बीफ मंडी मास्टरमाइंड ने बना रखा था फर्जी IPS कार्ड:राजस्थान और हरियाणा पुलिस से कनेक्शन बनाकर रखता; बाइक पर सप्लाई करते बिरयानी
खैरथल
अलवर के किशनगढ़बास स्थित रूंध गिदावड़ा के बीहड़ में मेदावास निवासी इकबाल और वारिस नाम के व्यक्ति बीफ की मंडी चलाते थे। पुलिस के मुताबिक इकबाल और वारिस इस पूरी बीफ मंडी के मास्टर मांइड थे।
पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि गिरोह के मास्टर माइंड वारिस ने आईपीएस का फर्जी आई कार्ड बना रखा था। मंडी चलाने के लिए उसने राजस्थान और हरियाणा पुलिस से सांठ-गांठ कर रखी थी।
इतना ही नहीं इन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा करने के बाद निगम के अधिकारियों से मिलीभगत कर बिजली कनेक्शन तक ले लिए थे। हालांकि दोनों आरोपी अभी फरार है लेकिन बताया जा रहा है कि इन दोनों के साथ गिरोह में शामिल शामि हब्बी, मन्नान, शाहरुख, साहुन और सोहिल भी फरार चल रहे है इनके हरियाणा में छुपे होने की जानकारी सामने आई है।
पुलिस ने हिरासत में लिए गए 22 आरोपियों में से पांच को गिरफ्तार किया है।
वारिस ने बना रखा था आईपीएस का फर्जी कार्ड
गिरोह के मास्टरमाइंड वारिस ने आईपीएस का फर्जी कार्ड बनवा रखा था। यह जमीनों पर कब्जे और अवैध बिजली कनेक्शन दिलाने का काम करता था। वहीं इकबाल हरियाणा और राजस्थान पुलिस से सांठगांठ का जिम्मा भी संभालता था। यह आरोपियों की जमानत से लेकर बीफ सप्लायर तक उपलब्ध कराता था। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों आरोपियों ने पिछले कई वर्षों से इस अवैध कमाई से बड़े-बड़े मकान बना लिए थे।
बीफ मंडी चलाने में गिरोह की 4 लेवल व्यवस्था
रूंध गिदावड़ा में गोकशी और बीफ मंडी का नेटवर्क 4 स्तरीय व्यवस्था से संचालित था।
पहला: पर गायों को पिकअप से जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर सहित हरियाणा से तस्करी कर रूंध गिदावड़ा पहुंचा रहे थे।
दूसरा: गोकशी करने वाले लोग गायों का कत्ल कर बीफ मंडी लगाकर सप्लायरों को बेचने का काम कर रहे थे।
तीसरा: ये लोग सप्लाई के लिए चोरी की गाड़ियों और बाइक्स का इस्तेमाल करते थे। आसपास के इलाकों के अलावा हरियाणा तक पहुंचा रहे थे।
चौथा: गांव में ही बीफ की बिरयानी बनाकर सप्लाई करते थे।
सरकारी भूमि की गई खेती को प्रशासन ने नष्ट करवाया।
1200 बीघा जमीन से मकान तोड़े, खेती नष्ट की
सिवायचक सरकारी जमीन पर आरोपियों द्वारा कब्जा कर हो रही खेती, मकान और अवैध बिजली पोल कनेक्शन को लेकर अवैध कब्जे पर प्रशासन और पुलिस की ओर से बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की संयुक्त कार्रवाई की गई हैं। तहसीलदार भंवर सिंह ने बताया कि 3000 बीघा सिवायचक सरकारी जमीन है, जिस पर 1200 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर खेती की जा रही है। मकान बनाए हुए थे, बिजली के पोल लगाकर ट्रांसफॉर्मर से बिजली के कनेक्शन ले रखे थे। मकानों को ध्वस्त किया है, खेती नष्ट की गई है। बिजली के पोल गिराकर ट्रांसफॉर्मर हटाए गए हैं।
सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाए गए मकानों को तोड़ते हुए।
कलेक्टर ने विभागों से मांगी रिपोर्ट
खैरथल-तिजारा कलेक्टर डॉ. अर्तिका शुक्ला ने मंगलवार को रूंध गिदावड़ा और बिरसंगपुर के बीहड़ों में गोकशी के मामले को लेकर घटनास्थल का जायजा लिया। निरीक्षण में कलेक्टर ने गोकशी मामले में एडीएम के निर्देशन में उच्च स्तरीय जांच कर संबंधित विभागों को शामिल करते हुए फेक्चुअल रिपोर्ट मांगी है। गोकशी के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस का कांबिंग ऑपरेशन रूंध गिदावड़ा व आसपास के गांवों में तीन दिन से जारी है। मंगलवार को रूंध गिदावड़ा, बिरसंगपुर सहित आसपास के गांवों में दबिश दी गई।
आरोपियों ने 1200 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था।
आईजी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के दिए थे निर्देश
मामले उजागर होने के बाद आईजी उमेश चंद्र दत्ता ने मौके का निरीक्षण कर एसपी अनिल बेनीवाल को ऐसे आरोपियों को चिन्हित कर आरोपियों को गिरफ्तार करने और उन पर सख्ती बरतने के दिशा निर्देश दिए थे। एसपी अनिल बेनीवाल एक्शन मूड में है। आरोपियों की तलाश में पुलिस की 9 विशेष टीम लगातार दबिश दे रही हैं। हालांकि किशनगढ़बास के बृसंगपुर के बीहड़ रुंध गिदावड़े का इलाका हरियाणा सीमा से सटा हुआ है। पुलिस ने मामले में 22 आरोपी चिन्हित किए है, जिसमें अभी तक 5 आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिल चुकी हैं। एसपी अनिल बेनीवाल ने बताया आरोपियों की तलाश में जगह जगह दबिश दी जा रही हैं। आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, सख्ती से कार्रवाई की जा रही हैं।
पुलिस ने इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
खैरथल-भिवाड़ी एसपी अनिल बेनीवाल ने अपनी टीम के साथ गोकशी करने वाले 22 आरोपियों में से मेदावास निवासी रती खां पुत्र कल्लू, सालीम पुत्र अयूब, कासम पुत्र फजरू, बिरसंगपुर निवासी मौसम पुत्र जोरमल और असलम पुत्र खुर्शीद को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले में अभी तक 50 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
डिस्कॉम के एईएन को किया एपीओ
सरकारी जमीन पर कनेक्शन देने के मामले में जयपुर डिस्कॉम के सचिव (प्रशासन) एनएस नाथावत ने किशनगढ़बास के एईएन दिनेश भड़ाना को एपीओ है। उनका मुख्यालय जोनल चीफ इंजीनियर भरतपुर किया है।
मंगलवार को मौके पर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, विधायक दीपचंद खैरिया।
जब से कार्रवाई की जा रही है, तब से यहां वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, विधायक दीपचंद खैरिया, पूर्व विधायक रामहेत यादव सहित आईजी उमेश चंद्र दत्ता, एसपी योगेश दाधीच, एसपी सुरेंद्र सिंह, एसपी अनिल बेनीवाल, जिला कलेक्टर अर्तिका शुक्ला समेत अनेक अधिकारी निरीक्षण कर जायजा ले चुके हैं।
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