सावधान, साइबर सेंधमारी की जद में हैं फोन वॉलेट और बैंक अकाउंट
केस-एक : – 23 अक्टूबर, 22 को श्री ऊनी उद्योग के मालिक कमल कोठारी से 36 लाख की ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई। पीडि़त ने पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने 26 लाख रुपए रिफंड करवाए।
केस- दो : – 10 अप्रेल, 23 को एमएल राठी वूलन मिल के मालिक सुरेश राठी के दो खातों से साइबर ठगों ने 72 लाख रुपए उड़ाए। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर 53 लाख रुपए होल्ड करवाए, जबकि 25 लाख रुपए रिफंड भी करवा दिए।
सावधान, साइबर सेंधमारी की जद में हैं फोन वॉलेट और बैंक अकाउंट
. साइबर ठग हर दिन आमजन को ठगने का नया तरीका इजाद कर रहे हैं। लोगों को फोन कर कभी बिजली बिल, तो कभी एटीएम होल्ड होने, तो कभी लोन दिलाने, कभी लॉटरी लगने के नाम पर झांसे में लेकर खातों में सेंध लगा रहे हैं। साइबर ठग कभी खुद को किसी बैंक का मैनेजर, तो किसी कंपनी का बड़ा अधिकारी बताने से भी गुरेज नहीं करते। झांसे में लेकर सामने वाले का पूरा बैंक डिटेल, एटीएम का सीवीवी, ओटीपी तक आदि आसानी से जान लेते हैं। ये साइबर सेंधमार वॉलेट (फोन-पे एप) में लिंक भेजकर खाते में भी सेंध लगा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, रिवॉर्ड व कैशबैक के नाम पर लालच में आकर अधिकतर लोग शिकार बन रहे हैं। पुलिस की जांच-पड़ताल कहती है कि ठगी के 80 फीसदी मामले लालच में फंस कर शिकार बनने के रहे, तो 20 प्रतिशत मामलों में ही भोले-भाले आमजन ठगी के शिकार हुए। पुलिस ऑनलाइन ठगी के लोगों के रुपए तो रिफंड करवा रही है, लेकिन एक भी आरोपी को पकड़ नहीं पाई है।
कैशबैक का झांसा, एक रुपए जमा कर 99 हजार पार किएई-वॉलेट में कैशबैक देने का झांसा देकर ठगी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ठग खाते में लिंक भेज रहे हैं, जिसे खोलते ही खाते की जानकारी ठगों के पास पहुंच जाती है। ठग खाते में सेंध लगाते हैं। रिवॉर्ड एवं कैशबैक देने का झांसा देकर भी कई लोगों से ऑनलाइन ठगी की गई है। सांवरा गहलोत को मोबाइल पर मिले लिंक पर क्लिक किया और एक रुपए जमा करवाया और कुछ ही देर बाद 99 हजार रुपए पार हो गए।
साधनों की कमी, महज खानापूर्ति
जिले में हाल ही में सिटी कोतवाली थाना परिसर में साइबर थाना खोला गया है। थाना तो खुल गया, लेकिन साइबर ठगी को रोकने के लिए कोई विशेष उपकरण नहीं मिले। साइबर एक्सपर्ट तक नहीं है।
पुलिस आंकड़ों पर नजर …साइबर रेस्पॉन्स सेल प्रभारी उप निरीक्षक देेवेन्द्र सोनी के मुताबिक, पिछले साल एक जनवरी, 22 से 31 दिसंबर, 22 तक साइबर रेस्पॉन्स सेल में ऑनलाइन धोखधड़ी की 780 शिकायतें मिलीं। साइबर ठगों ने आमजन के दो करोड़ 63 लाख 67 हजार 67 रुपए खातों से उड़ाए। पुलिस ने 56 लाख 38 हजार 870 रुपए रिफंड करवाए, जबकि 54 लाख 74 हजार 185 रुपए होल्ड करवाए। पिछले साल कुल एक करोड़ 11 लाख 13 हजार 55 रुपए सेल ने बचाए हैं।
– इस साल एक जनवरी, 23 से दो मई, 23 तक साइबर रेस्पॉन्स सेल में 443 शिकायतें मिलीं। साइबर ठगों ने एक करोड़ 90 लाख 99 हजार 367 रुपए की ठगी की। पुलिस ने 40 लाख 59 हजार 494 रुपए वापस दिलवाए, जबकि 57 लाख 86 हजार 544 रुपए होल्ड करवाए। यानी आमजन के 98 लाख 46 हजार 38 रुपए लुटने से बचाए हैं।
जिले में यह साधन
– साइबर रेस्पॉन्स सेल- उपनिरीक्षक देवेन्द्र सोनी
– रविन, सीताराम, प्रदीप, सत्यनारायण व रामबक्श सिपाही
… साइबर थाना …- सीआइ सुरेन्द्र प्रजापत
– उपनिरीक्षक विशु वर्मा- हवलदार नंदराम
– सुभाष, सुभाष बिश्नोई, मनोज व महेन्द्र सिपाही
सतर्क रहें और साइबर सेल में करें सही शिकायत
ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित फोन कॉल मैसेज ईमेल से सतर्क रहें। उनके झांसे मे न आएं और इसकी शिकायत तुरंत ही साइबर क्राइम रेस्पॉन्स सेल या साइबर पुलिस थाने में दर्ज करें अथवा हेल्पलाइन नंबर 7877045498 या नजदीकी थाना, चौकी व साइबर सेल के माध्यम से दर्ज करा सकते हैं। सही समय पर शिकायत मिलने पर पुलिस ने लाखों रुपए होल्ड कराए हैं।
– तेजस्वनी गौतम, पुलिस अधीक्षक
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