपदरा, गुढामलानी, चाैहट्टन, भाजपा के पास सिर्फ सिवाना सीट है।
विधानसभा जोधपुर
कांग्रेस के पास फलाैदी, लोहावट, शेरगढ़, सरदारपुरा, जोधपुर, लूणी और पाेकरण सीट है। भाजपा के पास सूरसागर सिर्फ सूरसागर विधानसभा है।
विधानसभा जालाैर
आहाेर, भीनमाल,जालाैर और रानीवाड़ा भाजपा के पास और कांग्रेस के पास िसर्फ सांचाैर सीट है।
चार राज्याें की 74 लाेकसभा सीटाें पर भी नजर
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे राजस्थान से पंजाब, हरियाणा, गुजरात को कनेक्ट करेगा, तो वहीं जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख से निर्यात में फायदा मिलेगा। यह देश का दूसरा सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे है, जिस पर इंटरचेंज या वे साइट के पास हेलिपैड बनाए जाने हैं। इसके लिए एनएचएआई ने 20 से 25 साइट को स्पॉट किया है।
अकेले राजस्थान में 14 से ज्यादा साइटें चिन्हित हाेंगी। यह एक्सप्रेसवे देश के 7 राज्यों और देश की 3 बड़ी रिफाइनरी और 3 पोर्ट को आपस में जोड़ेगा। माेदी इस हाई-वे के सहारे 2024 काे टारगेट में लेकर भी चल रहे हैं। गुजरात भाजपा का गढ़ है। राजस्थान में सभी लाेकसभा सीटें भाजपा के पास हैं लेकिन एंटीइनकंबेंसी भी सांसदाें की सामने आ रही है जिसे माेदी कम करने की काेशिश करेंगे। इसके अलावा पंजाब में कमजाेर जमीन काे मजबूती करने की काेशिश हाेगी।
इस बहाने राजस्थान की 25, पंजाब की 13, गुजरात की 26 और हरियाणा की 10 लाेकसभा सीटाें पर भी फाेकस रहेगा। क्याेंकि देश का दूसरा 6 लेन एक्सप्रेस वे है ताे सभी राज्याें काे इससे फायदा और इंटर कनेक्ट हाेगा इसलिए माेदी उसे भुनाने में पीछे नहीं हटेंगे।
जहां गहलाेत का फाेकस वही अब माेदी की नजर
सचिन पायलट से 36 के रिश्ते हाेने के कारण सीएम अशाेक गहलाेत पू्र्वी यूपी में गुर्जर बेल्ट में नुकसान का आंकलन कर चुके हैं लेकिन महंगाई राहत कैंप के नाम पर सरकार के खिलाफ एंटीइनकंबेंसी कम बताई जा रही है लेकिन पूर्वी राजस्थान की भरपाई गहलाेत पश्चिमी राजस्थान से करना चाहते हैं। यही वजह है कि बीकानेर के तीनाें कांग्रेस विधायकाें काे मंत्री बनाया।
साथ में चार और नेताओं काे बाेर्ड अध्यक्ष बनाया। इसके अलावा जाेधपुर से खुद सीएम गहलाेत विधायक हैं। सालेह माेहम्मद, हेमाराम चौधरी जैसे कद्दावर नेताओं को मंत्री बनाया। जोधपुर जिले की सरदारपुरा सीट से खुद गहलोत हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी गहलोत एक्सप्रेस-वे के सहारे गहलाेत का गणित बिगाड़ने की फिराक में हैं।
Add Comment