*प्रभारी मंत्री ने लिया पीडब्ल्यूडी, बिजली-पानी के अधिकारियों का फीडबैक:मंत्री ने इंजीनियर्स से पूछा, ठेकेदार क्याें छाेड़ रहे काम, अभियंताओं ने घुमाकर बताई वजह*
प्रभारी मंत्री और प्रभारी सचिव की क्लास में शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी और बिजली महकमें के अधिकारी निशाने पर रहे। हैल्थ के कुछ आंकड़ेबाजी से भी मंत्री खफा दिखे। शहर की सड़कों को लेकर सीएमओ तक पहुंचे फीडबैक पर मंत्री ने अभियंताओं से पूछा कि आखिर ठेकेदार क्यों काम छोड़ रहे।2020-21 में सीएम घाेषणा की आठ कराेड़ से बनने वाली सड़कें 2022-23 में भी पूरी नहीं हाे पाई। प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया और सीएमओ तक पहले ही इसका फीडबैक पहुंचा हुआ है। इसकाे लेकर सवाल-जवाब हुए ताे इंजीनियर ने इसके लिए निर्माण की दराें काे कारण बताया लेकिन सीएमओ तक फीडबैक पहुंचा कि यहां ठेकेदाराें के जानकार भुगतान अटकाए जाते हैं।कुछ ठेकेदार ऐसे हैं जिनका डेढ़ कराेड़ तक बकाया है। बीते बजट की घाेषणा में म्यूजियम सर्किल से हल्दीराम प्याऊ और पूगल राेड के निर्माण पर भी चर्चा हुई। कुछ किसानों ने सीधे मंत्री को व्हाट्सअप कर बिजली को लेकर समस्या बताई। मंत्री बोले, बिजली मंत्री हमेशा बीकानेर से रहे हैं फिर भी समस्या। बात समझ से परे है। हैल्थ महकमे के आंकड़ेबाजी से भी मंत्री खुश नहीं हुए। मंत्री ने 28 फ्लैगशिप याेजनाओं की समीक्षा करने के साथ इसमें गति लाने के लिए कहा। बैठक में भाजपा विधायक सुमित गाेदारा भी माैजूद थे।
*मीडिया से बातचीत के बाद बाेले, अधिकारी गुमराह कर रहे हैं*
प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया के सामने जब मीडिया ने तस्वीर रखी तो मंत्री बोले, अधिकारियाें से बात करके लगा था कि रामराज है। इसका मतलब अधिकारी गुमराह कर रहे हैं। जब मंत्री सड़कों का गुणगान कर रहे थे तो पत्रकारों ने 2020-21 की सड़काें के हाल पूछे। प्रशासन ने बताया कि अभी आधी सड़कें बनी हैं। एक दिन पहले ही भाजपा नेताओं ने भी सड़काें की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे। ठेकेदाराें का जानकर पेमेंट राेका जा रहा है। एक्सईएन की कार्यप्रणाली की भी शिकायत हुई।मंत्री ने पीडब्ल्यूडी और पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता की छह महीने पहले पोस्टिंग के होने के बाद भी ज्वानिंग ना करने का मामला नोट किया। बोले,मीडिया से बाेले जल्दी असर दिखेगा। प्रशासन की ओर से टैंकर की दरें तय होने के बाद भी महंगे दरों पर बिक रहे टैंकर पर प्रभारी सचिव आलोक गुप्ता ने कलेक्टर से छापामारी कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बोले, जब दरें तय हैं ताे इससे महंगी क्याें टैंकर बिक रहे। आखिर पीएचईडी अधिकारी कर क्या रहे हैं।
*राजनीतिक टिप्पणी*
*यूपी और राजस्थान में जाे हाे रहा वाे ठीक नहीं है*
नगर निगम की ओर से चलाए जा रहे अतिक्रमण अभियान को यूपी के बुल्डोजर से जोड़ते हुए मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि यूपी और राजस्थान में माहौल गर्म है। इन दोनों जो हो रहा वो अच्छा नहीं है। वातावरण खराब हो रहा है। ये आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत असरकारी होगी। लोगों को समझदारी से काम लेना चाहिए। किरोड़ीलाल मीणा को उदयपुर में रोकने पर बोले, उनका राेज मूवमेंट हाेता है। वहां के प्रशासन ने कुछ साेचकर निर्णय किया हाेगा।
*सर्किट हाउस में नेताओं से बाेले, बीकानेर में दंगा ना हाे, ध्यान रखना*
कराैली,जाेधपुर,पाली और नाेहर से सहमी सरकार अब प्रदेशभर में दंगा राेकने के लिए सक्रिय हाे गई है। एक दिन पहले ही प्रशासन ने पूरा पुलिस महकमा सड़क पर उतारते हुए लाेगाें काे अलर्ट किया। हालात का अंदाजा इस बात से लग रहा कि प्रदेशभर में प्रभारी मंत्री प्रशासन काे अलर्ट करने पहुंचे। शुक्रवार काे सर्किट हाउस में जब पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल, लक्ष्मण कड़वासरा समेत मौज्ूद सभी नेताओं से बोले, बीकानेर में दंगे ना हाें। ध्यान रखना और मुझे तुरंत सूचित करें।
*इन याेजनाओं की समीक्षा और जमीनी हकीकत*
शुद्ध के लिए युद्ध- इस साल 226 नमूने लेकर 20 मामले न्यायालय में पेश किए।
निराेगी राजस्थान अभियान- 1794 ग्रामीण तथा 310 स्वास्थय मित्र बनाए।
निशुल्क दवा याेजना- जिला अस्पताल में 713, सामुदायिक केन्द्र पर 569 व प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र पर 389 प्रकार की दवाएं माैजूद।
चिरंजीवी याेजना- 28 सरकारी और आठ निजी हाॅस्पिटल रजिस्टर्ड हैं। अब तक 67 हजार 231 सरकारी व 6 हजार 409 ने निजी हाॅस्पिटल में पैकेज बुक किए। इनकी कुल राशि 5 हजार 874 लाख रुपए है। चार हजार 41 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका।
महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल- सात स्कूल हैं। 2020-21 में 3396 तथा इस साल 3502 स्टूडेंट हैं।
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