बीकानेर पूर्व से विधायक और एक बार फिर भाजपा की उम्मीदवार सिद्धि कुमारी की ओर से निर्वाचन अधिकारी के समक्ष नामांकन के साथ पेश किए गए एफिडेविट पर उनकी बुआ और पूर्व राज परिवार की सदस्य राज्यश्री ने आपत्ति दर्ज कराई है। सिद्धि कुमारी ने अपनी दादी और पूर्व राजपरिवार की राजमाता सुशीला कुमारी के निधन के बाद कुछ सम्पति को स्वयं का बताते हुए एफिडेविड पेश किया था। भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
जिला निर्वाचन अधिकारी को दी गई एक शिकायत में राज्यश्री ने कहा है कि सिद्धि कुमारी की ओर से दिए गए एफिडेविट में गलत तरीके से दिखाई गई सम्पति पर वो आपत्ति दर्ज करा रही है। इन कुछ सम्पतियों पर सिद्धि कुमारी ने तथ्यों को छिपाया है, वहीं कुछ सम्पतियां विवादित है, इसके बाद भी सिद्धिकुमारी ने इसे अपना बताया है।
*प्राचीना रिहायशी है, व्यावसायिक उपयोग गलत*
राज्यश्री ने कहा है कि सुशीला कुमारी के निधन के बाद प्राचीना को सिद्धिकुमारी ने स्वयं को प्राप्त होना बताया है। दावा किया जा रहा है कि ये रिहायशी क्षेत्र है, जिसका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है। इस संबंध में एक वाद भी अपर जिला न्यायाधीश संख्या छह में लंबित है | राज्यश्री ने इसमें अपना चौथाई हिस्सा होना बताया है।
*माउंट आबू व करणी भवन पर भी आपत्ति*
राज्यश्री ने पत्र में लिखा है कि माउंट आबू की अचल सम्पति में अपना हिस्सा होना बताया है। इस सम्पति को लेकर भी न्यायालय में विवाद चल रहा है। ये सारी सम्पतियां विवादित है। इतना ही नहीं करणी भवन की सम्पति को लेकर भी राज्यश्री ने सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि करणी भवन को लेकर भी एक मामला न्यायालय में विचाराधीन है। करणी भवन को रिहायशी बताया गया है, जबकि यहां होटल संचालित हो रहा है और ये व्यावसायिक उपयोग में आ रहा है।
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