भारत-पाक बॉर्डर पर एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात:24 घंटे करेंगे निगहबानी; पाकिस्तान से ड्रग्स तस्करी में इस्तेमाल किए जा रहे ड्रोन
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किया है। इस सिस्टम से पाकिस्तान की ओर से होने वाली ड्रोन की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने में मदद मिलेगी। साथ ही बॉर्डर की सुरक्षा को और भी मजबूती मिलेगी। गणतंत्र दिवस को देखते हुए BSF सरहद पर हाई अलर्ट पर है।
दरअसल, पाकिस्तान की ओर से चीन निर्मित नई तकनीक से लैस ड्रोन ड्रग्स की तस्करी में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। पाकिस्तान की तरफ से बढ़ते ड्रोन हमलों का मुकाबला करने के लिए BSF ने एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किए हैं। पश्चिमी सीमा पर 1 नवंबर 2022 से 31 अक्टूबर 2023 के बीच 90 ड्रोन बरामद किए गए। इनमें से 81 पंजाब और 9 राजस्थान की सीमा पर बरामद किए गए थे।
पंजाब में पकड़ा गया पाकिस्तान से आया ड्रोन।
24 घंटे रखी जाएगी नजर
तीन अलग-अलग कंपनियों ने एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी डिजाइन की है। इन डिजाइन का वर्तमान में भारत-पाक सीमा पर विशिष्ट स्थानों पर परीक्षण किया जा रहा है। जल्द ही इन डिजाइन में से एक को चुना जाएगा और भारत की पश्चिमी सीमा पर तैनात किया जाएगा। एंटी ड्रोन तकनीक किसी भी अज्ञात यूएवी पर 24 घंटे नजर रखेगी और उन्हें कुछ ही सेकेंड्स के भीतर मार गिराएगी। यह सिस्टम ड्रोन मूवमेंट के बारे में सुरक्षा बलों को अलर्ट भी करेगा।
सीमा सुरक्षा बल नॉर्थ सेक्टर के डीआईजी योगेंद्र सिंह ने बताया- ड्रोन सबसे बड़ा थ्रेट है और इसको लेकर हम तैयार हैं। हमने कई जगह पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया है और डेवलप भी किए हैं। इसके साथ ही हम सीमा पार से आने वाले ड्रोन से निपटने के लिए वेपन का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
पाकिस्तानी तस्करों द्वारा ड्रग्स की तस्करी में इस्तेमाल किया जाने वाला ड्रोन।
पाकिस्तानी तस्कर कर रहे ड्रोन का इस्तेमाल
BSF आईजी राजस्थान फ्रंटियर पुनीत रस्तोगी ने बताया- पाकिस्तान के ज्यादातर स्मगलर ड्रोन का इस्तेमाल करते हैं। वे सीमा पार से मादक पदार्थों को भारत में सप्लाई के लिए भेजते हैं। अभी तक हम वेपन के माध्यम से इनको नष्ट कर रहे थे। अब हमने एंटी ड्रोन सिस्टम लगाए हैं और उनको लगातार अपडेट भी करते हैं। पकड़े गए ड्रोन पर रिसर्च करके उसमें इस्तेमाल की गई टेक्नोलॉजी को देखते हुए एंटी ड्रोन सिस्टम को अपडेट भी कर रहे हैं। इन सिस्टम में हैंड-हेल्ड स्टेटिक, व्हीकल-माउंटेड एंटी ड्रोन सिस्टम शामिल हैं।
दिल्ली के तिगरी कैंप में बनी फॉरेंसिक लैब
बीएसएफ के अनुसार पश्चिमी सीमा पर फील्ड यूनिट्स ने जिन ड्रोन को बरामद किया, उनका एनालिसिस करने के लिए दिल्ली के तिगरी कैंप में ड्रोन फॉरेंसिक लैब बनाई गई है। इस लैब से मिलने वाले रिजल्ट को संबंधित विभागों और अधिकारियों को शेयर किया जा रहा है।
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